यात्रियों को स्टेशन में पहाड़गंज की तरफ से प्रवेश दिया जा रहा है। किसी भी यात्री को अजमेरी गेट की तरफ से प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
मध्यप्रदेश में अलग-अलग घटनाओं में पिछले 24 घंटे में दो विशेष ट्रेनों में यात्रा कर रहे दो यात्रियों की मौत हो गयी।
अभी तक चलाई गई 542 ट्रेनों में से 448 अपने गंतव्य पर पहुंच गई हैं और 94 रास्ते में हैं। गंतव्य पर पहुंची 448 ट्रेनों में से 221 उत्तर प्रदेश पहुंची।
रेलवे की तरफ से जानकारी दी गई है कि रात सवा नौ बजे तक करीब 30 हजार पीएनआर जनरेट किए जा चुके हैं और 54 हजार से ज्यादा यात्रियों को टिकट इशू किए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ पिछली बार 27 अप्रैल को बातचीत किये जाने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो 28,000 के आंकड़े से बढ़ कर करीब 67,000 पर पहुंच गई है।
जिन यात्रियों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सफर करने के लिए विभिन्न ट्रेनों में टिकट बुक करवाया है, वो इस बात का खास ख्याल रखें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहाड़गंज साइड से ही एंट्री मिलेगी।
भारतीय रेल ने कुछ चुनिंदा मार्गों पर वातानुकुलित यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करते हुए 12 मई से चलने वाली ट्रेनों के संबंध में नए दिशा निर्देश जारी किए हैं, जिसमे कम से कम डेढ़ घंटे पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि आरक्षण के दौरान प्राप्त टिकटों पर ‘क्या करें और क्या ना करें’स्पष्ट रूप से लिखा होगा।
ट्रेनों में सीट सिर्फ IRCTC की वेबसाइट के जरिए ही बुक की जा सकेगी। आइए आपको बताते हैं स्पेशल ट्रेन में कैसे बुक करनी है टिकट।
नई दिल्ली से डिब्रुगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, रांची, बिलासपुर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद, जम्मू तवी और मडगांव के लिए शुरुआत में ट्रेनें चलेंगी।
रेलवे ने विशेष ट्रेनों पर आने वाली लागत की घोषणा अभी नहीं की है लेकिन अधिकारियों ने संकेत दिए कि रेलवे ने ऐसी प्रत्येक सेवा पर करीब 80 लाख रुपये खर्च किए।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि रेलवे अल्प अवधि सूचना पर भी हर रोज 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए तैयार है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को रोजगार देने के लिए वृहद कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। बाहर से जो नये कामगार आ रहे हैं, उन्हें अलग-अलग जगह पर रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी।
बलिया पहुंचने के बाद सभी श्रमिकों का नाम सूचीबद्ध करने के साथ ही उनकी चिकित्सकीय जांच कराई गई। इसके बाद उन्हें खान-पान सामग्री, पानी की बोतल एवं मास्क मुहैया कराकर राज्य सड़क परिवहन निगम की 55 बसों से उनके गन्तव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने फंसे हुए लोगों की आवाजाही के लिए 222 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं।
अवस्थी ने बताया कि सभी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच के बाद ही उन्हें नि:शुल्क सरकारी बसों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विमान से आने वाले यात्रियों की भी जांच की जाएगी।
दिल्ली में फंसे बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए दिल्ली सरकार इन दोनों राज्यों की सरकार से भी बातचीत कर रही है।
रेलवे ने इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। लेकिन अनौपचारिक रूप से कहा गया कि यह एक "राजनीतिक लड़ाई" है।
नितिन राउत ने कहा कि प्रवासी मजदूरों से ट्रेन यात्रा के लिए 505 रुपये लिए जा रहे है, जो कि पूरी तरह गलत है।
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