NASA DART Mission: उल्कापिंड डाइमॉरफोस धरती के लिए कोई खतरा नहीं था, लेकिन इससे अंतरिक्षयान की टक्कर कराकर ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि क्या भविष्य में उल्कापिंड की टक्कर से धरती को बचाने में मदद मिलेगी।
NASA DART Mission to Save Earth: वैज्ञानिकों के अनुसार अब वाकई धरती खत्म होने वाली है। इसकी वजह दो विशाल उल्का पिंड हैं, जो धरती पर गिरने वाले हैं। इससे धरती पूरी तरह चकनाचूर हो जाएगी। इस धरती पर तब कोई भी सुरक्षित नहीं बचेगा।
NASA DART Mission: इस टक्कर से, वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि अंतरिक्ष में टक्कर के बाद उल्कापिंड पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अंतरिक्षयान इस घटना की तस्वीरें भी लेगा, जिन्हें लाइव स्ट्रीम के जरिए नासा की वेबसाइट पर शाम 5:30 बजे जारी किया जाएगा।
Space News: तारा और ग्रह निर्माण के क्षेत्र में साल 2014 के अंत में एक क्रांति हुई, जब सितारों के चारों ओर ग्रह-निर्माण डिस्क की पहली तस्वीरों को चिली के रेगिस्तान में अटाकामा लार्ज मिलिमीटर एरे (अल्मा) टेलीस्कोप से देखा गया। अल्मा की पहली और बाद की तस्वीरें शानदार थीं।
सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी ह्यूजेस कम्युनिकेशंस इंडिया ने सोमवार को Elon Musk द्वारा संचालित स्पेसएक्स के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा संचालित भारत के पहले उच्च-थ्रूपुट उपग्रह (एचटीएस) ब्रॉडबैंड सेवा के वाणिज्यिक लॉन्च की घोषणा की है।
Space Mining: अंतरिक्ष खनन को लेकर एक ओर जहां विज्ञान जगत में उत्साह दिख रहा है, वहीं दूसरी ओर इसमें आने वाली समस्याओं पर बात नहीं की जा रही है।
World News: वैसे तो चीन हर प्रयोग अपना गोपनीय रखता है। वो मसला अंतरिक्ष से जुड़ा हो या डिफेंस अपने काम को काफी ही छिपाकर रखता है। हालांकि इस बार चीनी वैज्ञानिकों ने एक नया किर्तीमान स्थापित कर दिखाया है।
Rocket Launch: तीन सितंबर को फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के उड़ान भरने के ठीक 40 मिनट पहले, एक ईंधन लाइन के लीक होने के कारण इंजीनियरों को आर्टेमिस आई मून मिशन लॉन्च टालना पड़ा।
Area 51: एरिया 51 अमेरिका के नेवादा राज्य के मरुस्थल में है। ये जगह अमेरिकी सरकार से जुड़े रहस्यों और एलियन तकनीक की खोज को लेकर जानी जाती है। यहां की ताजा तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
SpaceX Mission:एलन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने सोमवार को इस साल अब तक अपने 40 वें मिशन को पूरा करते हुए 51 और स्टारलिंक उपग्रहों को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक तैनात करने का रिकॉर्ड बनाया है।
Nasa: नासा ने इस शनिवार 3 सितंबर को आर्टेमिस 1 चंद्र मिशन शुरू करने की योजना बनाई थी। सप्ताह की शुरुआत में पहले प्रयास में इंजन में समस्या के कारण अंतिम समय में इसे रद्द कर दिया गया था।
India's Moon Mission: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने एक ऐसी तकनीकि ईजाद की है जिससे कि अब हर अंतरिक्ष यानि की सुरक्षित लैंडिंग की जा सकेगी। इसरो के वैज्ञानिकों ने जुलाई 2019 में मिशन मून-2 की चंद्रमा पर लैंडिंग कराते समय लैंडर के भटक जाने के बाद सबक लेते हुए यह तकनीकि विकसित करने में सफलता पाई है।
NASA James Webb Telescope: फैंटम गैलेक्सी को आधिकारिक तौर पर M74 भी कहा जाता है। इस गैलेक्सी में बेहद खूबसूरत स्पाइरल दिखाई देते हैं। इसका मतलब है कि इसमें स्पाइरल आर्म्स हैं, जिन्हें नई जारी की गई तस्वीरों में घूमते हुए देखा जा सकता है।
Universe Sound: जब हम टेलीस्कोप के साथ यूनिवर्स का पता लगाते हैं, तो हम पाते हैं कि यह सितारों की सुपरनोवा मौतों, ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारों के विलय सहित प्रलयकारी विस्फोटों से भरा है, जो गुरुत्वाकर्षण तरंगें पैदा करते हैं, और तीव्र विस्फोट करते हैं।
Solar Storm: सौर तूफान को जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म और सोलर स्टॉर्म के नाम से भी पुकारा जाता है। यह सूर्य से निकलने वाला रेडिएशन होता है, जो पूरे सौर मंडल को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। यह धरती के चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
Pink Light in Canada Sky: कनाडा में दक्षिण के कुछ हिस्सों में लोगों को आसमान में इस तरह की रोशनी दिखाई दी है। कनाडा में ये सौर तूफान या कहें, रोशनी वाला तूफान रविवार को देखा गया है। हालांकि ये रोशनी उतनी शानदार नहीं थीं, जितनी उत्तरी ध्रुव पर दिखाई देती है।
James Webb Space Telescope: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को दो दशक की कड़ी मेहनत के बाद 25 दिसंबर, 2021 में लॉन्च किया गया था। इसे बनाने की लागत 10 बिलियन डॉलर थी। आज ये पृथ्वी से 1.6 मिलियन किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में है।
Space Debris:अंतरिक्ष की कक्षाओं में छूट जाने वाले रॉकेट के टुकड़ों से अगले दशक में किसी मनुष्य के गंभीर रूप से घायल होने या उसकी मृत्यु होने की छह से 10 प्रतिशत आशंका है।
NASA Mars: जब अंतरिक्ष से मंगल पर एयरक्राफ्ट उतरता है, तो उसकी गति 19,312 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। जो मंगल के वातावरण के कारण घर्षण की वजह से अत्यधिक गर्मी उत्पन्न करता है।
अमेरिकी सरकार ने बीते साल बकायदा यूएफओ को लेकर एक रिपोर्ट भी जारी की थी। वहीं इसी साल इसपर एक बैठक हुई, जिसमें अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य टिम बुर्चेट शामिल हुए। उन्होंने बैठक से जुड़ी जानकारी छिपाने के लिए इसे मजाक बताया।
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