नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में क्रिसमस के मौके पर चर्च द्वारा बांटे जाने वाले सामान को लेने के लिए जुटी भीड़ में भगदड़ मच गई, जिसमें 4 बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो गई।
मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ मचने से कई महिलाएं और बुजुर्गों के दबने की खबर है। मेरठ के परतापुर में पिछले 6 दिनों से यह कथा चल रही थी।
त्योहारों में भीड़ के बावजूद पूजा स्पेशल ट्रेनों में सीटें खाली हैं। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। 29 अक्टूबर तक दर्जनों पूजा स्पेशल ट्रेनों में सीटें और बर्थ खाली हैं।
मुंबई में हुए हादसे का वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि लोग ट्रेन में चढ़ने के लिए एक-दूसरे को रौंदते हुए चले गए। इस बीच जो लोग नीचे गिर गए थे, उनके ऊपर से कई लोग गुजर गए और उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर भगदड़ की घटना पर कहा कि मुंबई के रेल यात्रियों की अनदेखी की जा रही है।
22 कोच की ट्रेन में सवार होने के लिए लगभग 2500 लोग इकट्ठे हो गए थे। जब ट्रेन आई तो प्लेटफॉर्म में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। सभी लोग ट्रेन में सवार होने के लिए दौड़े। इसी वजह से हादसा हुआ और 10 लोग घायल हो गए।
दिल्ली के 'कालकाजी मंदिर' में करंट फैलने से भगदड़ मचने की खबर सामने आई है। इस घटना में एक 9वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई है। वहीं, कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
वीडियो में भीड़ को मैनेज करने के लिए कोई भी अधिकारी मौके पर नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, हादसे के बाद मौके पर प्रशासन की टीम पहुंच गई। मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा बलों और स्वयंसेवकों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया।
जहानाबाद के बाबा सिद्धेश्वर नाथ के मंदिर में सावन के सोमवार के चलते भक्तों की भीड़ लगी हुई थी। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालू शिव को जलाभिषेक करने के लिए जुटे हुए थे। इसी दौरान देर रात मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई।
पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ मचने से 15 भक्त घायल हो गए। वहीं, एक श्रद्धालु की मौत हो गई। यहां 53 साल बाद दो दिन की रथ यात्रा हो रही है।
अलीगढ़ की रहने वाली बीनू देवी और पदम सिंह की बेटी अंजलि की 12 जुलाई को शादी होनी है। हिंदुओं में प्रथा है कि वह शादी का कार्ड मंदिर में भी देते हैं। ऐसे ही बीनू देवी कल शादी का कार्ड साकार हरि बाबा को देने गई थी।
हाथरस भगदड़ का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। हाथरस मे हुई भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट मे जनहित याचिका दाखिल की गई है। हादसे का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट भी पहुंचा है।
जानकारी के मुताबिक, बाबा ने अपनी सुरक्षा के लिए महिला और पुरुष गार्ड रखे थे। बाबा ने इन सुरक्षाकर्मियों को नारायणी सेना नाम दिया था।
बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि 'भोले बाबा' अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले पुलिस की नौकरी करता था और उस दौरान उसका आवास आगरा में हुआ करता था।
हाथरस में हुई दुखद घटना को लेकर पूरे देश ने अपनी संवेदनाएं दी लेकिन भोले बाबा की तरफ से अभी तक किसी भी तरह का बयान नहीं आया है।
भारत में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ होने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत की यह पहली घटना नहीं है। महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 2005 के दौरान हुई भगदड़ में 340 श्रद्धालुओं की मौत और 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर हुई भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाएं हैं।
हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ से 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल हो गए। मौके पर बचाव कार्य जारी है। सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं।
हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ होने से 116 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
नागपुर में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भगदड़ में 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गए।
मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो के एक स्टेडियम में शुक्रवार को खेल समारोह देखने पहुंचे प्रशंसकों के बीच भगदड़ मच गई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
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