ये गैलेक्सी स्पाइरल गैलेक्सी की तुलना में दुर्लभ होती हैं। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की क्षमताओं ने खगोलविदों को नई उम्मीद दिखाई है। उन्हें पता चल पा रहा है कि कैसे गैलेक्सी के भीतर अलग-अलग सितारे और ब्लैक होल बनते हैं।
जेम्स वेब को किसी और काम के लिए बनाया गया था, लेकिन ठीक इसी समय उसने इस तरह की खोज की है। सुपरनोवा की बात करें, तो इन्हें ढूंढना मुश्किल काम है। क्योंकि इनमें विस्फोट कुछ सेकेंड तक ही रहता है।
क्रैश हुआ Long March 5B रॉकेट बीते हफ्ते चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को लैबोरेटरी मॉड्यूल की डिलीवरी करने गया था। मलेशिया के सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो साझा करते हुए बताया है कि चीनी रॉकेट का मलबा अंतरिक्ष से धरती पर आते हुए कैसा दिख रहा था।
ऐसी संभावना बहुत कम ही है कि मलब उस स्थान पर गिरे, जहां लोगों की बड़ी आबादी रहती है। लेकिन विशेषज्ञों को चिंता है कि चीन बेवजह दुनिया के लिए खतरा पैदा कर रहा है। चीन ने पिछले हफ्ते हैनान में वेनचांग लॉन्च साइट से एक रॉकेट को लॉन्च किया था।
अपने वीडियो में टिकटॉक यूजर ने चेतावनी दी है कि नवंबर 2022 में सूर्य धरती की तरफ एक दुर्लभ एनर्जी का विस्फोट करेगा, जो 10 लोगों को सुपरपावर देगी। ये दावा खुद को 'टाइम ट्रैवलर' बताने वाले एक टिकटॉक यूजर ने किया है।
रूस द्वारा पहली बार फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से आईएसएस से संबंधित घटनाओं की श्रृंखला में वापसी की घोषणा नवीनतम है। रूस के जाने के फैसले का आईएसएस के दैनिक कामकाज पर खास असर नहीं पड़ना चाहिए।
आज तक, सैटेलाइट और रॉकेटों के मलबे से पृथ्वी की सतह (या वायुमंडल में हवाई यातायात) को नुकसान पहुंचने की संभावना को नगण्य माना गया है। ऐसे अंतरिक्ष मलबे के अधिकांश अध्ययनों ने निष्क्रिय सैटेलाइट द्वारा कक्षा में उत्पन्न जोखिम पर ध्यान केंद्रित किया है, जो कार्यशील सैटेलाइट के सुरक्षित संचालन में बाधा डाल सकता है।
मंगल पर मौजूद घाटी अमेरिका के ग्रैंड कैन्यन से 20 गुना बड़ी है। ग्रैंड कैन्यन की लंबाई 445 किलोमीटर है, जबकि इसकी चौड़ाई 28 किलोमीटर है। यूरोप के अल्प्स की पहाड़ियों पर मौजूद सबसे ऊंचा पहड़ा माउंट ब्लांक समुद्र तल से 15,000 फीट ऊंचा है।
ब्लैक होल अंतरिक्ष के ऐसे क्षेत्र होते हैं, जहां ग्रैविटी इतना तीव्र होती है कि प्रकाश सहित कोई भी चीज इनसे बच नहीं सकती है। ये हर चीज को निगल लेते हैं।
साउदर्न रिंग प्लैनेटरी नेबुला पृथ्वी से 2500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, जो अभी तक एंस्ट्रोनॉमर्स से छिपा हुआ था। लेकिन अब जेम्स वेब टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने नेबुला के केंद्र में मरते हुए सितारे को करीब से देखा है।
‘बिग डाटा’ युग का मतलब है कि इंटरनेट पर हमारे द्वारा किए गए व्यवहार के साथ-साथ हमारे खुले विचारों और वरीयताओं के बारे में बड़ी मात्रा में जानकारी (जिसे ‘डाटा लेक’ कहते हैं) एकत्रित की जाती है।
वैज्ञानिक गैलेक्सी की तस्वीर में इसलिए दिलचस्पी नहीं ले रहे कि यह बहुत खूबसूरत है। बल्कि इसलिए दिलचस्पी ले रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि इसके केंद्र में ब्लैक होल मौजूद है।
इस समय लैंडसैट 8 और लैंडसैट 9 ग्रह की परिक्रमा कर रहे हैं और अमेरिका के ‘नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (नासा) और यूएस जियोलॉजिकल सर्वे एक नए लैंडसैट मिशन की योजना बना रहे हैं।
वैज्ञानिक का कहना है कि जिस गैलेक्सी की खोज की गई है, वह 13.5 बिलियन साल पहले मौजूद थी। इसका मतलब है कि जिस भी चीज की यूनिवर्स में पहचान की गई है, यह उससे लगभग 100 मिलियन साल पहले की है।
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप हमें यूनिवर्स के कोने-कोने तक का सफर कर रहा है। उन जगहों का भी, जो इससे पहले हमने कभी नहीं देखी हैं। आपको बता दें ये तस्वीरें क्लिक होने के बाद आपको सीधे नहीं दिखाई जाती हैं।
यहां चट्टानों के सैंपल लेने के बाद नील और बज अपने अंतरिक्षयान की तरफ बढ़ गए थे। उन्हें अगले एक घंटे में वापस धरती के लिए रवाना होना था। जब नील को अपने अंतरिक्षयान की तरफ जाना था, तभी उन्हें एक और काम याद आया।
पैरानॉर्मेलिटी मैग्जीन ने वीडियो को पोस्ट किया है। जिसमें एक सफेद रंग की अजीब सी चीज केंटकी के मोरहेड की गली में चल रही है। इसे झुका हुआ चलते देखा जा सकता है, मानो ये कुछ ढूंढ रहा हो।
साल 1989 में भी ये घटना हुई थी। तब कनाडा के क्यूबेक शहर को इसने प्रभावित किया था। वहां इसकी वजह से 12 घंटे के लिए बिजली चली गई थी। जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी थीं।
जब आप चंद्रमा को देखते हैं, तो आप वास्तव में उसे वैसे ही देखते हैं जैसा वह 1.3 सेकेंड पहले था। यह समय में केवल एक छोटी सी झलक है, लेकिन यह अब भी अतीत है।
यूरेनस का केवल एक हिस्सा सूर्य की ओर रहता है। यह सूर्य से अधिक दूर नहीं है, फिर भी यह एक ठंडा ग्रह है। हालांकि 1986 में मानव निर्मित मशीन वोयागर-2 अंतरिक्ष यान इसके करीब से गुजरा था।
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