India's space power:अंतरिक्ष और विज्ञान की दुनिया में भारत के कदम अब और भी आगे बढ़ रहे हैं। वर्ष 2025 तक भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था लगभग 13 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत अपने अंतरिक्ष मिशन को लेकर काफी संजीदा है।
Nasa: नासा ने इस शनिवार 3 सितंबर को आर्टेमिस 1 चंद्र मिशन शुरू करने की योजना बनाई थी। सप्ताह की शुरुआत में पहले प्रयास में इंजन में समस्या के कारण अंतिम समय में इसे रद्द कर दिया गया था।
बोरिसोव को इस महीने की शुरुआत में सरकार नियंत्रित अंतरिक्ष निगम Roscosmos का चीफ बनाया गया था।
मंगल पर मौजूद घाटी अमेरिका के ग्रैंड कैन्यन से 20 गुना बड़ी है। ग्रैंड कैन्यन की लंबाई 445 किलोमीटर है, जबकि इसकी चौड़ाई 28 किलोमीटर है। यूरोप के अल्प्स की पहाड़ियों पर मौजूद सबसे ऊंचा पहड़ा माउंट ब्लांक समुद्र तल से 15,000 फीट ऊंचा है।
ब्लैक होल अंतरिक्ष के ऐसे क्षेत्र होते हैं, जहां ग्रैविटी इतना तीव्र होती है कि प्रकाश सहित कोई भी चीज इनसे बच नहीं सकती है। ये हर चीज को निगल लेते हैं।
China Space Program: चीन की स्पेस एजेंसी (CMSA) के मुताबिक, साउथ आइलेंड प्रोविंस हैनान के तट पर स्थित 'वेनचांग स्पेसक्राफ्ट लॉन्च' स्थल से ‘वेन्तियान’ को लेकर ‘लॉन्ग मार्च-5बी वाई3’ रॉकेट रवाना हुआ।
मीजावा और हिरानो 2009 के बाद अंतरिक्ष जाने वाले पहले ऐसे पर्यटक बन गये हैं जिन्होंने इसके लिये भुगतान किया है।
चीन के तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गोबी मरूस्थल से रवाना होने के कुछ ही घंटों बाद एक चीनी अंतरिक्ष यान देश के निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन पर सफलतापूर्वक पहुंच गया।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के नाम से सिग्नस स्पेसशिप को अंतरिक्ष में लॉन्च कर दिया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख के सिवन ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत खुद का अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
नासा ने भारत के एंटी-सेटेलाइट मिसाइल (ए-सट) परीक्षण की आलोचना की है और कहा है कि इसने इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन (आईएसएस) में खतरे को बढ़ा दिया है
अमेरिकी स्पेस संस्था नासा ने भारत के 'मिशन शक्ति' अभियान पर मुहर लगा दी है। नासा के प्रमुख जिम ब्रिडेनस्टाइन ने सोमवार को नासा के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भारत की ओर से पांच दिन पहले किए गए टेस्ट का जिक्र किया।
भारत से फ्यूस्टल का एक बेहद ही खास रिश्ता है। वह नासा के एक स्पेस मिशन का हिस्सा थे और स्पेस में 197 दिन बिताने के बाद 5 अक्टूबर 2018 को पृथ्वी पर वापस आए थे।
चीन की निष्क्रिय और अनियंत्रित हो चुकी एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला आज धरती के वायुमंडल में वापस लौट आई और दक्षिणी प्रशांत में जा गिरी।
चीन की निष्क्रिय हो चुकी अनियंत्रित अंतरिक्ष लैब अगले 24 घंटे में पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते ही खगोलीय आग का गोला बन जाएगी, जिसके ऑस्ट्रेलिया से लेकर अमेरिका तक कहीं भी गिरने की आशंका है।
चीन का स्पेस स्टेशन टियागोंग 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच में धरती पर गिर सकता है। स्पेस स्टेशन की निगरानी कर रहे वैज्ञानिकों का ऐसा कहना है। साथ ही इसके वायुमंडल में नष्ट होने की संभावना भी है।
NASA के 2 व रूस का एक अंतरिक्ष यात्री सोयुज रॉकेट में सवार होकर कजाकिस्तान के बैकोनूर प्रक्षेपण केंद्र से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए बुधवार को प्रस्थान करने के लिए तैयार हैं...
धरती के वातावरण में आने के बाद अगर यह किसी संवेदनशील या रिहायशी इलाके में गिरता है कि जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता है। लोग दावा कर रहे हैं ये भारत में भी गिर सकता है और बड़ी तबाही मचा सकता है।
अमेरिका अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का निजीकरण करने का इच्छुक है क्योंकि वह आने वाले कुछ वर्षों में इस महंगे अंतरिक्ष कार्यक्रम का वित्तपोषण बंद करना चाहता है।
नासा ने बताया कि वे भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजकर 17 मिनट पर दोबारा एयरलॉक में लौटे...
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