रिपोर्ट्स के मुताबिक, बायजू को कर्मचारियों और वेंडरों का बकाया चुकाने के लिए कम से कम 500-600 करोड़ रुपये की जरूरत है। आपको बता दें कि कोरोना महामारी के समय बायजू ने तेजी से पंख फैलाए। उसे देश की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप का तमगा भी मिला लेकिन यह कायम नहीं रह सका।
Vibrant Gujarat Submit 2024 में जापानी स्टार्टअप स्काई ड्राइव ने भी हिस्सा लिया है। ये कंपनी इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार बनाती है।
इंडिया टेक की फंडिंग में हर तिमाही में गिरावट देखी जा रही है, 2023 की तीसरी तिमाही में फंडिंग में लगातार तीसरी गिरावट के साथ यह सबसे कम फंड वाली तिमाही बन गई है और पिछले 5 वर्षों में सबसे कम वित्त पोषित तिमाही भी।
सोशल मीडिया पर आजकल एक बंदा लोगों को स्टार्टअप का आईडिया देने का काम कर रहा है। स्टार्टअप का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसपर लोगों ने मजेदार कमेंट्स भी किए हैं।
16 साल की भारतीय लड़की प्रांजली अवस्थी ने जो कर दिखाया है, वो बड़े बड़े बिजनेस दिग्गजों के लिए एक सपना है। दरअसल उन्होंने इतनी छोटी उम्र में अपने स्टार्टअप वेंचर Delv.AI के जरिए बड़ी पहचान बना ली है।
करीब एक हजार लोग पहले ही ‘नोटिस पीरियड’ पर काम कर रहे हैं और अन्य एक हजार ने अपने प्रदर्शन सुधार मापदंडों को पूरा नहीं किया है। आकलन अब भी किया जा रहा है। इस पूरी कवायद से 3,000-3,500 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।
भारत में अधिकांश निवेश केवल सीसीपीएस मार्ग के माध्यम से किया जाता है। सीबीडीटी ने इस साल मई में गैर-सूचीबद्ध और गैर-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप इकाइयों में वित्तपोषण के मूल्यांकन पर नियमों का मसौदा जारी किया था। सीबीडीटी ने यह मसौदा आयकर लगाने के मकसद से जारी किए थे। इसे ‘एंजल कर’ कहा जाता है।
ग्रोवर ने यह मुद्दा उठाया था कि ‘पिछले एक महीने में कई स्टार्टअप को टैक्स नोटिस मिले हैं, जिसमें उनके शेयरधारकों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है।
अधिकारी ने कहा, अनुदान के लिए आवेदन करने को 10-15 दिन के भीतर एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जाएगा।
हम ऐसे 5 कारोबार बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप मात्र 1 लाख रुपये की पूंजी के निवेश के साथ खड़ा कर सकते हैं और जिसमें मुनाफे की भी अच्छी संभावनाएं हैं।
Franchise India Expo 2023: भारत में फ्रेंचाइज बिजनेस का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। कंपनियां आने वाले समय में शानदार नतीजे दे सकती हैं। आइए फ्रेंचाइजी इंडिया एक्सपो 2023 के बारे में जानते हैं।
एमएसएमई मंत्रालय के पोर्टल पर रोजना करीब 30 हजार नए एंटरप्रेन्योर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।
कंपनी ने अचानक अपने 90 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी के इस बड़े कदम का कारण बना है एक चैटबॉट।
विलय एवं अधिग्रहण सौदों की संख्या बढ़ने के पीछे मध्यम आकार के सौदों में आई तेजी की अहम भूमिका रही है। अब तो एक नई रिपोर्ट सामने आ गई है।
रिपोर्ट कहती है कि एक साल पहले देश में कुल यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या 84 थी लेकिन इस साल यह घटकर 83 रह गई।
Byju's Investors: लंबे समय से पेंडिंग पड़े ऑडिट रिपोर्ट को लेकर अभी भी कंपनी में हल्ला मचा हुआ है। हालांकि अब कंपनी के सीईओ ने निवेशकों को एक टाइमलाइन दे दी है।
भारत में स्टार्टअप्स पिछले 9 वर्षों में 300 गुना बढ़ गए हैं, 2014 से पहले लगभग 350 स्टार्टअप्स थे, तब से स्टार्टअप्स की संख्या 90,000 से अधिक हो गई है।
वर्ष 2023 टेक कर्मचारियों के लिए अब तक सबसे खराब साल साबित हुआ है। लगभग 2 लाख टेक कर्मचारी - बिग टेक फर्मों से लेकर स्टार्टअप्स तक - को वैश्विक स्तर पर निकाला गया है।
कर छूट के दायरे में शामिल किए गए देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी एवं स्पेन के अलावा कनाडा, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, बेल्जियम, डेनमार्क, फिनलैंड, इजरायल, इटली, आइसलैंड, जापान, कोरिया, रूस, नॉर्वे, न्यूजीलैंड एवं स्वीडन शामिल हैं।
Investors attitude Agrifoodtech startups: इन दिनों स्टार्टअप कंपनियों में काफी अप एंड डाउन देखने को मिल रहा है। जिस तेजी से कोरोना के बाद कंपनियों को फंडिंग मिल रही थी अब उसपर ब्रेक लगना शुरू हो गया है।
संपादक की पसंद