पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में आज तबाही देखने को मिली। ये तबाही रविवार की सुबह आए भीषण तूफान की वजह से देखी गई। वहीं तूफान के बाद अब राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में तूफान की वजह से भीषण तबाही की खबरें सामने आ रही हैं। इस तूफान की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 लोग घायल हैं। सीएम ममता बनर्जी तूफान प्रभावितों से मिलने के लिए तत्काल रवाना होंगी। इसके साथ ही उन्होंने राहत और बचाव कार्य के लिए भी आदेश दिए हैं।
अमेरिका में आए भीषण तूफान ने तबाही मचा दी है। हजारों घरों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हजारों वाहन और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 150 मिलियन से ज्यादा लोगों को तेज तूफान की चेतावनी दी गई है। साथ ही 2 हजार से ज्यादा उड़ानों को तूफान के चलते रद्द करना पड़ा है और 2400 फ्लाइटें देरी से उड़ रही हैं।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का विमान एक खतरनाक तूफान में फंस गया। जिस वक्त यह विमान तूफान में फंसा, तब वे जॉर्जिया की यात्रा से लौट रही थीं। हालांकि बड़ा हादसा टल गया।
अर्जेंटीना में खतरनाक तूफान ने आम जनजीवन को झकझोर दिया है। इस तूफान के चलते 14 लोगों की मौत भी हो गई है। इसी बीच तेज हवा से रनवे पर खड़ा विमान पूरी तरह घूम गया। वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि कैसे हवाई जहाज खतरनाक तूफानी हवाओं के कारण रनवे पर ही अपनी जगह से 90 डिग्री तक घूम गया है।
अमेरिका में भीषण तूफान ने जमकर तबाही मचाई है। घर, मकान दुकान और प्रतिष्ठान भारी संख्या में क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई जगह सड़कों पर पेड़ और पोल गिरने से आवागमन बाधित हो गया है। अब तक अलग-अलग जगहों पर कम से कम 6 लोगों के मौत होने की खबर है। अभी यह संख्या और बढ़ सकती है।
तूफ़ान की वजह से प्रभावित इलाकों और लोगों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने कई जगहों पर राहत शिविर शुरू किए हैं। इसके साथ ही चेन्नई समेत कई शहरों में आज की छुट्टी का ऐलान भी किया गया है।
सरकार ने प्राइवेट कंपनियों से कहा है कि वे अपने कर्मचारियों को पांच दिसंबर को गहर से ही काम करने के लिए कहें। मौसम विभाग ने मंगलवार को भीषण बारिश की संभावना जताई है।
रूस-यूक्रेन के बीच काला सागर तट पर भयानक तूफान आया हुआ है। यह तूफान कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 19 लाख से ज्यादा लोग इस 'बवंडर' से प्रभावित हो गए हैं।
फ्रांस के बाद इटली में भी तूफान सियारन ने कहर मचाया है। यहां तूफान के कारण रिकॉर्ड बारिश ने आम जनजीवन को ठप कर दिया है। समंदर में बड़ी बड़ी लहरें उठ रही हैं। स्कूलों और अस्पतालों में पानी भर गया है। कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं। जानमाल के नुकसान की खबरें हैं।
तूफान Ciaran ने पश्चिमी यूरोप में हाहाकार मचाकर रख दिया है। फ्रांस, नीदरलैंड्स, इंग्लैंड सहित पश्चिमी यूरोप के कई देशों में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। फ्रांस में बिजली गुल हो गई। लाखों लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए हैं।
अमेरिका के फ्लोरिडा में आए तूफान इडालिया के कारण सड़कों पर पानी भर जाने से कार जैसे वाहन नाव की तरह तैरते नजर आ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर जाना शुरू कर दिया है।
अमेरिका के दक्षिणी मिशीगन में तूफान ने भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण पेड़ और पोल उखड़ने व बिजली के तारों के क्षतिग्रस्त होने के चलते हजारों उपभोक्ताओं को बिजली संकट का भी सामना करना पड़ रहा है।
एक मृतक की पहचान हाईकोर्ट के अधिवक्ता तनुज सेमवाल के रूप में हुई है। तनुज पौड़ी के रहने वाले थे और उनकी बेटी रुद्रपुर में रहती है। परिवार नैनीताल के नैनागांव में रहता है। वह आइसक्रीम खाते हुए जा रहे थे, तभी हादसा हो गया।
अमेरिका में टेक्सास राज्य के समीप शनिवार तड़के आए एक शक्तिशाली तूफान ने तबाही मचा दी है। इस तूफान में एक व्यक्ति की मौत हो गई। तूफान की गति इतनी अधिक तेज थी कि कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह तूफान कैमरून काउंटी में आया।
अधिकारियों ने सांस की बीमारी वाले लोगों, बुर्जुगों और बच्चों को घर के अंदर रहने और बाहर जाने पर मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
जनता, विशेष रूप से खानाबदोश चरवाहों और ड्राइवरों से संभावित आपदाओं के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है।
अमेरिका में आए भीषण बवंडर ने तूफानी तबाही मचाई है। ऐसी तबाही कि जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएं। अमेरिकी राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार दक्षिणी अमेरिका के अरकंसास राज्य के कई हिस्से में इस बवंडर ने सब कुछ तहस नहस कर डाला है। तूफान की गति इतनी तेज थी कि 18 पहिए वाले वाहन भी हवा में उड़ने लगे।
केवल छह महीने पहले तक कैलिफोर्निया में अत्यधिक सूखा था, जो तीन साल तक चला। अब इस मौसम में कम से कम 11 वायुमंडलीय नदियों ने राज्य को प्रभावित किया है, जो भारी बारिश, बर्फबारी, बाढ़ और भूस्खलन लेकर आया है।
पहाड़ों से चट्टानें गिरने और भूस्खलन के कारण सड़कें बंद गई हैं। नदियों के उफान पर आने से कई घर बह गए हैं।
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