रूस समेत पूरी दुनिया को कोरोना रोधी टीका स्पूतनिक-वी तैयार करने वालों में शामिल रहे रूसी वैज्ञानिक की हत्या से सनसनी फैल गई है। हत्या की जानकारी मिलते ही रूस में हड़कंप मच गया है। अचानक हुई हत्या की इस सूचना ने राष्ट्रपति पुतिन को भी हैरान कर दिया है।
डॉ रेड्डीज स्पुतनिक वी की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार के साथ चर्चा करने की कोशिश कर रही है।
बयान में कहा गया कि राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई थी कि वे उन जिलों को प्राथमिकता दें, जहां वैक्सीन कम लगे हैं और अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीनेशन केन्द्रों की जरूरत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच में सुधार की आवश्यकता का पता लगाएं।
सरकार ने कहा कि जायडस कैडिला के स्वदेशी रूप से विकसित सुई-मुक्त कोविड-19 वैक्सीन जायकोव-डी को बहुत जल्द राष्ट्रव्यापी कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान में शामिल किया जाएगा और वर्तमान में उपयोग किए जा रहे वैक्सीन की तुलना में इसका अलग मूल्य होगा।
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असली कोरोना वैक्सीन की पहचान के लिए मापदंड भेजा है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली? इस मापदंड में अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।
भारत को 10 करोड़ खुराक तक पहुंचने में 85 दिन लगे। उसे 20 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 45 दिन एवं 30 करोड़ तक पहुंचने में और 29 दिन लगे। देश को 40 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में बाद के 24 दिन तथा छह अगस्त को 50 करोड़ का आंकडा पार करने के लिए 20 और दिन लगे।
शुक्रवार को 90 लाख लोगों को वैक्सीन का आंकड़ा 7 बजे तक का है और ऐसी संभावना है कि अंतिम अपडेट तक यह आंकड़ा और भी ऊपर पहुंचकर एक करोड़ के करीब पहुंच सकता है।
कोविड-19 रोधी टीके ‘स्पुतनिक-वी’ की एक खुराक सार्स-सीओवी-2 वायरस (कोरोना वायरस) के खिलाफ अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बना सकती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि रूस के कोविड—19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की पहली खेप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जून में मिलने की संभावना है।
मुंबईकरों को मिलेगी स्पुतनिक V वैक्सीन, मुंबई के अस्पताल में कैसी है वैक्सीनेशन की तैयारी.. देखिए रिपोर्टl
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
भारत को रूस की बनाई कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-वी वैक्सीन की दूसरी खेप मिल गई है। उम्मीद है कि इस वैक्सीन की खुराक जल्द ही बाजार में मिलनी शुरू हो जाएगी।
रूस में डेवलप हुई स्पूतनिक V की डोज भारत में लगनी शूरू हो गई है। हैदराबाद में स्पूतनिक V वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है। भारत में इस वैक्सीन का प्रोडक्शन डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है।
दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को कहा की सीमित शुरुआत के तौर पर कोविड-19 का टीका स्पुतनिक-वी का पहला टीका हैदराबाद में लगाया गया।
पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है। अगले हफ्ते से स्पुतनिक का टीका लगना शुरू हो जाएगा। इससे वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, जुलाई से देश में ही स्पुतनिक का प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि पूरे देश में अभी तक करीब 18 करोड़ लोग वैक्सीनेटे हो चुके हैं।
संपादक की पसंद