जमीनी युद्ध, हवाई युद्ध और समुद्री युद्ध में उलझी दुनिया के बीच चीन ने नए जंग की तैयारी शुरू कर दी है। चीन ने अंतरिक्ष में भी अपनी सैन्य तैनाती कर दी है। अब साइबर युद्ध इकाई का गठन करके अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों के लिए चीन ने चिंता पैदा कर दी है।
जल, थल और वायुसेना के बाद चीन ने अपनी अंतरिक्ष सेना भी तैयार कर दी है। इससे अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने नासा चीफ बिल नेल्सन के हवाले अंतरिक्ष में चीन की स्पेस मिलिट्री मौजूद होने का दावा किया है। इस खबर ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है।
अमेरिका ने क्रांतिकारी रूप से अंतरिक्ष पर्यटन की शुरुआत कर दी है। यानि भविष्य में आप भी अब अंतरिक्ष की सैर कर सकेंगे। अमेरिका का अंतरिक्ष यान जल्द ही 6 यात्रियों के साथ अंतरिक्ष की सैर करने जा रहा है। भारत की ओर से गोपी थोटाकुरा पहले अंतरिक्ष पर्यटक होंगे। वह पेशे से उद्यमी और पायलट हैं।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में जिस तरह से इसरो के कदम बढ़ रहे हैं उससे दुनियाभर में भारत की साथ बढ़ी है। चंद्रयान 3 मिशन से जुड़ी टीम को एक और उपलब्धि मिली है। टीम को जॉन एल ‘जैक’ स्विगर्ट जूनियर पुरस्कार मिला है।
अंतरिक्ष में हर समय लगातार लाखों गतिविधियां होती रहती हैं। कई बार ये गतिविधियां हमारे सौरमंडल और पृथ्वी पर भी प्रभाव डालती हैं। ऐसी ही एक घटना हुई है। भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी से टकराया है।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) की सफलताओं ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। दुनिया के कई थिंक टैंक अब खुले तौर पर यह मानने को विवश हो गए हैं कि भारत दुनिया के तमाम देशों के लिए अंतरिक्ष का अगुवा बन चुका है। भारत की सफलताओं ने उसे अंतरिक्ष के शीर्ष में ला खड़ा किया है।
रूस ने मॉस्को में बड़े आतंकी हमले के बावजूद अंतरिक्ष में अपने तीन वैज्ञानिकों को भेजकर नई कामयाबी हासिल की है। इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री लोरल ओ'हारा, मैथ्यू डोमिनिक, माइक बैरेट और जेनेट एप्स के साथ-साथ रूसी ओलेग कोनोनेंको, निकोलाई चूब और अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन शामिल हैं।
वैज्ञानिकों ने आकाश गंगा में तारों के सबसे पुराने समूह का पता लगाकर सबको हैरान कर दिया है। खगोलविदों के अनुसार आकाशगंगा छोटी मंदाकिनियों के विलय से बनी, जिससे तारों के बड़े समूहों के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। ये तारे 13 अरब वर्ष पुराने हैं।
हरियाणा में जन्मी कल्पना चावला भारतीय मूल की महान वैज्ञानिकों में से एक हैं। कल्पना चावल को उनके जीवन काल में न केवल एक बार बल्कि दो बार स्पेस में जाने का मौका मिला। लेकिन दूसरी बार जब स्पेस से उनका यान लौट रहा था, तो वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
रूस ने अंतरिक्ष में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग कोनोनेंको ने रविवार को अंतरिक्ष में 878 दिन से अधिक समय बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने अपने ही देश के एक अंतरिक्ष यात्री का रिकॉर्ड तोड़ा है। अभी उम्मीद है कि वह 1100 दिन से अधिक समय बिताने के बाद धरती पर वापस लौटेंगे।
जापान के स्पेसक्राफ्ट कागुया ने चांद की सतह से एक वीडियो रिकॉर्ड किया है जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चांद की सतह से पृथ्वी अस्त होते हुए दिख रही है।
इसरो ने फ्यूल सेल का सफल परीक्षण है। इस परीक्षण का लाभ इसरो को भविष्य के मिशनों में मिलेगा। बता दें कि इसके जरिए स्पेस में बिजली और पानी की व्यवस्था आसानी से की जा सकेगी। साथ ही एक अच्छी बात यह भी है कि फ्यूल सेल किसी तरह का उत्सर्जन नहीं करता है।
NASA ने अपने मून मिशन के लिए BTS के तीन गानों का चयन किया है। नासा के इस निर्णय पर बीटीएस के फैन्स में खुशिया छा गई हैं। फैंस ने बीटीएस को बधाई दी है। बीटीएस कोरियन म्यूजिक बैंड है, जो यंग जनरेशन में बहुत लोकप्रिय है।
अंतरिक्ष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को यूरोपीयन स्पेस एजेंसी ने पोस्ट किया है। इस क्लिप को उन्होंने नए साल के मौके पर शेयर किया है, जिसमें आप धरती की खूबसूरती को देख सकते हैं।
सोशल मीडिया पर धरती के घूमने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद लोग हैरान हो रहे हैं। वीडियो में धरती गोल-गोल घूमते हुए दिख रही है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच ईरान ने अंतरिक्ष में लंबी छलांग लगाकर सबको चौंका दिया है। ईरान ने युद्ध के बीच एक कैप्सूल में कई जानवरों को भरकर अंतरिक्ष में विशेष मिशन पर भेज दिया है। इससे करीब 10 वर्ष पहले ईरान ने एक बार बंदर को अंतरिक्ष में भेजने और उसे धरती पर सफलतापूर्वक लाने का दावा किया है।
नासा ने दावा किया है कि बुध ग्रह पर जीवन की संभावना हो सकती है। बुध पर मौजूद माने जाने वाले ग्लेशियर पृथ्वी जैसे नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि इनकी उत्पत्ति नमक के प्रवाह से हुई है।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप ने अनोखी ऑब्जेक्ट ढूंढी है। ये ऑब्जेक्ट जूपिटर के आकार की है। इसे देखकर दुनियाभर के साइंटिस्ट निशब्द हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ये कैसे बन रहा है और किसी तारा मंडल से जुड़ा भी नहीं है।
नासा के स्पेसक्रॉफ्ट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर दूर से स्टेरॉइड का नमूना लेकर अमेरिकी स्पेसक्रॉफ्ट धरती पर लौट रहा है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने इसकी दुर्लभ तस्वीर ली है। 24 सितंब को इसके पृथ्वी पर पहुंचने की संभावना है। इससे जीवन के बड़े राज खुल सकते हैं।
अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगन्सन ने अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीरें शेयर की हैं। जिसमें आप बादलों से ढकी पृथ्वी को देख सकते हैं।
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