नासा के एक अंतरिक्ष यात्री ने चंद्रमा की ऐसी अद्भुत तस्वीर शेयर की है जिसे देखकर आप भी कहेंगे-अरे वाह, इस चांद ने तो दिमाग हिला दिया है।
23 अगस्त 2023 को भारत चंद्रयान 3 मिशन के जरिए चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बना और चांद के दक्षिण ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला। पीएम नरेंद्र मोदी ने उसी दिन ऐलान कर दिया कि 23 अगस्त देश के सुनहरे अक्षरों में अंकित हो गया है और अब देश कामयाबी का जश्न हर साल मनाएगा।
एलन मस्क ने स्पेसएक्स द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए एक रॉकेट का वीडियो शेयर किया है। जिसमें रॉकेट स्पेस में पहुंचने के बाद खुद ही वापस धरती पर लैंड कर जता है।
अंतरिक्ष से नीचे कूदने के बारे में क्या आपने कभी सोचा है। शायद ही आपने कभी सोचा होगा, लेकिन एक शख्स ने यह कारनामा कर के दिखाया है। दरअसल, शख्स ने स्पेस से धरती पर छलांग लगाई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को लेकर नासा ने बड़ा अपडेट दिया है। नासा ने कहा है कि अंतरिक्ष यात्री कब वापस लौटेंगे इस बारे में अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है।
सुनीता विलियम्स के अंतरिक्ष से जल्द वापस लौटने की संभावना है। उनके जल्द वापसी को लेकर नासा नई तारीख जारी कर सकता है। बता दें कि सुनीता विलियम्स 6 जून से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं।
अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होने से कुछ भी खाना-पीना बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण होता है। खाने-पीने का हर सामान हवा में तैरने लगेगा, अगर इसके लिए पर्याप्त इंतजाम न किए जाएं। अंतरिक्ष यात्री सभी पेयपदार्थों को पाउडर फॉर्म में लेकर जाते हैं। बाद में उसमें गर्म पानी मिलाकर पीते हैं।
भारत की स्पेस कंपनियों ने अंतरिक्ष में बस्तियां बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। भारत की स्पेस पिक्सल कंपनी ने इसके लिए उन क्षुद्र ग्रहों की तलाश भी शुरू कर दी है, जिसके जरिये इस कार्य को अंतरिक्ष में अंजाम दिया जाना है।
चीन में एक कंपनी का रॉकेट प्रक्षेपण विफल हो गया है। मिशन विफल होने की वजह से तीन उपग्रह भी नष्ट हो गए हैं। रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई थी।
बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में आई तकनीकी खामियों की वजह से अंतरिक्ष में फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स की धरती पर सकुशल वापसी की लगातार दुआएं हो रही हैं। मगर अभी तक उन्हें वापस नहीं लाया जा सका है। अंतरिक्ष यात्रियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद कि वह जल्द धरती पर लौटने में सफल होंगी।
आसमान से धरती की तरफ आ रहे विशालकाय उल्कापिंड का नासा ने पता लगाया है। इसका नाम 2024 MT-1 रखा गया है, जिसका व्यासा लगभग 260 फीट है। नासा ने इसकी जानकारी दी है। चलिए बताते हैं कि क्या इससे पृथ्वी को कोई खतरा है या नहीं?
आदित्य एल1 भारत का पहला सूर्य मिशन है। इस मिशन के पीछे इसरो के कई उद्देश्य हैं। जिस तरह पृथ्वी पर भूकंप आते हैं उसी तरह सौर भूकंप भी होते हैं जिन्हें कोरोनल मास इजेक्शन कहा जाता है। सौर कंपन का अध्ययन करने के लिए सूर्य की निगरानी जरूरी है।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंस गई हैं। वो कब और कैसे धरती पर लौटेंगी, ये अभी तय नहीं है। आखिर कैसे वह अंतरिक्ष में फंस गईं और स्पेसक्राफ्ट में कैसे खराबी आ गई है। जानें पूरी डिटेल्स-
अंतरिक्ष में फंसे अमेरिकी वैज्ञानिकों की धरती पर वापसी की संभावनाओं को लेकर नासा ने बड़ा बयान दिया है। कुछ हफ्ते पहले अमेरिका का स्टारलाइनर कैप्सूल कई वैज्ञानिकों को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन गया था। इसमें भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स भी शामिल हैं।
स्पेससूट से पानी का रिसाव होने के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर स्पेसवॉक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सका। नासा ने अंतरिक्ष में चहलकदमी की योजना रद्द कर दी है।
चीन में एक रॉकेट लॉन्च किया गया तो उसके कुछ देर बाद ही उसका एक हिस्सा जमीन पर आकर गिर गया। रॉकेट का हिस्सा नीचे गिरता देख लोग जान बचाकर भागते हुए दिखाई दिए। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एलन मस्क की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। कंपनी के आठ पूर्व कर्मचारियों ने मस्क और स्पेसएक्स के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
दुनिया में पहली बार अर्थराइज की तस्वीर खींचने वाले पूर्व अंतरिक्ष यात्री विलयिम एंडर्स का निधन हो गया है। वह 90 वर्ष के थे। वाशिंगटन के एक विमान दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। उनके बेटे ने बताया कि दुर्घटना के वक्त वह खुद विमान चला रहे थे।
नासा के बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल ने सफलता पूर्वक अंतरिक्ष का सफर तय कर लिया है। इस दल के साथ जाने वाली भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स भी शामिल हैं। सुनीता ने अपने साथियों के साथ जैसे ही अंतरिक्ष में कदम रखा, वैसे ही वह खुशी के मारे झूमने लगीं।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल की है। विलियम्स एक अन्य सहकर्मी के साथ तीसरी बार अंतरिक्ष के लिए रवाना हुई हैं।
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