उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग अपने जासूसी उपग्रह से व्हाइट हाउस पर दिन-रात नजर रख रहा है। किम के इस कदम से अमेरिका टेंशन में आ गया है। क्योंकि उत्तर कोरिया के पास अब घातक मिसाइलें भी जखीरे में हैं, जिनका उसने हाल के समय में परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया ने जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया है, इससे जापान सागर और उसके आसपास के इलाके में चिंता फैल गई है। दक्षिण कोरिया और जापान चिंतित हैं। वहीं दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि जासूसी उपग्रह लॉन्चिंग में रूस ने मदद की है।
उत्तर कोरिया ने एक सैन्य जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित करके अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के खेमे में खलबली मचा दिया है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का इरादा इस उपग्रह के जरिये अपने दुश्मन देशों की सैन्य गतिविधियों पर निगरानी रखना और उसके अनुसार खुद को तैयार करना है।
दक्षिण कोरिया अपने पड़ोसी देशों की करतूतों को देखते हुए एक स्पाई सैटेलाइट भेजने जा रहा है। अभी वह अमेरिकी जासूसी सैटेलाइट से काम चला रहा था। अब वह अपना खुद का जासूसी उपग्रह भेजने जा रहा है।
भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर है। एक ओर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो उलटे सीधे बयान दिए जा रहे हैं तो दूसरी ओर भारत भी उनकी हर बात पर करारा जवाब देते हुए कार्रवाई कर रहा है। अब इसी क्रम में एक और बड़ा कदम उठाया गया है।
चीन अपनी चालबाज हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इस बार चीन का जासूसी युद्धपोत भारती रक्षा संस्थानों की जासूसी करने के इरादे से श्रीलंका के कोलंबो एयरपोर्ट पहुंचा है। भारत की चिंताओं के बावजूद श्रीलंका ने चीन के जहाज को अनुमति दी। जाहिर है कि श्रीलंका चीन के कर्जे तले दब चुका है।
सीमा की इस कहानी पर जांच एजेंसियों को रत्ती भर भरोसा नहीं है। यही कारण है कि पहले तो पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही थी लेकिन बीते दिनों यूपी एटीएस ने सीमा हैदर और सचिन से कई घंटे पूछताछ की।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच ब्रिटेन पूरी तरह से यूक्रेन के साथ खड़ा है। अब वह रूस को कमजोर करने औश्र हथ्यिायारों की पूर्ति को रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का उपयोग कर रहा है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका के जासूसी विमानों पर देश के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाया है। किम यो जोंग का कहना है कि 8 बार अमेरिकी जासूसी विमान उत्तर कोरिया के विशेष आर्थिक जोन में घुसे। उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी कि आगे विमानों को मार गिराया जा सकता है।
साउथ कोरिया ने उस कथित जासूसी उपग्रह का मलबा ढूंढ़ निकाला है जिसकी नॉर्थ कोरिया ने पिछले महीने असफल लॉन्चिंग की थी।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने ऐसा बड़ा बयान दिया है, जिससे चीन को मिर्ची लग जाएगी। पेंटागन ने स्पष्ट किया कि चीनी जासूसी बैलून जिसे नष्ट किया गया, उस गुब्बारे से चीन कोई जासूसी जानकारी हासिल नहीं कर सका था।
चीन अपनी जासूसी की आदतों से बाज नहीं आ रहा है। अमेरिका और चीन के बीच इसी बात को लेकर रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए थे। अमेरिका ने चीन के एक जासूसी गुब्बारे को मार भी गिराया था। मगर अब जापान, ताईवान जैसे एशियाई देशों में चीन ने अपना जासूसी गुब्बारा छोड़कर सनसनी मचा दी है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि चीन ने फ्लोरिडा से लगभग 160 किमी दूर द्वीप पर एक इलेक्ट्रॉनिक ईव्सड्रॉपिंग फैसिलिटी स्थापित करने के लिए क्यूबा के साथ एक सीक्रेट डील पर साइन किए हैं।
पहले सैन्य जासूसी उपग्रह के फेल हो जाने से तानाशाह किम जोंग उन टेंशन में आ गए हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देशित कर दिया है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सैन्य जासूसी उपग्रह लांच करने की तैयारी करके पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान समेत अमेरिका को भी टेंशन में डाल दिया है। लांचिंग के बाद उत्तर कोरिया का ये उपग्रह विभिन्न देशों की सैन्य निगरानी रख सकेगा। इसस दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका की सेनाएं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह ने इस संबंध में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा को लिखा भी है।
उत्तर सागर में रूस ने अपना जासूसी जहाज उतारकर यूक्रेन से पश्चिम तक खलबली मचा दी है। स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड और नार्वे में सार्वजनिक प्रसारणकर्ताओं के एक समूह ने एक नया वृत्तचित्र तैयार किया है, जिसमें उत्तर सागर एवं बाल्टिक क्षेत्र में समुद्री ऊर्जा व डेटा बुनियादी ढांचे को एक जबरदस्त खतरा होने की बात सामने आई है।
उत्तर कोरिया ने अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान सहित अमेरिका की भी नींद उड़ा दी है। लंबे समय से उत्तर कोरिया और इन तीनों देशों में तू डाल-डाल और मैं पात-पात का खेल चलता आ रहा है। कभी अमेरिका जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास करता है तो कभी उसके जवाब में उत्तर कोरिया परमाणु मिसाइलों का परीक्षण करता है।
हाल ही में चीन के एक जासूसी जहाज को भारत की जलीय सीमा के बिल्कुल करीब देखा गया है। इस जहाज का नाम है-‘यांग शि यू 760‘। यह जासूसी जहाज बंगाल की खाड़ी में गश्त कर रहा है। चीन का यह जासूसी जहाज इस समय पारादीप तट से महज 300 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्ट्राचार का मामला दर्ज कर जांच करने की मंजूरी दी थी।
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