सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने 15 मार्च से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। यूएफबीयू नौ बैंक यूनियनों का संयुक्त मंच है।
सरकार की मुश्किलें कम होती नही दिख रही है। अब किसानों के बाद व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी दे दी है। डीजल की बढ़ती कीमतों और उच्च कर का विरोध करते हुए ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल पर जाने की रविवार को चेतावनी दी।
म्स प्रशासन के साथ बैठक के बाद एम्स नर्स यूनियन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। इससे पहले यूनियन अपनी मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया था, जबकि एम्स के निदेशक ने उनसे आंदोलन वापस लेने और काम पर लौटने की अपील की थी।
AIIMS नर्स यूनियन ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। एम्स निदेशक ने बताया, "उनकी 23 मांगें हैं। लगभग सभी मांगे एम्स प्रशासन और सरकार द्वारा पूरी की जा चुकी हैं।
श्रमिक संगठनों ने सरकार के द्वारा हाल में ही लिए गए श्रम और कृषि सुधारों से जुड़े कदमों के विरोध में हड़ताल बुलाई थी। जिसका देश में कुछ जगहों पर जनजीवन प्रभावित हुआ, वहीं कई जगह इसका आशिंक असर देखने को मिला।
सरकार के द्वारा श्रम और कृषि क्षेत्र में सुधारों के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने सरकार 26 नवंबर (गुरुवार) को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आप भी जानिए इस बंद में कौन-कौन शामिल होगा और कहां कितना पड़ेगा असर।
बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, पुरानी पीढ़ी के निजी क्षेत्र के बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा विदेशी बैंकों के करीब 30,000 कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे।
राज्य सरकार के फैसलों के खिलाफ निजी स्कूलों ने हड़ताल पर जाने की बात कही है।
दिल्ली के एनडीएमसी मेडिकल कॉलेज और हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने वेतन न मिलने के खिलाफ आज से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है।
सरकार की नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। दस केंद्रीय श्रमिक संगठनों और उनके सहयोगी संगठनों की घोषणा के अनुसार हड़ताल पर जाने का निर्णय दो अक्टूबर को कामगारों के ऑनलाइन राष्ट्रीय सम्मेलन में किया गया।
नगर निगम द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की तीन महीने से वेतन का भुगतान नहीं किये जाने को लेकर अगले सप्ताह से हड़ताल पर जाने की योजना है।
ओला और उबर कैब चालकों द्वारा आज बुलाई गई हड़ताल का कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि यात्रियों ने कहा कि उन्हें कैब बुक करने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
कैब सेवा देने वाले ओला एवं उबर के चालक कोविड-19 के मद्देनजर कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाए जाने और भाड़े में इजाफा किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को हड़ताल पर चले गए।
ओला और उबर जैसे मोबाइल ऐप आधारित कैब कंपनियों के साथ काम करने वाले ड्राइवरों ने दिल्ली-एनसीआर में 1 सितंबर से हड़ताल पर रहेंगे। उनकी मांग है कि कोविड-19 के मद्देनजर कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाया जाए और भाड़े में इजाफा किया जाए।
बिहार में जारी कोरोना संकट के बीच नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल से अस्पताल में अफरातफरी मच गई है।
यह हड़ताल ऐसे समय में हो रही है, जब सरकार ने कोल इंडिया (सीआईएल) के लिए एक अरब टन कोयला उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है
उत्तर प्रदेश में अगले छह महीने के लिए किसी भी प्रकार के हड़ताल पर रोक लगा दी गई है। सरकार के मुताबिक यह फैसला लोकहित में लिया गया है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी शुक्रवार से दो दिन ही हड़ताल पर रहेंगे। इससे सामान्य बैंकिंग कामकाज प्रभावित हो सकता है। वेतन संशोधन को लेकर प्रबंधन के साथ बातचीत में सहमति नहीं बनने के बाद बैंक यूनियनों ने हड़ताल का आह्वान किया है।
राष्ट्रव्यापी हड़ताल में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के सदस्यों के साथ विभिन्न क्षेत्रीय महासंघ भी हिस्सा ले रहे हैं। केंद्रीय यूनियनों में एटक, इंटक, सीटू, एआईसीसीटीयू, सेवा, एलपीएफ समेत अन्य शामिल हैं।
ज्यादातर बैंकों ने इस हड़ताल और इससे उनकी सेवाओं पर पड़ने वाले असर के बारे में शेयर बाजारों को सूचित कर दिया है।
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