कश्मीर में हालात धीरे धीरे पूरी तरह सामान्य होते जा रहे हैं। इसका सबूत आज श्रीनगर का दिल कहे जाने वाले लाल चौक में देखने को मिला। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आज श्रीनगर का मशहूर लाल चौक पूरी तरह खुल गया है।
जम्मू कश्मीर में शांति बहाली की कोशिशों के बीच आज से कश्मीर घाटी के 196 प्राइमरी स्कूल में फिर से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि उन इलाकों में फिर से पाबंदियां लगा दी गई है जहां शनिवार को हालात बिगड़ गए। शहर में कई स्थानों पर और घाटी में अन्य जगहों पर पाबंदियों में ढील दी गई थी जिसके बाद परेशानी पैदा हो गई थी।
श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने शनिवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों और विद्यालयों के प्रमुखों की बैठक बुलायी थी। इस बैठक में जिले में विद्यालयों को खोलने के संदर्भ में गहन चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि रैनवारी और ईदगाह क्षेत्रों में भी कुछ विद्यालय सोमवार को खुलेंगे।
शासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आए जम्मू-कश्मीर के नेता शाह फैसल को बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोककर वापस श्रीनगर भेज दिया गया है
खान के अनुसार, श्रीनगर और घाटी में अन्य जिलों के विभिन्न हिस्सों में मामूली घटनाएं हुईं। इनसे स्थानीय रूप से ही निपटा गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सबसे बड़ा काम यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी हताहत ना हो।’’
मंत्रालय ने 10 अगस्त को कहा था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में प्रदर्शन की छिटपुट घटनाएं हुई थीं और किसी में भी 20 से अधिक लोग शामिल नहीं थे।
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने स्थिति का आंखों देखा हाल जान लेने के लिए इलाकों एवं विभिन्न अस्पतालों का शुक्रवार को दौरा किया।
येचुरी ने आरोप लगाया कि उन्हें शहर में प्रवेश करने की इजाजत भी नहीं दी गई। वाम दलों के नेता अपने पार्टी सहयोगियों से मिलने श्रीनगर गए थे।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं
कश्मीर से करीब 70 आतंकवादियों और पाक समर्थक अलगाववादियों को कश्मीर की जेल से आगरा शिफ्ट किया गया है।
कांग्रेस पार्टी के कई नेता अनुच्छेद 370 पर सरकार के कदम का खुलकर समर्थन कर चुके हैं। इसमें नया और प्रमुख नाम वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद कल श्रीनगर जाएंगे जहां वे प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे।
शहर में सन्नाटा छाया है,कटीले तारों से जगह जगह बाड़बंदी है, चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस और सेना के जवान बहुत जरूरत पड़ने पर ही लोगों को निकलने दे रहे हैं और वह भी गहन तलाशी के बाद।
जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा रविवार देर रात से केबल नेटवर्क पर किसी भी न्यूज चैनल का प्रसारण नहीं हो रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा किसी बड़े फैसले की आशंका के बीच श्रीनगर सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ कर दी गई है। राज्य की राजधानी श्रीनगर सहित जम्मू में भी सोमवार सुबह 6 बजे से धारा 144 लागू करने का फैसला लिया गया है।
घाटी में कुछ बड़ा होने की खबरों के बीच जम्मू-कश्मीर पर्यटन पुलिस विभाग ने सोमवार तक सभी पर्यटकों को अपने होटल छोड़ने के लिए सभी होटल और रिसॉर्ट्स को कहा है।
एयर इंडिया ने यात्रियों को राहत देते हुए अपना किराया तय कर दिया है। प्रवक्ता धनंजय कुमार ने कहा कि श्रीनगर से कहीं भी यात्रा करने पर 9500 रुपये किराया तय किया गया है।
राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को राज्य में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए जारी सुरक्षा सलाह के बाद श्रीनगर से आने और जाने के हवाई किराए में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी)श्रीनगर ने कश्मीर में अनिश्चित हालात के मद्देनजर अगले आदेश तक सभी कक्षाएं स्थगित कर दी है। एनआईटी के रजिस्ट्रार द्वारा शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘यह सूचना संस्थान के सभी छात्रों के लिए है कि सभी विषयों की कक्षाएं अगले आदेश तक के लिए रद्द की जाती है।’’
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