पंजाब सरकार ने पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का फैसला किया है। पंजाब कैबिनेट की बैठक में आज यह फैसला हुआ।
10वीं और 12वीं कक्षा की जो बोर्ड परीक्षाएं बाकी रह गई हैं, वे कब ली जाएंगी? इस प्रश्न का जवाब देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है
लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के लगभग 8 हजार छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए योगी सरकार ने 250 बसें भेजी थीं।
कोरोना वायरस महामारी के चलते विभिन्न सेक्टर बंद पड़े हुए हैं वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र ऑनलाइन कोचिंग पोर्टल का सहारा ले रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में लॉकडाउन की वजह से बंद सरकारी स्कूलों में बच्चों के पिछड़ते पाठ्यक्रम को पूरा कराने के लिए शिक्षा विभाग ने 'मोबाइल कक्षाएं' संचालित करने का निर्णय लिया है।
कोविड-19 से निपटने में मदद की पहल करते हुए यादवपुर विश्वविद्यालय की नवोन्मेषी परिषद ने छात्रों से कुछ अवधारणाओं पर काम करने को कहा है।
उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने छात्रों को सलाह दी है कि वे लॉकडाउन के दौरान मोबाइल फोन जैसे उपकरणों पर अधिक समय व्यर्थ न करें, बल्कि इसके बदले समय का सदुपयोग करें और कोई नई भाषा सीखने का प्रयास करें।
वैश्विक महामारी कोरोना से देश की जंग जारी है। लोग सोशल डिस्टेनसिंग का खास ख्याल रख रहे हैं लेकिन रोजमर्रा के कामकाज पर प्रभाव न पड़े, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। छात्र-छात्राओं के दैनिक पठन पाठन के लिए एलएनआईपीई के शिक्षकों ने भी इसका रास्ता निकाल लिया है।
देशभर के छात्र-छात्राएं ऐसे उपायों की खोज करेंगे, जिनसे कि सरकारी एजेंसियों, स्वास्थ्य सेवाओं, अस्पतालों एवं अन्य सेवाओं को असमय आई चुनौतियों का त्वरित समाधान उपलब्ध करवाया जा सके।
कॉलिन्स लर्निंग ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकों की आनलाइन निशुल्क पहुंच उपलब्ध करायी है।
देशभर में कोरोना वायरस के कारण बनी संकट की स्थिति के बीच गुजरात सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। गुजरात में अब कक्षा 1 से 8, कक्षा 9 और 11वीं के स्टूडेंट्स को मास प्रमोशन दिया जाएगा।
चीन में कोरोनावायरस का कहर जारी है, ऐसे में वहां फंसे पाकिस्तानी छात्रों के परिजनों ने छात्रों को वापस लाने की मांग के साथ ही सरकार की ब्रीफिंग को खारिज कर दिया।
पाकिस्तान के मादक पदार्थ नियंत्रण मामलों के संघीय मंत्री शहरयार अफरीदी ने देश की संसद के निचले सदन नेशनल एसेंबली में कहा कि इस बात को मानने की जरूरत है कि देश के शिक्षण संस्थानों और युवाओं में मादक पदार्थो का चलन फैल चुका है।
पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले करीब 45 फीसदी बच्चे कक्षा दूसरी के छात्रों की अंग्रेजी नहीं पढ़ सकते हैं। एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों द्वारा घोषित संसद मार्च के दौरान एक रोचक दृश्य तब देखने को मिला, जब महिला प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस को लक्ष्य कर अपनी चूड़ियां लहराईं।
एक तरफ जहां भारत कोरोनावायरस से जूझ रहे चीनी शहरों से अपने नागरिकों को निकालने में व्यस्त है, वहीं पाकिस्तान के लोग अपनी सरकार से लगातार गुहार ही लगा रहे हैं।
कॉलेज द्वारा बुर्का बैन किए जाने के निर्देश दिए जाने के बाद विवाद बढ़ा। जिसके बाद कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. श्यामा राय ने निर्देश वापस ले लिए गए हैं।
‘परीक्षा पर चर्चा’ का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को आयोजित हुआ था और इसका दूसरा संस्करण 29 जनवरी, 2019 को हुआ था।
परीक्षा पर चर्चा का यह तीसरा संस्करण है। इस कार्यक्रम में छात्रों के पास यह सुविधा होती है कि वे अपना सवाल सीधे प्रधानमंत्री को भेज सकते हैं। यह कार्यक्रम इस उद्देश्य से शुरू किया गया है कि छात्र तनावमुक्त होकर परीक्षा दे सकें।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संशोधित नागरिकता क़ानून (CAA) को लेकर छात्रों के विरोध के पीछे तमाम तरह के फैलाए गए भ्रम को ज़िम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को कहा कि इससे छात्रों को डरने की कोई ज़रूरत नहीं है।
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