चांद पर उतरने से महज कुछ ही क्षण पहले इज़राइल के अंतरिक्ष यान का पृथ्वी से संपर्क कट गया और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
निजी अंतरिक्ष एजेंसी स्पेसएक्स ने ऊपरी वायुमंडल में तेज हवाएं चलने का हवाला देते हुए अपने पहले वाणिज्यिक प्रक्षेपण को टाल दिया है।
नासा ने भारत के एंटी-सेटेलाइट मिसाइल (ए-सट) परीक्षण की आलोचना की है और कहा है कि इसने इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन (आईएसएस) में खतरे को बढ़ा दिया है
अमेरिकी स्पेस संस्था नासा ने भारत के 'मिशन शक्ति' अभियान पर मुहर लगा दी है। नासा के प्रमुख जिम ब्रिडेनस्टाइन ने सोमवार को नासा के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भारत की ओर से पांच दिन पहले किए गए टेस्ट का जिक्र किया।
इसरो के सफल रॉकेट लॉन्चिंग की तस्वीरें आप टीवी या इंटरनेट पर देखते रहे होंगे। लेकिन अब आप क्रिकेट स्टेडियम की तरह बैठ कर इसरो के रॉकेट की लॉन्चिंग को देख सकेंगे।
अमेरिका ने भारत के उपग्रह भेदी मिसाइल परीक्षण पर ध्यान देते हुए कहा कि वह अंतरिक्ष एवं तकनीकी सहयोग में नयी दिल्ली के साथ अपने साझा हितों के लिए काम करता रहेगा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व अध्यक्ष और अब भाजपा में शामिल हो चुके जी माधवन नायर ने बुधवार को कहा कि भारत के पास एंटी-सैटेलाइट मिसाइल क्षमता एक दशक पहले से थी, लेकिन उस वक्त इसे प्रदर्शित करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए भारत की एक बड़ी उपलब्धि के बारे में जानकारी दी।
पेंटागन ने भारत को उन 9 देशों और एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में शामिल किया है जो स्वतंत्र रूप से अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित कर सकते हैं।
सर रिचर्ड ब्रानसन ने कहा कि मेरी इच्छा है कि चांद पर कदम रखने के 50वीं वर्षगांठ पर मैं वहां, ऊपर जाऊं।
चांद पर भेजे गए चीन के रोवर पर कपास के बीज के अंकुरित होने के बाद पहली बार हमारी दुनिया से बाहर चांद पर कोई पौधा पनप रहा है। वैज्ञानिकों ने मंगलवार को ये जानकारी दी।
भारत दिसंबर 2021 में अपना पहला मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजेगा। भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के प्रमुख डॉ.के शिवन ने इसरो के महत्वाकांक्षी स्पेस प्रोग्राम की जानकारी देते हुए बताया कि इसरो इस समय गगनयान मिशन पर काम कर रहा है
भारत से फ्यूस्टल का एक बेहद ही खास रिश्ता है। वह नासा के एक स्पेस मिशन का हिस्सा थे और स्पेस में 197 दिन बिताने के बाद 5 अक्टूबर 2018 को पृथ्वी पर वापस आए थे।
स्पेसएक्स ने फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से एक साथ 64 उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं।
रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष एजेंसी के हेड दिमित्री रोगोजिन ने शनिवार को कहा कि हमने ये सत्यापित करने के लिए एक उपकरण तैयार किया है कि अमेरिकी चांद पर गए भी थे या नहीं।
Hayabusa2 रयुगु से दिसंबर 2019 में वापस धरती के लिए रवाना होगा और 2020 के अंत तक यहां पहुंच जाएगा।
जापान के फैशन उद्यमी और वैश्विक मान्यता प्राप्त कला संग्राहक युसाकू माएजावा पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जो चंद्रमा की यात्रा करेंगे।
जापानी अरबपति एवं ऑनलाइन फैशन उद्योगपति युसाकू माइजावा वर्ष 2023 तक ‘‘स्पेसएक्स’’ रॉकेट के जरिए चंद्रमा की सैर करने वाले पहले आम व्यक्ति होंगे। उनकी योजना छह से आठ कलाकारों को साथ ले जाने की भी है।
इससे पहले नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत 2022 तक मानव सहित गगनयान अंतरिक्ष में भेजेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसरो की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने जब एकसाथ 100 से अधिक सैटलाइट अंतरिक्ष में पहुंचाया तो पूरी दुनिया देखती रह गई। अब देश का लक्ष्य मानव सहित यान अंतरिक्ष में भेजने का है।
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