भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स या बुच विल्मोर को अंतरिक्ष में ज्यादा दिन गुजारने के लिए उन्हें कोई अतिरिक्त पेमेंट या भत्ता नहीं दिया जाएगा। मिशन के निदेशक ने यह जानकारी दी है।
नासा के वैज्ञानिकों ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सफल वापसी के बाद अब अंतरिक्ष में अपना एक नया मिशन शुरू किया है। अब नासा का बोइंग स्टारलाइनर विमान परीक्षण उड़ान भरने को तैयार है।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतरिक्ष में 286 दिन बिताकर स्पेस में सर्वाधिक समय बिताने वाले अंतरिक्ष यात्रियों की लिस्ट में टॉप-10 में शुमार हो गए हैं। उनका स्थान इस लिस्ट में 9वें नंबर पर है।
नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स 9 महीने अंतरिक्ष में रहने के बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 2 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ स्पेसएक्स यान पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा था।
अंतरिक्ष में रहना धरती पर रहने की तरह नहीं है। अंतरिक्ष में हालात अलग होते हैं। जब अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापस लौटते हैं तो उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चलने और मुड़ने में भी समस्या हो सकती है।
स्पेसएक्स के ड्रैगन एयरक्राफ्ट की सफल लैंडिंग के बाद नासा ने प्रेसवार्ता करके इस मिशन को सफल बताया है। नासा ने कहा कि यह मिशन पूरी तरह सफल व सुरक्षित रहा। साथ ही लैंडिंग शानदार रही।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर व 2 अन्य साथियों के साथ बुधवार को फ्लोरिडा में समंदर की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड कर गई हैं। इसके बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से सुरक्षित बाहर निकालकर मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया।
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने बाद आज बुधवार को धरती पर सुरक्षित वापस लौटे। उनके साथ 2 अन्य साथियों ने भी सफल लैंडिंग की। नासा ने कहा मिशन पूरी तरह सफल रहा।
सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी हो रही है। एक के छोटे से मिशन पर गईं नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को तकरीबन 9 महीने अंतरिक्ष में बिताने पड़े हैं।
अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के पास जब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA का Crew-10 विमान पहुंचा तो इस पल ने सभी को भावुक कर दिया। क्रिउ-10 के सदस्यों को गले लगाकर सुनीता और विल्मोर ने अंतरिक्ष में स्वागत किया।
अंतरिक्ष में फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और उनके साथी विल्मोर को लेने नासा की टीम अंतरिक्ष स्टेशन पहुंच गई है। ट्रंप के आदेश पर सुनीता विलियम्म को 9 महीने बाद वापस लाया जाएगा।
चीन ने अपने अंतरिक्ष स्टेशन में पहले विदेशी नागरिक के रूप में एक पाकिस्तानी को भेजने का ऐलान किया है। चीन और पाकिस्तान ने मिलकर अंतरिक्ष के लिए कई साझा कार्यक्रमों की घोषणा की है।
सुनीता विलियम्स इससे पहले भी अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर चुकी हैं और सात बार स्पेसवॉक कर चुकी हैं। यह उनकी आठवीं स्पेसवॉक थी। वह जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर फंसी हुई हैं।
इसरो का SpaDeX प्रोजेक्ट अपने लक्ष्य के करीब पहुंचने के बाद भी मिशन को पूरा नहीं कर पाया। आज ये तीसरी कोशिश थी। इससे पहले भी डॉकिंग प्रोसेस को दो बार टालना पड़ा था।
इसरो ने SpaDeX Mission को लॉन्च करके नया कीर्तिमान रचा है। रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है, जिसके पास डॉकिंग करने की टेक्नोलॉजी है।
सुनिता विलियम्स का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वे एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान छात्रों से जुड़ीं और उन्हें स्पेस में पानी कैसे पीते हैं, इसका लाइव एग्जांपल कर के दिखाया।
अमेरिका में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में पृथ्वी से सैकड़ों मील ऊपर अंतरिक्ष यात्री भी मतदान करेंगे। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स भी चुनाव में मतदान करेंगी।
यह वही एपोफिस एस्टेरॉयड है, जिसे लेकर ISRO चीफ डॉ. एस. सोमनाथ ने चेतावनी दी थी कि ये खतरनाक है। इस एस्टेरॉयड की टक्कर वाली जगह से चारों तरफ करीब 20 km के इलाके में सामूहिक संहार हो जाएगा। किसी तरह के जीव-जंतुओं की आबादी नहीं बचेगी।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में चीन ने बड़ी छलांग लगाई है। चीन ने अपना स्पेस मिशन शेनझोउ-19 लॉन्च कर दिया है। यह मिशन इसलिए भी खास है क्यों कि चीन की पहली महिला स्पेस इंजीनियर ने इस मिशन में उड़ान भरी है।
कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे 4 एस्ट्रोनाट्स धरती पर आज सकुशल वापस लौट आए हैं। मगर भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अभी तक धरती पर नहीं लौट सकी हैं। वह 8 महीने से अंतरिक्ष में ही फंसी हैं।
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