अब जबकि लोकसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों की जंग बाकी है सत्तापक्ष और विपक्ष के अपने—अपने दावों के बीच उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर सभी की निगाहें लगी हैं।
छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार की आठ-आठ, दिल्ली की सात और झारखंड की चार सीटों पर मतदान होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा—बसपा गठबंधन को ‘‘दंगा कराने वालों का गठबंधन’’ बताते हुए शुक्रवार को जनता का आह्वान किया कि इस गठजोड़ से किसी भी तरह की दोस्ती का मतलब 'आत्महत्या' करने जैसा होगा।
गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर, सुलतानपुर सहित कई जगहों पर चुनावी रैलियों को संबोधित किया।
गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के जौनपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वो सपा-बसपा-रालोद गठबंधन और कांग्रेस पर जमकर बरसे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यह कहते हुए विपक्षी दलों पर प्रहार किया कि जो संसद में विपक्ष के नेता के पद का दावा करने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीत सकते, वे प्रधानमंत्री बनने के लिए कपड़े सिलवा रहे हैं।
वाराणसी से महागठबंधन ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। यहां से सपा के टिकट पर शालिनी यादव मैदान में होंगी।
ये बात सही है कि अगर बीएसपी और एसपी के बीच गठबंधन हुआ तो इसके लिए सबसे ज्यादा कोशिश अखिलेश यादव ने की। शुक्रवार की जनसभा में बार-बार उन्होंने लोगों से कहा कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती को पूरा सम्मान दें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा-बसपा गठबंधन पर करारा हमला करते हुए शनिवार को कहा कि जनता खोखली दोस्ती करने वालों का सच जानती है और इन दोनों की दोस्ती टूटने की तारीख 23 मई तय हो चुकी है।
शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सपा—बसपा गठबंधन पर हमला बोलते हुए जनता को आगाह किया कि वह इनसे सतर्क रहे क्योंकि ये लोग झूठ और अफवाह फैलाने में माहिर हैं।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि सपा को नहीं पता कि उसने बसपा के साथ गठबंधन करके कितनी बड़ी भूल की है।
क्रांतिधरा कही जाने वाली मेरठ की धरती पर इस बार का लोकसभा चुनाव का मुकबला बहुत दिलचस्प रहने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत की हैट्रिक बचाए रखने की चुनौती है तो सपा-बसपा गठबंधन को भी अपनी साख बचानी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर बड़ा हमला बोला है।
लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस और गठबंधन को बुधवार को बड़ा झटका दिया है। विपक्षी दलों के कई प्रमुख नेता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो गए।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सपा, रालोद एवं बसपा को ‘सराब’ कहकर निशाना साधे जाने को लेकर उन पर देश के लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि क्षेत्रीय दलों की कुछ ''मजबूरियां'' हो सकती हैं जिस वजह से वे चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं कर रही हैं, लेकिन चुनाव बाद भाजपा विरोधी ताकतों का गठबंधन होकर रहेगा।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने सोमवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए ‘अपने लोगों’ को भ्रम में न पड़ने की अपील की।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने रविवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन के लिए 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी नहीं चाहती कि आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन चुनाव हारे और वह कुछ हिस्सों में ‘गठबंधन’ के साथ तालमेल कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के साथ करार पर आखिरकार कांग्रेस ने विराम लगा दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एलान कर दिया कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
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