Guest House Scandal: साल 1995 के जून महीने में लखनऊ के एक गेस्ट हाउस में जो घटना हुई, वही गेस्ट हाउस कांड के नाम से जानी जाती है। तब मायावती ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था।
उन्नाव की पूर्व सांसद अनु टंडन को सोमवार को सपा में शामिल कराने के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की एक ही चाहत समाजवादी पार्टी को हराना है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और बसपा पर जमकर प्रहार किया।
उत्तर प्रदेश की हमीरपुर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी विजयी हुई है, लेकिन समाजवादी पार्टी अपनी हार में भी जीत देख सकती है।
लोकसभा चुनाव 2019 के परिणामों ने यह साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश में अगर किसी पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, तो वो समाजवादी पार्टी है। चुनावों में मायावती की बसपा जहां सपा से गठबंधन करके शून्य से दस सीटों पर पहुंच गई, वहीं सपा अपना ग्राफ ऊपर न बढ़ा
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां 'भाषा' से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि बसपा प्रमुख भले ही सपा को बुरा-भला कह रही हों, लेकिन जनता उनकी असलियत जानती है।
लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच रिश्तों में खटास लगातार बढ़ती जा रही है।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी ने मायावती पर सामाजिक न्याय की लड़ाई कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि बसपा प्रमुख घबराहट में सपा के विरुद्ध बयानबाजी कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पुत्र अखिलेश और भाई शिवपाल के बीच खटास दूर करने की मुलायम सिंह की शुरुआती कोशिश, चाचा भतीजे की दरार पाटने में कामयाब नहीं रही।
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन टूटने को दुखद बताते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को पहले देश के बारे में सोचना चाहिए।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि जरूरी नहीं कि हर प्रयोग सफल हो। उन्होंने कहा कि एक इंजीनियरिंग का छात्र होने के नाते उन्होंने यह प्रयोग (सपा-बसपा-रालोद गठबंधन) किया था।
भाजपा से अलग होने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) उत्तर प्रदेश विधानसभा उप चुनाव में गठबंधन को लेकर सपा और बसपा से तालमेल की संभावनाएं तलाश रही है।
बसपा प्रमुख मायावती के एलान के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मंगलवार को अपनी राह अलग करने का संकेत देते हुए कहा था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर अकेले उपचुनाव लड़ेगी।
बीएसपी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती थी, जबकि इस बार पार्टी के प्रत्याशियों ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की है।
मायावती के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि गठबंधन के इस अंजाम की भविष्यवाणी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कर दी थी।
लोकसभा चुनावों से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच हुआ गठबंधन चुनाव नतीजों के बाद टूट गया है
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने के निर्णय के बाद भाजपा ने विपक्षी गठबंधन को लेकर कटाक्ष किया है।
अब गठबंधन को लेकर फिरोजाबाद के सिरसागंज से समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन से सिर्फ मायावती को फायदा हुआ, समाजवादी पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
दिल्ली में उत्तर प्रदेश के पार्टी नेताओं की एक बैठक में आज मायावती ने घोषणा की थी कि बसपा राज्य में अकेल 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी। इसका साफ मतलब है कि मायावती समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन जारी रखने के मूड में नहीं हैं।
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के साथ अपने गठबंधन को तोड़ने के संकेत दिए। मायावती ने घोषणा की कि बसपा राज्य में अकेल 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से सपा-बसपा और रालोद ने अभी तक गठबंधन के भविष्य पर कुछ नहीं किया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी में 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है।
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