सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषन पर स्वतः संज्ञान (Suo Motu) के मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कई कड़े सवाल पूछे और कहा कि हम हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठ सकते।
सिरसा में पटवारी और पंचायत सेक्रेटरी को सस्पेंड कर दिया गया है। इन्हें पराली नहीं जलाने के मामले में निलंबित किया गया है।
पंजाब में पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। अब तक पराली जलाने के मामलों में किसानों के खिलाफ 302 एफआईआर दर्ज की गई है।
पंजाब में इस साल पराली जलाने की घटनाओं में भारी कमी आई है। 15 सितंबर से 21 अक्टूबर 2025 तक 415 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 1,510 थी।
बठिंडा एडीसी ने कहा कि अधिकारी किसानों के साथ बैठक कर उन्हें पराली प्रबंधन के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इस साल अब तक बठिंडा में पराली जलाने की सिर्फ एक घटना हुई है।
पंजाब में इस मौसम में पराली जलाने की 241 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें तरनतारन जिले में सबसे अधिक 88 घटनाएं हुई हैं।
धान की कटाई के बाद रबी की फसल गेहूं की बुवाई के लिए समय बहुत कम होता है, इसलिए कुछ किसान पराली को जल्दी से हटाने के लिए अपने खेतों में काटी जा चुकी फसल के अवशेष में आग लगा देते हैं।
हरियाणा सरकार ने पराली नहीं जलाने पर किसानों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 1200 रुपये कर दी है। इसके साथ ही जलाने पर जुर्माना बढ़ाकर दोगुना कर दिया है।
धान की कटाई के साथ ही पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ने लगी हैं। राज्य में अब तक 90 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे अधिक 51 मामले अमृतसर में सामने आए हैं।
पंजाब में पराली जलाने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। धान की कटाई शुरू होते ही इसके मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस ने अब ऐसे 14 मामलों में FIR दर्ज की है।
मध्य प्रदेश में प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब किसी किसान ने पराली जलाई तो उसे किसान सम्मान निधि की वित्तीय मदद और फसल पर MSP की खरीद भी नहीं मिलेगी।
पराली जलाने वाले किसानों पर तगड़ा जुर्माना लगाने की कार्रवाई को लेकर कृषक संगठन आपत्ति जता रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि कृषि विभाग के अफसरों को गांवों का दौरा करना चाहिए और पराली को नष्ट करने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने चाहिए।
राघव चड्ढा ने राज्यसभा में प्रदूषण और पराली का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हम AI की तो बहुत बात करते हैं, लेकिन AQI की बात करनी होगी। इसके साथ ही 'आप' नेता ने कहा कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 70 फीसदी से अधिक की कमी देखी गई।
आठ नवंबर को, पंजाब में खेतों में पराली जलाने की 730 घटनाएं सामने आईं, जो सोमवार तक इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा थीं। आंकड़ों के अनुसार सोमवार को मुक्तसर जिले में पराली जलाने की 247 घटनाएं दर्ज की गईं, जो राज्य में सबसे अधिक है।
पराली जलाने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। दरअसल केंद्र सरकार अब पराली जलाने वालों से दोगुना जुर्माना वसूलेगी। इसके लिए अलग-अलग जमीनों के हिसाब से जुर्माने की राशि तय की गई है।
अक्टूबर और नवंबर में धान की फसल की कटाई के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण में वृद्धि के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा हमने किसानों से पराली नहीं जलाने का अनुरोध किया है। किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तेज गति से काम करेंगे।
दिल्ली में खासतौर से अक्टूबर और नवंबर में, कटाई के बाद के मौसम के दौरान प्रदूषण का स्तर बढ़ने के लिए अक्सर हरियाणा और पड़ोसी पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए आज राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने अगले साल एक जनवरी से एक सितंबर के बीच दोनों राज्यों को समयबद्ध योजना बनाने का निर्देश दिया है।
पंजाब में किसान पराली ना जलाएं इसको लेकर सरकार और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन उसके बावजूद भी सोमवार को पराली जलाने के 634 मामले सामने आए। पंजाब पुलिस ने 8 नवंबर से अबतक एक हजार से ज्यादा प्राथमिकियां दर्ज की हैं।
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