NASA Moon Mission: नासा अपने मून मिशन के एक कदम और करीब पहुंच गया है। उसका ओरियन कैप्सूल चंद्रमा तक पहुंचा है। 50 साल पहले नासा के अपोलो कार्यक्रम के बाद से यह पहली बार है, जब कोई कैप्सूल चंद्रमा तक गया है।
Space Shuttle Challenger: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का स्पेस शटल चैलेंजर लॉन्च होने के तुरंत बाद क्रैश हो गया था। जिससे उसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई थी। अब इसका मलबा मिला है।
China in Space: चीन के अंतरिक्षयान ने अंतरिक्ष में एक रहस्यमयी वस्तु छोड़ी है। जिसे लेकर अमेरिका की स्पेस फोर्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। उसने इससे जुड़ी जानकारी दी है।
NASA DART Mission: ‘डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट’ (डार्ट) के अंतरिक्षयान ने इरादतन डाइमॉरफोस नाम के उल्कापिंड को 26 सितंबर को टक्कर मारी थी। डाइमॉरफोस वास्तव में डिडिमोस नाम के उल्कापिंड का पत्थर था।
NASA DART Mission: इस टक्कर से, वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि अंतरिक्ष में टक्कर के बाद उल्कापिंड पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अंतरिक्षयान इस घटना की तस्वीरें भी लेगा, जिन्हें लाइव स्ट्रीम के जरिए नासा की वेबसाइट पर शाम 5:30 बजे जारी किया जाएगा।
India's Moon Mission: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने एक ऐसी तकनीकि ईजाद की है जिससे कि अब हर अंतरिक्ष यानि की सुरक्षित लैंडिंग की जा सकेगी। इसरो के वैज्ञानिकों ने जुलाई 2019 में मिशन मून-2 की चंद्रमा पर लैंडिंग कराते समय लैंडर के भटक जाने के बाद सबक लेते हुए यह तकनीकि विकसित करने में सफलता पाई है।
28 जनवरी: आज के दिन इतिहास में कई घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनमें 28 जनवरी 1986 को अमेरिका का अंतरिक्ष यान चैलेंजर का दुर्घटनाग्रस्त होना सबसे अहम घटना है। 28 जनवरी 1986 को अमेरिका का अंतरिक्ष यान चैलेंजर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
चीन ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को बृहस्पतिवार को अपने निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना कर दिया जहां वे तीन महीने तक रहेंगे।
चीन का चंद्रयान ‘चांग ई 5’ चांद की सतह से नमूने लेने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आया है। चांद से 40 से अधिक वर्ष बाद नमूने पृथ्वी पर लाए गए हैं।
बीजिंग। अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में चीन को बड़ी सफलता मिली है। चीन ने दोबारा उपयोग में लाए जाने वाले अंतिरिक्ष यान की सफल लैंडिंग की थी।
तीन देश- अमेरिका, चीन और संयुक्त अरब अमीरात इस हफ्ते से शुरू हो रहे सिलसिले में मानवरहित अंतरिक्षयानों को लाल ग्रह पर भेजना शुरू करेंगे।
जुलाई महीने में इसरो चांद पर अपना दूसरा स्वदेशी मिशन चंद्रयान -2 भेजने वाला है। इस मिशन में 13 पेलोड होंगे, जिनमें से एक पेलोड अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का भी है। चंद्रयान- 2 दस साल पहले भेजे गए चंद्रयान-1 मिशन का एडवांस वर्जन है।
चांद पर उतरने से महज कुछ ही क्षण पहले इज़राइल के अंतरिक्ष यान का पृथ्वी से संपर्क कट गया और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इससे पहले कोई भी मानव-निर्मित यान सूर्य के इतने करीब से नहीं गुजरा है और न ही उसके इतने ताप और प्रकाश का सामना किया है।
अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की रॉकेट कंपनी ब्लू ओरिजिन ने अगले साल से अंतरिक्ष पर्यटन के लिए यात्रा शुरू करने की योजना बनाई है और कंपनी इसके लिए 2 लाख से 3 लाख डॉलर का किराया वसूलेगी।
अंतरिक्ष के लिए अपने मानव मिशन लक्ष्य की दिशा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरिक्ष कार्यक्रम में अपना जीवन समर्पित करने और लाखों लड़िकयों को अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना दिखाने वाली भारतीय मूल की कल्पना चावला को अमेरिकी नायिका करार दिया है।
पाकिस्तान अगले वित्त वर्ष तक अपना एक महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम को शुरू करने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसका पहला मकसद भारत पर नजर रखना है।
इस अंतरिक्ष यान में कैसा पेलोड और इसे कहां रखा गया है, इस बारे में दुनिया को कोई जानकारी नहीं है...
मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग एक ऐसा अंतरिक्षयान बना रहे हैं जिसकी गति की बात की जाए तो वह प्रकाश की रफ्तार का 5वां हिस्सा है।
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