शुक्रवार को ही सेंसेक्स पहली बार 56,000 अंक के स्तर के पार बंद हुआ। इस दौरान बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तरों पर पहुंच गया।
धमाके की खबर के बाद नैस्डैक में 100 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। वहीं डाओ जोंस और एसएंडपी भी लाल निशान में पहुंच गये।
सेंसेक्स पूरे कारोबार के दौरान करीब 250 अंक के दायरे में ही रहा। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 56100 का अहम स्तर पार किया, हालांकि क्लोजिंग 56 हजार से नीचे हुई।
स्टॉक आज बीएसई पर 471 और एनएसई पर 485 के स्तर पर लिस्ट हुआ है। इश्यू प्राइस 570 रुपये का था। वहीं कारोबार के दौरान रिकवरी के बावजूद स्टॉक 550 के स्तर तक ही बढ़ सका है
बीते सप्ताह कम सत्रों के कारोबार के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 107.97 अंक या 0.19 प्रतिशत नीचे गिरा है। वहीं आने वाले हफ्ते में विदेशी संकेत हावी रहने की संभावना है।
फार्मा सेक्टर की कंपनी मेडप्लस हेल्थ के अलावा स्टरलाइट पावर, लैटेंट व्यू एनॉलिटिक्स, सीएमएस इन्फो सिस्टम्स, पारादीप फॉस्फेट्स, सैफायर फूड्स ने भी हाल ही में आईपीओ के लिये अर्जी दी है।
बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिली है। इसी दौरान सेंसेक्स ने नया रिकॉर्ड स्तर भी दर्ज किया।
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की टॉप दस कंपनियों की सूची में केवल भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस नुकसान में रहीं। वहीं बाजार मूल्य में बढ़त के हिसाब से सबसे आगे टीसीएस रही
आज सेंसेक्स 54,874.10 और निफ्टी 16,375.50 के अपने अब तक से सबसे उच्च स्तर पर पहुंचा। आज के कारोबार में फार्मा सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी प्रमुख सेक्टर में बढ़त देखने को मिली है।
आज के कारोबार में मेटल सेक्टर इंडेक्स 3.14 प्रतिशत और ऑयल एंड गैस सेक्टर 1.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वही RIL में 1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज हुई
आज के कारोबार में सेंसेक्स 152 अंक की बढ़त के साथ 54555 के स्तर पर और निफ्टी 22 अंक की बढ़त के साथ 16280 के स्तर पर बंद हुआ है।
शुरुआती कारोबार के दौरान मेटल, फार्मा और एनर्जी सेक्टर में शुरुआती गिरावट रही। वहीं बैंकिंग, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी सेक्टर में बढ़त का रुख रहा।
बजाज फाइनेंस को छोड़कर शीर्ष 10 की सूची की अन्य सभी कंपनियां बाजार में बीते सप्ताह के दौरान बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहीं। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी रहीं।
इंडेक्स को बढ़ाने मे सबसे ज्यादा योगदान आरआईएल, इंफोसिस, टीसीएस, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक का रहा। वहीं ऑटो सेक्टर में भी खरीद दर्ज हुई
जानकारों का अनुमान है कि वित्त वर्ष के शेष हिस्सें में करीब 40 आईपीओ आ सकते हैं। इनसे 70,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।
30 जुलाई को बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 235.49 लाख करोड़ रुपये के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा।
मेटल इंडेक्स 5 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुआ, वहीं सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 3 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखने को मिली।
इस साल नई लिस्ट हुई कंपनियों में 6 ऐसी रही हैं जहां 6 महीने या इससे कम में रकम दोगुना या उससे ज्यादा हो गयी है।
सप्ताह के दौरान एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति, कोलगेट, टेक महिंद्रा, भेल, आईओसी, सन फार्मा तथा इंडिगो जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं
दिग्गज शेयरों में शामिल इंफोसिस 2.76 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 1.24 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.27 प्रतिशत, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए।
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