भारत ने 14 जुलाई को दोपहर 2.45 बजे LVM3 रॉकेट से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था। अब मॉड्यूल से अलग होने के बाद आगे का सफर लैंडर विक्रम अपने आप ही तय करेगा।
IIA बेंगलुरु के शोधकर्ताओं के अनुसार इस नए तारे के निर्माण की प्रक्रिया वैज्ञानिकों द्वारा पहले कभी नहीं देखी गई है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आखिरकार दो हफ्ते बाद अपने खोए हुए स्पेसक्राफ्ट वोयाजर-2 से दोबारा संपर्क साथ लिया। गलत कमांड के चलते दो हफ्ते पहले इस स्पेसक्राफ्ट से संपर्क टूट गया था।
चीन के अधिकारियों ने खुलासा किया है कि शेनझोउ 16 मिशन के तहत स्पेस में 100 से ज्यादा पौधों के बीज तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजे गए हैं।
शायद यह सवाल आपके मन में कभी आया ही न हो कि यदि किसी की मौत अंतरिक्ष मिशन के दौरान पृथ्वी की कक्षा, चंद्रमा या मंगल ग्रह पर हो जाती है तो उसके मृत शरीर का क्या किया जा सकता है। 21वीं सदी में दुनिया तेजी से चंद्रमा, मंगल और अंतरिक्ष मिशन पर जा रही है। ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा अहम मुद्दा है।
अमेरिका के नासा अंतरिक्षण स्टेशन में पॉवर कट होने से एक बड़ा हादसा होने से टल गया है। नासा स्टेशन में बिजली कट होने से 7 अंतरिक्ष यात्री कक्षा में फंस गए। इससे अमेरिका में अफरातफरी मच गई।
अंतरिक्ष में ब्रिटेन के साथ संपर्क स्थापित होने से भारत की ताकत और बढ़ने वाली है। ब्रिटेन ने भारत के साथ मिलकर अंतरिक्ष में सहयोग करने और सामंजस्य स्थापित कर चाहता है
भारतीय अंतरिक्षण अनुसंधन संगठन (इसरो) समेत देश में शुरू हुए कई अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ने पूरी दुनिया में भारत का डंका बजा दिया है। अमेरिका का प्रसिद्ध अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है कि जिस तरह से भारत अंतरिक्ष कार्यक्रमों में छलांग लगा रहा है। उससे लगता है कि वह चीन को टक्कर देने की स्थिति में आ गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को अपने 9 वर्षों के कार्यकाल में इतनी ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, जिसकी कल्पना भी कर पाना मुश्किल है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि नासा के पूर्व वैज्ञानिक भारत को बड़ी ताकत मान रहे हैं। नासा के एक पूर्व वैज्ञानिक का कहना है कि इंडिया चांद पर इंसान भेजने वाला है। इसके बाद वह सूरज पर जाएगा।
स्पेसक्राफ्ट में मिशन के कमांडर जिंग हैपेंग हैं, जो रिकॉर्ड चौथी बार अंतरिक्ष में जाने वाले पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री बनकर इतिहास रचने जा रहे हैं।
चीन ने अपने नए अंतरिक्ष मिशन की घोषणा की है। एक कॉमन मैन को अब चीन तियांगोंग स्पेस स्टेशन के चालक दल के मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष की सैर कराएगा।
अगर आप बहुत देर तक सो सकते हैं, तो ये अनोखी नौकरी आपके लिए ही है। नासा और यूरोप की स्पेस एजेंसी रिसर्च कर रही है। इस रिसर्च के लिए शर्त रखी गई उसे जान हर कोई हैरान है....
जापान की एक कंपनी का अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण यान से संपर्क टूट गया और उड़ान नियंत्रक यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं कि आखिर वहां हुआ क्या।
अमेरिका के एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स द्वारा तैयार किया गया दुनिया का सबसे ताकतवर राकेट बुधवार को लांच तो किया गया, लेकिन आसमान में करीब 34 किलोमीटर तक की उड़ान भरने के बाद इसमें भीषण विस्फोट हो गया। जिससे वह कई टुकड़ों में चूर-चूर होकर बिखर गया। हालांकि एलन मस्क ने इसके उड़ान भरने को ही एक बड़ी कामयाबी करार दिया है।
इस बार का भारत का गगनयान मिशन अंतरिक्ष में नया इतिहास रचने को आतुर है। धरती से लेकर आसमान तक लगातार भारत की धमक बढ़ती जा रही है। इससे दुश्मन चीन ही नहीं, बल्कि तरक्की के ऐसे तजुर्बे को देखकर अमेरिका भी हैरान है। दरअसल भारत ने अबकी बार के गगनयान मिशन को सतत मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम से जोड़ दिया है।
अगर आपका बजट 10 लाख तक का है, तो इस खबर में हमनें इस रेंज में बड़े बूट स्पेस के साथ आने वाली गाड़ियों के बारे में बताया है। इन कारों में आपको कम कीमत में बढ़िया बूट स्पेस मिल जायेगा।
नासा ने चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की है, जो एक साथ चांद पर जाएंगे। इन चारों में अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच हैं, जो चंद्रमा पर जाने वाली पहली महिला होंगी।
शोध के लेखक और इग्लैंड स्थित डरहम यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स के डॉ जेम्स नाइटिंगेल ने कहा, यह ब्लैक होल अब तक खोजे गए सबसे बड़े ब्लैक होल में से एक हो सकता है, क्योंकि भौतिकविदों को लगता है कि ब्लैक होल इससे ज्यादा बड़े नहीं हो सकते।
इस वक्त नासा का ‘द वेब स्पेस टेलीस्कोप’ काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है। ‘द वेब स्पेस टेलीस्कोप ने दम तोड़ने कगार पर पहुंचे एक तारे के दुर्लभ पलों को कैद किया है।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में चीन ने एक और बड़ी छलांग लगाकर दुनिया को चौंका दिया है। अंतरिक्ष स्टेशन में करीब 70 दिनों से चीनी चालक दल टिके हुए हैं। चीनी मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय से मिली खबर के अनुसार 9 फरवरी की रात 12 बजकर 16 मिनट पर लगभग 7 घंटे तक स्पेस वाक किया।
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