उत्तर प्रदेश में 1642 ट्रेनों के जरिए अब तक 22.17 लाख से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को वापस अपने गृह राज्य जाने के लिए अगले सप्ताह तीन विशेष रेलगाड़ियां चलाने का निर्णय लिया है।
यह स्पष्टीकरण तब आया है जब विलंब को लेकर यहां तक कह दिया गया कि प्रवासी ट्रेनें अपने गंतव्य पर पहुंचने से पहले ही गायब हो रही हैं। यादव के अनुसार 28 मई तक 3840 ट्रेनों ने 52 लाख यात्रियों को पहुंचाया।
गुजरात से आ रहे दरभंगा के लाल बाबू कामती की मौत मंगलवार को भागलपुर में हुई। मंगलवार को ही मुंबई से बेगूसराय आ रहे काजी अनवर की बरौनी में मौत हो गई।
जिन राज्यों में सबसे ज्यादा श्रमिक ट्रेनें पहुंचीं उनमें यूपी सबसे आगे है। यूपी (1245 ट्रेनें) के बाद बिहार (846 ट्रेनें), झारखंड (123 ट्रेनें), मध्य प्रदेश (112 ट्रेनें), ओडिशा (73 ट्रेनें) का नंबर आता है।
रेल मंत्री के मुताबिक अब तक 3,000 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का सफल परिचालन
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए इन ट्रेनों के नियमों में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ने अभी तक करीब 2050 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलायी हैं। ट्रेनों में सबसे अधिक सात बच्चों का जन्म पश्चिम मध्य रेलवे में हुआ है।
रेलवे 1 जून से देश भर में 100 रूटों पर ट्रेनें शुरू करने जा रही हैं। इन ट्रेनों में एसी और नॉन एसी दोनों प्रकार के डिब्बे होंगे। इन ट्रेनों के लिए आज सुबह से बुकिंग शुरू हो रही है।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम Dr Ashwath Narayan ने बताया कि राज्य में अंदर लॉकडाउन 4.0 में ट्रेन सेवाओं को मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा लॉक डाउन 4 में अलग-अलग जिलों में जाने के लिए बस सेवा और नगरीय बस सेवा कल से शुरू होगी।
रेलवे ने कहा कि रेल परिचालन के संबंध में लॉकडाउन के तीसरे चरण के दौरान जारी किए गए दिशानिर्देश यथावत लागू रहेंगे।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल और बिहार प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए पर्याप्त संख्या में रेलगाड़ियां चलाने की आवश्यक मंजूरी नहीं दे दे रहे हैं और इन दोनों राज्यों की जवाब देने की गति ‘‘बहुत धीमी’’ है।
राजधानी स्पेशल ट्रेनों ने पिछले पांच दिनों में करीब साढ़े तीन लाख यात्रियों को उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाया और भारतीय रेलवे के लिए 69 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया।
नया नियम वेबसाइट पर उद्धृत है जिसमें लिखा है, ‘‘मैंने अपने गंतव्य राज्य की तरफ से जारी स्वास्थ्य परामर्श को पढ़ लिया है। मैं इसे स्वीकार करता हूं और इसका पालन करूंगा।’’
दिल्ली से एक विशेष ट्रेन में गुरुवार सुबह बेंगलुरु पहुंचने वाले यात्रियों ने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया।
अभी तक उत्तर प्रदेश ने सबसे ज्यादा ऐसी 386 ट्रेनों की मांग की है
कर्नाटक सरकार ने नई दिल्ली से ट्रेन के रवाना होने से पहले ही इस बात के साफ साफ निर्देश दे रखे थे कि दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचने वाले हर यात्री को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रहना जरूरी होगा।
आज बुधवार को भी कुल 9 ट्रेनों का संचालन होगा। इसमें से 9 ट्रेने दिल्ली से और एक ट्रेन भुवनेश्वर से रवाना होगी।
रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेन के सशर्त संचालन का ऐलान किया है
लॉकडाउन के बीच मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों को घर पहुंचाने के लिए खास ट्रेन
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