पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है। अगले हफ्ते से स्पुतनिक का टीका लगना शुरू हो जाएगा। इससे वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, जुलाई से देश में ही स्पुतनिक का प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि पूरे देश में अभी तक करीब 18 करोड़ लोग वैक्सीनेटे हो चुके हैं।
पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है।
उत्तराखंड अगले दो महीने में स्पूतनिक टीके की बीस लाख खुराकें आयात करेगा। राज्य सरकार ने विदेशों से टीके का आयात करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
रूस की सिंगल डोज वैक्सीन Sputnik Light को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी से पहले रूस के दावे का परीक्षण किया जाएगा। रूस में शोध से जो नतीजे सामने आएं हैं उस डेटा का भारत में परखा जाएगा और साइंटिफिक डेटा के हिसाब से उसे मंजूरी दी जाएगी।
रूसी स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्पुतनिक वी-वैक्सीन के सिंगल डोज़ को मंजूरी दी है। स्पुतनिक लाइट ने परीक्षणों में लगभग 80 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है।
रूस में बनी स्पुतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप शनिवार को भारत पहुंच चुकी है, जिससे देश के जारी टीकाकरण अभियान को और गति मिलेगी। रूस से स्पुतनिक-वी वैक्सीन लेकर हैदराबाद विमान पहुंच चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच बुधवार को कोरोना के हालात पर बात हुई है। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच कोरोना के अलावा भी कई मसलों पर चर्चा हुई।
डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज ने मंगलवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि रूस की कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी की पहली खेप मई के अंत तक भारत आ जाएगी।
भारतीय दवा महानियंत्रक (DGCI) ने सोमवार को रूस की कोविड-19 रोधी वैक्सीन ‘स्पुतनिक-वी’ को भारत में आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी।
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने कहा कि भारत में हर साल स्पुतनिक वी वैक्सीन की 85 करोड़ से अधिक खुराक तैयार होंगी।
डॉ रेड्डीज, जिसने रूस के संप्रभु कोष आरडीआईएफ के साथ सहयोग किया है, ने Sputnik V के लिए परीक्षण किया और आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन किया। यह भारत में उपलब्ध होने वाला तीसरा टीका होगा। भारत वर्तमान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशिल्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन का उपयोग कर रहा है।
भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik V को आपातकालीन इस्तेमान के लिए मंजूरी दे दी गई है। इस वैक्सीन की कीमत कितनी है इस खबर में हम आपको इसकी जानकारी देंगे।
रूस का प्रत्यक्ष निवेश कोष आरडीआईएफ और औषधि कंपनी पैनेसिया बॉयोटेक ने सोमवार को कहा कि वे स्पुतनिक-V कोविड-19 टीके की भारत में सालाना 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने पर सहमत हुए हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार भाग लेने वालों में 54 फीसदी ने टीके के उत्पादन के लिए अमेरिका के साथ-साथ रूस को सबसे विश्वसनीय देश माना है।
Russian Coronavirus Vaccine Sputnik V: रूस में उपभोक्ता स्वास्थ्य प्रहरी एना पोपोवा ने एक रेडियो स्टेशन पर लोगों से कहा कि लोग ये इंजेक्शन लगवाने से दो हफ्ते पहले से ही शराब पीनी छोड़ दें और टीका लगवाने के बाद 42 दिनों तक इस परहेज को जारी रखें।
रूस में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के एक दिन में सर्वाधिक 28,145 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 24 लाख के करीब पहुंच गई। देश में अब तक कुल 41,607 लोग संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
इस समय इस वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण बेलारूस, यूएई, वेनेजुएला और अन्य देशों में चल रहा है। आरडीआईएफ ने कहा कि भारत में दूसरे चरण और तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है।
रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन की पहली अंतरराष्ट्रीय खेप ग्राहकों को जनवरी, 2021 में मिलनी शुरू होगी। जिन ग्राहकों ने हाल ही में वैक्सीन के लिए खरीद ऑर्डर दिया है, उन्हें इस वैक्सीन का पहला बैच मार्च, 2021 से मिलना शुरू होगा।
कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर टूटा हुआ है और अब हर किसी को वैक्सीन का इंतजार है। इसके साथ ही लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वैक्सीन के आने के बाद उसकी कीमत क्या होगी।
दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस संक्रमण को खत्म करने के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन रूस की 'स्पुतनिक वी' की खेप भारत पहुंच चुकी है।
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