सप्ताह के दौरान फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा भी जारी किया जाएगा। एंजल वन लिमिटेड के वरिष्ठ विश्लेषक - तकनीकी और डेरिवेटिव्स ओशो कृष्णन ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर घटनाक्रमों के अभाव में वैश्विक रुझान बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने पिछले साल अक्टूबर से अब तक 2.94 लाख करोड़ रुपये के भारतीय शेयर बेचे हैं, जबकि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी, डॉलर में मजबूती और भारतीय बाजार के मूल्यांकन में बढ़ोतरी हुई है।
Closing Bell: निवेशकों को शेयर बाजार लंबे समय से झटके पर झटका दिए जा रहा है। लाखों करोड़ रुपये स्वाहा हो चुके हैं। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में निफ्टी 22,000 के लेवल तक भी गिर सकता है।
गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 30.02 अंकों की बढ़त लेकर 76,201.10 अंकों पर खुला। जबकि एनएसई निफ्टी 50 ने 10.50 अंकों के उछाल के साथ 23,055.75 अंकों पर कारोबार शुरू किया। बताते चलें कि बुधवार को बाजार ने गिरावट के साथ शुरुआत की थी।
विदेशी निवेशक लगातार शेयर बेचकर अपने पैसे निकाल रहे हैं। 4 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक सेंसेक्स 2412.73 अंक (3.07 प्रतिशत) गिर चुका है। इस दौरान बीएसई पर लिस्ट कंपनियों का मार्केट कैप 18,04,418 करोड़ रुपये घटकर 4,07,46,408.11 करोड़ रुपये पर आ गया।
मंगलवार को शेयर बाजार में हुए अमंगल से निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए। लंबे समय से बाजार में जारी गिरावट के रुझान के चलते निवेशकों ने बड़ी राशि खो दी है।
आज के कारोबार में निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2-2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। मेटल, मीडिया, फार्मा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एनर्जी, रियल्टी में 2-2 प्रतिशत की कमजोरी के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, आगे चलकर निवेशकों की नजर कंपनियों के तिमाही नतीजों और आगामी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। इनमें औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी), उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ें शामिल हैं।
पिछले साल के लचर प्रदर्शन के बाद अबतक सेसेंक्स ने निवेशकों को निराश ही किया है। शेयर बाजार के एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय इक्विटी बाजार की दीर्घकालिक वृद्धि की कहानी जारी रहेगी।
शेयर बाजार निवेशकों के लिए राहत की खबर है। आज भी बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। लंबे समय के बाद भारतीय बाजार पटरी पर आई है। इससे सबसे ज्यादा राहत रिटेल निवेशकों को मिला है।
बाजार में यह तेजी ट्रेड वॉर टलने के कारण आया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको के बाद कनाडा को टैरिफ से एक महीने की राहत दी है।
आज कारोबार के आखिर में निफ्टी बैंक सूचकांक भी बिकवाली की चपेट में आ गया और 296.40 अंक या 0.60% की गिरावट के साथ 49,210.55 पर बंद हुआ।
ट्रेड वॉर शुरू होने से अमेरिका सहित दुनियाभर के बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। जापान के निक्केई 225 इंडेक्स सहित प्रमुख एशियाई सूचकांक 2.27 फीसदी से अधिक गिर गए, जबकि हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 2.07 फीसदी की गिरावट आई।
शेयर बाजार में आज नए हफ्ते की शुरुआत हो रही है। बजट के बाद आज का दिन काफी अहम होने वाला है। ट्रंप की नीति से ट्रेड वॉर की शुरुआत हो चुकी है। आइए जानते हैं कि आज बाजार का मूड कैसा रह सकता है।
बजट भाषण के बीच में मार्केट अच्छी बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था लेकिन इंडस्ट्री के लिए सरकार ने कोई खास ऐलान नहीं किया, जिसकी वजह से बाजार ने अचानक तेज पलटी मार ली और बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान में आ गया।
Budget 2025 Stocks to Watch : बजट में हाउसिंग सेक्टर से जुड़ी घोषणाएं होती हैं, तो आधार हाउसिंग फाइनेंस, एप्टस वैल्यू, आवास फाइनेंसर्स और होम फर्स्ट फाइनेंस के शेयर पर अच्छा रिस्पांस दिख सकता है।
आमतौर पर प्रत्येक शनिवार को बंद रहने वाला भारतीय शेयर बाजार बजट जैसे खास मौके पर भी आम दिनों की तरह खुलेगा और निवेशक आम दिनों की तरह की लेनदेन कर सकेंगे। यहां हम जानेंगे कि बजट वाले दिन भारतीय शेयर बाजार का मूड कैसा रहता है। इसके लिए हमने एनएसई के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 50 के पिछले 10 साल के आंकड़े इकट्ठा किए हैं।
सेबी ने कहा कि ये संस्थाएं अब ब्रोकर विनियमन 1992 के तहत स्टॉक ब्रोकर रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी शर्तों को पूरा नहीं करती हैं। सभी चार स्टॉक ब्रोकर्स सेबी को देय किसी भी बकाया शुल्क, बकाया और ब्याज का भुगतान करने के लिए भी जिम्मेदार होंगे।
कल्याण ज्वैलर्स ने मजबूत बिक्री के दम पर वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 21. 23 प्रतिशत की उछाल के साथ 218. 68 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की।
कारोबार की शुरुआत में निफ्टी पर टाटा कंज्यूमर, टाइटन कंपनी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, मारुति सुजुकी प्रमुख लाभ वाले शेयरों के तौर पर उभरे। लंबे समय से जारी गिरावट के बाद बाजार में थोड़ी बढ़त देखने को मिल रही है।
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