जून के महीने में निर्यात ने भी रिकॉर्ड स्तर छुआ
लॉकडाउन के बीच कृषि कार्य जारी रहने से मई के दौरान फर्टिलाइजर प्रोडक्शन में 7.5% की बढ़त
स्टील उत्पादों पर कम से कम शुल्क 13.70 डॉलर प्रति टन का है और अधिक से अधिक 173.10 डॉलर प्रति टन का शुल्क है। वियतनाम, चीन और दक्षिण कोरिया में तैयार होने वाले और इन देशों से भारत को निर्यात होने वाले कुछ स्टील उत्पादों पर यह शुल्क लागू किया गया है।
उत्पादों पर 222 डॉलर से 334 डॉलर प्रति टन का डंपिंगरोधी शुल्क लगाने की सिफारिश
घरेलू कंपनियों की मदद के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी की समय सीमा बढ़ी
स्टील और सीमेंट सेक्टर में अप्रैल के दौरान सबसे तेज गिरावट दर्ज
मार्च के महीने में दुनिया भर में कुल इस्पात उत्पादन 6 फीसदी घटा
फरवरी में स्टील डिमांड के 5 फीसदी बढ़ने का अनुमान दिया गया था जिसे अब संशोधित किया गया है।
देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन नवंबर में 2.8 प्रतिशत घटकर 89.34 लाख टन रहा। यह लगातार दूसरा महीना है जब कच्चे इस्पात का उत्पादन कम हुआ है।
इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि भारत के लिए 2.5किग्रा प्रति व्यक्ति खपत के उपभोग स्तर तक पहुंचने का एक गर्व का क्षण है।
पिछले कुछ सालों से इस्पात उद्योग में जारी सुस्ती की वजह से यह कारखाना दबाव में आ गया।
आमदनी में गिरावट के बावजूद कर संबंधी नयी व्यवस्था में बचत के चलते निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनी टाटा स्टील का सितंबर में समाप्त तिमाही का एकीकत शुद्ध लाभ 5.9 प्रतिशत बढ़कर 3,302.31 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
स्टील सेक्टर में दुनियाभर में भारत का दबदबा कायम करने के उद्देश्य से मोदी सरकार स्टील क्षेत्र को प्रोत्साहन देने को लेकर प्रतिबद्ध दिख रही है। चीन दुनिया में स्टील का सबसे बड़ा उत्पादक है, जिसका क्रूड स्टील का उत्पादन 2018 में 92.83 करोड़ टन था, जबकि भारत इस सूची में 10.65 करोड़ टन उत्पादन के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
प्रधान ने कहा कि जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को हर घर जल सुनिश्चित करना है।
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने एक अधिसूचना में कहा कि प्राधिकार ने कथित डंपिंग और घरेलू उद्योग को होने वाले नुकसान को लेकर जांच शुरू की है।
कर्मचारियों को लिखे पत्र में प्रधान ने अर्थव्यवस्था में इस्पात क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए वृद्धि की कहानी में भी क्षेत्र की भूमिका का जिक्र किया।
चालू वित्त वर्ष में तरल इस्पात और बिक्री योग्य इस्पात के उत्पादन का लक्ष्य क्रमश: 64 लाख टन और 58 लाख टन रखा गया है।
अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ इस्पात तथा एल्युमीनियम पर शुल्क हटाने को लेकर करार हो गया है। इस समझौते के तहत अमेरिकी शुल्कों के बाद लगाए गए जवाबी शुल्कों को भी वापस लिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस कदम से तीनों उत्तरी अमेरिकी देशों के बीच तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।
चीन के उत्पादकों द्वारा इंडोनेशिया में लगातार क्षमता विस्तार के कारण, इंडोनेशिया से भारत में स्टेनलेस स्टील आयात भारी अनुपात में बढ़ा है।
भारत ने चीन से आयात कर देश के भीतर आने वाले इस्पात की चुनिंदा किस्मों पर पांच साल के लिए 185.51 डॉलर प्रति टन तक का डंपिंग रोधी शुल्क लगाया है।
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