यह बढ़ोतरी मात्रा में उछाल और काली मिर्च, इलायची और हल्दी जैसी कुछ किस्मों के लिए उच्च कीमतों के कारण देखी गई। भारत का लाल मिर्च निर्यात वित्त वर्ष 24 में अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंच गया है।
अमेरिका, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलियाई खाद्य नियामकों ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, एवरेस्ट और एमडीएच दोनों ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है।
देश से मसालों के निर्यात में कुछ उठाव आया है लेकिन छोटी इलायची के निर्यात में 72 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है।
स्पाइसेज बोर्ड ऑफ इंडिया के मुताबिक अप्रैल से दिसंबर 2017 के दौरान देश से कुल 797145 टन मसालों का एक्सपोर्ट हुआ है जबकि वित्तवर्ष 2016-17 की समान अवधि में 663247 टन मसालों का निर्यात दर्ज किया गया था
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