दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत पर सावल उठाते हुए एक्सपर्ट 2015 में स्लोडाउन का अनुमान लगा रहे थे। इसके बावजूद निवेशकों ने पैसे दिए हैं।
साल 2015 में भारतीय स्टार्टअप्स के लिए कई मायनों में बेहतर रहा है। देशी और विदेशी निवेशकों ने स्टार्टअप्स के लिए अपनी झोली खोल दी।
रिजर्व बैंक ने सीमापार सौदे करने वाली स्टार्टअप्स कंपनियों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है।
रतन टाटा नए इंटरप्राइजेज में निवेश करने की अपनी मुहिम को जारी रखे हुए हैं। उन्होंने अब सर्विस सेक्टर के मार्केटप्लेस अर्बनक्लैप में निवेश किया है।
देश की प्रमुख कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (सीसीडी) ने अब होम डिलिवरी सर्विस स्टार्ट की है। कंपनी ने इस सर्विस के लिए स्टार्टअप स्विगी के साथ करार किया है।
ऑनलाइन डील-मेकिंग प्लेटफॉर्म LetsVenture ने अपने बोर्ड में रतन टाटा और मोहनदास पई को अपने साथ एडवाइजर और इन्वेस्टर के तौर पर जोड़ा है।
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