सेबी ने बुधवार को स्टार्टअप कंपनियों को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध करने के नियमों को आसान बनाने की घोषणा की है।
श के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मंगलवार को कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे धनी देश बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यिम स्वामी ने मध्यम वर्ग से बोझ कम करने के लिए आयकर समाप्त करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि इससे देश में ऊंची आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन दिया जा सकेगा।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिहाज से भारत सबसे पंसदीदा गंतव्यों में से एक है और अगले पांच साल में देश में होने वाला वार्षिक विदेशी निवेश करीब 75 अरब डॉलर पहुंचने की उम्मीद है।
नई तकनीकों ने डिजिटल वर्कप्लेस और अर्थपूर्ण कर्मचारी अनुभव की जरुरत को बढ़ा दिया है...
इनोवेशन और पैसों की कमी के कारण भारत के 90 फीसदी से ज्यादा स्टार्टअप पहले पांच सालों में ही बंद हो जाते हैं। IBM ने एक अध्ययन में यह जानकारी दी है।
आदित्यनाथ ने लखनऊ हवाईअड्डे के समीप देश का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इन्क्यूबेटर में स्थापित किए जाने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
स्नैपडील, स्टेजिला के पूर्व कर्मचारियों के लिए पेटीएम एक राहत बनकर आई है। मोबाइल वॉलेट कंपनी ने इन कंपनियों से निकाले गए सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी दी है।
माइक्रोसॉफ्ट के नडेला ने भारत में उद्यमिता ऊर्जा की सराहना की। कहा भारत संभवत दुनिया की एक ऐसी जगह है जहां उद्यमिता ऊर्जा आनुपातिक वृद्धि करने में सक्षम है।
नकदी संकट से जूझ रहने लोगों के लिए राहत की खबर है। अब छोटी राशी के लिए आपको लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। tailmill.com कैश आपके घर डिलिवर करवा देगा।
सेबी ने स्टार्ट-अप कंपनियों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एंजल निवेश के नियमों में ढील दी है। निवेशक अब पांच साल तक पुरानी इकाइयों में पूंजी लगा सकेंगे।
भारत में वर्ष 2020 तक देश में इस तरह के स्टार्टअप की संख्या 2.2 गुणा बढ़कर 10,500 तक पहुंचने की उम्मीद है। नैस्कॉम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
फ्यूचर ग्रुप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) किशोर बियानी ने कहा कि स्टार्टअप की स्थिति निराशाजनक है और उनमें से 90 फीसदी में कुछ नहीं होने जा रहा।
सात भारतीय स्टार्टअप्स की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर है। देश में कम से कम 50 ऐसे सूनीकॉर्न (क्षमतावान स्टार्टअप) हैं, जिनमें यूनीकॉर्न बनने की क्षमता है।
भारतीय स्टार्टअप्स पिछले कुछ सालों से निवेशकों से मिले पैसे पर खूब तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। एंटरप्रेन्योर्स का एक ग्रुप फंड के लिए संघर्ष कर रहा है!
एसोचैम और थॉट आर्बिटरेज रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया में प्रौद्योगिकी केंद्रित स्टार्टअप का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र है।
जीएसटी से सभी तरह और आकार के उद्योगों को फायदा होगा, स्टार्टअप्स भी अपने लिए आगे अच्छा समय आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) देने वाली स्टार्टअप कंपनी EarlySalary.Com का इरादा आने वाले महीनों में 50 से 60 लाख डालर जुटाने का है।
भारत छोटा उद्यम शुरू करने वाला दूसरी बड़ी ताकत है। छोटे उद्यम शुरू करने के मामले में भारत दुनिया का सबसे युवा देश है जहां ऐसे 72 प्रतिशत लोगों की उम्र 35 साल से कम है।
भारत में एंट्रप्रेन्योरशिप के बारे में एक कठोर सत्य सामने आया है। पिछले दो सालों में 40 फीसदी से ज्यादा स्टार्टअप्स अपनी दुकानें बंद कर चुके हैं।
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