आज एफएमसीजी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए हैं। रियल्टी सेक्टर में 2.53 प्रतिशत और मेटल सेक्टर में 2.34 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा गिरावट निजी सेक्टर के बैंकों में देखने को मिली है। वहीं रियल्टी और फार्मा सेक्टर बढ़त के साथ बंद हुए।
इस सप्ताह इन्फोसिस और विप्रो के अलावा माइंडट्री, टाटा एलेक्सी और एचडीएफसी एएमसी के तिमाही नतीजों की घोषणा होनी है। इसके अलावा सप्ताह के दौरान औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी), खुदरा और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आने हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस के अलावा बीते सप्ताह इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के बाजार पूंजीकरण में भी गिरावट आई।
आज के कारोबार में ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। इंडेक्स 1.74 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। वहीं आईटी और सरकारी बैंक भी 1-1 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
शेयर बाजार में कई बार निवेशक छोटी गलतियों से अपना बड़ा नुकसान कर लेतें हैं आप भी इन गलतियों से दूर रहकर अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक टीकाकरण की रफ्तार उत्साहजनक है। इससे उम्मीद बंधती है कि राज्यों द्वारा अंकुशों में और ढील दी जा सकती है। हालांकि, कोविड के नए वेरिएंट से चिंताएं भी बनी हुई हैं।
सप्ताह के दौरान टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक तथा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार मूल्यांकन घट गया।
आज के कारोबार में ऑटो सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए ,सबसे ज्यादा नुकसान में मेटल सेक्टर रहा है।
बाजार में तेजी में मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि.और रिलायंस इंडस्ट्रीज का योगदान रहा। दूसरी तरफ, मारुति में सर्वाधिक 0.82 प्रतिशत की गिरावट आई।
देश में कोविड के मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। रिकवरी रेट बढ़कर 96 प्रतिशत के पार पहुंच चुका है, वहीं पॉजिटिविटी रेट लगातार 12वें दिन 5 प्रतिशत से कम बनी हुई है।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 461 अंक की गिरावट देखने को मिली वहीं इंडेक्स में अधिकतम 22 अंक की बढ़त भी दर्ज हुई। बैंकिंग, फाइनेंस और मेटल सेक्टर में आज गिरावट दर्ज हुई है।
इन कंपनियों ने अपने निवेशकों को बीते वित्त वर्ष 10 प्रतिशत तक का डिविडेंड दिया है जो कि किसी भी एफडी से बेहतर है, वहीं इन कंपनियों के स्टॉक्स में तेज उछाल भी देखने को मिला है।
जब्त करने की खबर के बाद ग्रुप कंपनियों के शेयरों में सोमवार को तेज गिरावट देखी गई। कारोबार की शुरुआत में स्टॉक 25 प्रतिशत तक गिरे ।
सप्ताह के दौरान बाटा इंडिया, गेल, सेल, भेल यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पेट्रोनेट एलएनजी एनएचपीसी और डीएलएफ के तिमाही नतीजे आने हैं।
10 कंपनियों में से आठ के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) में पिछले सप्ताह संयुक्त रूप से 1.39 लाख करोड़ रुपये की बढ़त रही।
दवा कंपनियों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में खरीदारी देखी गयी, सबसे ज्यादा बढ़त बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में देखने को मिला
दो दिनों में बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कुल मिला कर 1,461 अंक यानी 2.99 प्रतिशत चढ़ा है।
इस सप्ताह भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, इंडियन ऑयन कॉरपोरेशन, हैवेल्स, हिंडाल्को और फेडरल बैंक जैसी कुछ कंपनियों के तिमाही परिणाम आने हैं।
एक महीने में स्टील अथॉरिटी का स्टॉक करीब 90 रुपये से बढ़कर 146 रुपये पहुंच गया। वहीं 25 से ज्यादा कंपनियां 30 प्रतिशत से ज्यादा बढ़त दर्ज कर चुकी हैं।
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