Steel Industry in India: भारत में स्टेनलेस स्टील की खपत पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 10% बढ़ी है। भारतीय स्टेनलेस स्टील विकास संस्थान की रिपोर्ट में कई जानकारी सामने आई है।
भारतीय इस्पात क्षमता वर्ष 2014-15 में 10.98 करोड़ टन से 46 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 16.03 करोड़ टन हो गई है।
आने वाले हफ्तों में रूस-यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष गहराने के साथ इसकी कीमत में और वृद्धि होने के आसार है
अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत क्रूड स्टील में दुनिया का दूसरा बड़ा उत्पादक है, लेकिन जब रिफाइंड स्टील की बात करें तो दुनियाभर से हमें आयात करना पड़ता है।
लौह अयस्क और छर्रों की अभूतपूर्व ऊंची कीमतें पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में छोटी द्वितीयक इस्पात इकाइयां को बंद होने पर या उत्पादन में कटौती करने के लिए मजबूर कर रही हैं।
नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि सड़क और दूसरी ढांचागत सुविधाओं के निर्माण में इस्पात और सीमेंट की भारी मांग सृजित हो रही है
पिछले कुछ सालों से इस्पात उद्योग में जारी सुस्ती की वजह से यह कारखाना दबाव में आ गया।
चीन के उत्पादकों द्वारा इंडोनेशिया में लगातार क्षमता विस्तार के कारण, इंडोनेशिया से भारत में स्टेनलेस स्टील आयात भारी अनुपात में बढ़ा है।
1 फरवरी 2018 को पेश होने वाले आम बजट से पहले स्टेनलेस स्टील इंडस्ट्री ने सरकार से फेरो-निकल और स्टेनलेस स्टील स्क्रैप पर इंपोर्ट ड्यूटी खत्म करने की मांग की है।
विदेशों से आने वाले सस्ते स्टील उत्पादों पर डंपिंगरोधी शुल्क लगा दिया है ताकि घरेलू स्टील उद्योग को फायदा हो सके
नीलामीकर्ताओं की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलने से सरकार ने कोयला खानों की पांचवें दौर की नीलामी रद्द कर दी है।
फरवरी 2017 में स्टील एक्सपोर्ट में 150 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इस दौरान स्टील का इपोर्ट 46 फीसदी घटा है।
सड़क, रेलवे, बिजली तथा आवास जैसे बुनियादी ढांचे पर सरकार के व्यय से भारत अगले 10 साल में वैश्विक स्तर पर इस्पात खपत के मामले में शीर्ष देशों में शामिल होगा।
टाटा स्टील ने अपना ब्रिटेन का लॉन्च प्रोडक्ट कारोबार ग्रेबुल कैपिटल एलएलपी को बेच दिया है। कंपनी ने कहा कि यूरोपीय कारोबार को बेचने की प्रक्रिया पूरी कर ली।
केंद्रीय इस्पात एवं खान राज्यमंत्री विष्णु देव साई ने कहा कि सरकार का स्टील उत्पादन बढ़ाकर 30 करोड़ टन करने का लक्ष्य है।
ब्रिटेन की सरकार ने टाटा स्टील के घाटे में चल रहे पोर्ट टालबोट स्थित प्लांटों में हजारों रोजगारों को बचाने के लिए कंपनी से विराम हासिल कर लिया है।
ब्रिटेन के स्टील कारोबारी संजीव गुप्ता ने टाटा स्टील के पोर्ट टालबोट स्टील कारखाने को खरीदने में रुचि दिखाई है। ब्रिटेन सरकार करेगी प्लांट्स की मदद।
टाटा ग्रुप यदि ब्रिटेन के अपने दो प्लांट्स को छोड़ने का फैसला करता है तो करीब 18,000 लोग बेरोजगार हो जाएंगे। मंगलवार को होने वाली बैठक में फैसला किया जाएगा।
टाटा स्टील ने स्कॉटलैंड स्थित अपने दो स्टील प्लांट्स को स्कॉटिश सरकार के हाथों बेचने का समझौता किया है। सरकार बाद में लिबर्टी हाउस को बेच देगी।
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