अक्टूबर से स्पाइसजेट अपने आंतरिक नकदी प्रवाह का इस्तेमाल अपने वैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए कर रही है। इसमें भविष्य निधि और टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) पेमेंट भी शामिल हैं।
स्पाइसजेट ने बताया कि वे मुंबई से पटना, गोरखपुर, वाराणसी और गोवा के लिए 4 नई फ्लाइट्स ऑपरेट की जाएंगी। इसके अलावा, पटना से अहमदाबाद, गुवाहाटी, कोलकाता और बेंगलुरू के लिए भी सेवाएं दी जाएंगी।
यह घोषणा स्पाइसजेट द्वारा पिछले महीने क्यूआईपी के जरिये 3,000 करोड़ रुपये की नई पूंजी हासिल करने के बाद की गई है। एयरलाइन को पिछले फंडिंग राउंड से अतिरिक्त 736 करोड़ रुपये हासिल होंगे।
स्पाइसजेट को वित्तीय समस्याओं और कानूनी परेशानियों सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के बेड़े में विमानों की संख्या भी कम हो गई है।
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि अन्य बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, एयरलाइन ने अलग-अलग विमान पट्टेदाताओं (Aircraft Lessors) के साथ समझौता कर लिया है।
स्पाइसजेट के सभी कर्मचारियों का जुलाई और अगस्त की सैलरी के अलावा ऐसे कर्मचारी जिन्हें जून की आधी सैलरी दी गई थी, उनके बैंक अकाउंट में भी सैलरी ट्रांसफर कर दी गई है। स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने कर्मचारियों की पेंडिंग सैलरी के भुगतान की पुष्टि की है।
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित क्यूआईपी (योग्य संस्थागत नियोजन) के लिए पहले से ही 2,000 करोड़ रुपये तक की प्रतिबद्धता है और एयरलाइन संभावित निवेशकों के साथ चर्चा कर रही है।
एयरलाइन ने अपनी मौजूदा समस्या के लिए फ्लीट में कमी, विमानों का ग्राउंड होना, वर्किंग कैपिटल की उच्च लागत, बढ़ती हुई निश्चित लागत, एयरपोर्ट पर निश्चित किराया और वैधानिक बकाया जैसे कारकों को जिम्मेदार ठहराया।
स्पाइसजेट ने 150 केबिन क्रू सदस्यों को तीन महीने के लिए अस्थायी रूप से छुट्टी पर रखने का कठिन निर्णय लिया है। प्रवक्ता ने कहा कि संगठन की दीर्घकालिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए मौजूदा कम यात्रा सीजन और कम बेड़े के आकार के जवाब में यह कदम उठाया गया है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में हवाई यातायात इस साल जून की तुलना में कम था, जब 1.32 करोड़ यात्रियों ने उड़ान भरी थी।
एयरलाइन के परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1,917.43 करोड़ रुपये से 14.15 प्रतिशत घटकर 1,646.21 करोड़ रुपये रह गया। एयरलाइन ने 650 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया।
स्पाइसजेट की फ्लाइट 2 घंटे से ज्यादा लेट रही। हालांकि, एयरलाइन ने इसकी जानकारी समय पर यात्रियों को नहीं दी। बोर्डिंग के समय यात्रियों को इसकी जानकारी लगी तो एयरपोर्ट पर जमकर बवाल हुआ।
मंत्री ने कहा, आज दोपहर तक हमें उम्मीद है कि सभी मुद्दे सुलझ जाएंगे। एक सूत्र के अनुसार इंडिगो, स्पाइसजेट, आकासा और एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित अधिकांश एयरलाइनों की आरक्षण और चेक-इन प्रणाली अब चालू हो गई है।
गड़बड़ी का असर दुनियाभर के कई एयरलाइन पर पड़ा है। कई जगह फ्लाइट अपडेट नहीं मिल पा रहा है। पैसेंजर्स परेशान हैं। वह बोर्डिंग पास नहीं ले पा रहे हैं। चेक-इन नहीं कर पा रहे हैं।
खराब मौसम और दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत गिरने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते स्पाइसजेट और इंडिगो ने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
केएएल एयरवेज और मारन ने शुरुआत में मध्यस्थता कार्यवाही के दौरान 1,300 करोड़ रुपये से अधिक के मुआवजे की मांग की।
कलानिधि मारन दोनों पक्षों के बीच जारी विवाद मामले में दिल्ली हाई कोर्ट के कुछ दिनों पहले के आदेश को चुनौती देंगे। मारन और उनकी कंपनी केएएल एयरवेज ने अपने कानूनी सलाहकार से परामर्श के बाद फैसले को चुनौती देने का फैसला किया है।
दिल्ली एयरपोर्ट से यात्रियों को लेकर लेह के लिए रवाना हुए एक विमान की वापस दिल्ली एयरपोर्ट पर ही लैंडिंग करानी पड़ी। बताया गया कि यात्रियों को लेकर विमान अभी थोड़ी ही दूर गया, तभी इंजन से एक पक्षी टकरा गया। इसके बाद विमान की लैंडिंग कराई गई।
स्पाइसजेट और कलानिधि मारन के बीच विवाद फरवरी 2015 से चला आ रहा है,जब मारन ने स्पाइसजेट में अपनी पूरी हिस्सेदारी एयरलाइन के वर्तमान अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह को ट्रांसफर कर दी थी,
स्पाइनजेट की ओर से इस मामले को लेकर कहा गया है कि परिचालन संबंधी कारणों से एयरलाइन को कुछ सामान एयरपोर्ट पर छोड़ना पड़ा। इसे अगली फ्लाइट से यात्रियों के पास भिजवा दिया जाएगा।
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