मई 2024 में देश के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि मात्रात्मक रूप से, पूरे देश में दक्षिण पश्चिम मानसून मौसमी वर्षा ±4 प्रतिशत की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 106 प्रतिशत होने की संभावना है।
सामान्य रूप से 15 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे भारत में पूरी तरह से खत्म हो जाती है, लेकिन इस बार प्रक्रिया में देरी हो रही है। निकासी की शुरूआत भी 17 सितंबर की सामान्य तारीख के मुकाबले 6 अक्टूबर से शुरू हुई।
काईमेट ने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून 2020 आखिरकार भारत की धरती पर पहुंच गया। मानसून अपने वास्तविक सामान्य तारीख से पहले ही पहुंच गया है।
आईएमडी ने कहा है कि 31 मई से 4 जून के बीच दक्षिणपूर्व और उससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसे देखते हुए, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानूसन की शुरुआत के लिए 1 जून से परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून (पहली जून से 30 सितंबर) सीजन के दौरान देशभर में औसतन 968.3 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देशभर में औसतन 880.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती है।
अरब सागर में उठा चक्रवात 'वायु' भले ही गुजरात को नुकसान पहुंचाए बिना ओमान की ओर बढ़ गया हो, लेकिन इससे मौसमी परिस्थितियों पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ा है।
Monsoon Update: मानसून आखिरकार देश की राजधानी दिल्ली में भी पहुंच गया है, भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में पहुंच चुका है, इसके अलावा गुजरात और राजस्थान के भी ज्यादातर हिस्सों में मानसून की बरसात हो चुकी है।
लगातार हो रही बारिश के कारण मुंबई में हालात बहुत बिगड़ गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार को जारी भारी बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है।
समय से कुछ पहले कर्नाटक में पहुंचा मानसून, दो लोगों की मौत
मौसम विभाग ने कहा है कि देश के कई हिस्सों में अगले चार दिनों में अच्छी बारिश के आसार हैं। विभाग के अनुसार 8 जुलाई को भारी वर्षा हो सकती है।
दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में लगातार आगे बढ़ रहा है और मौसम विभाग ने बारिश के लिहाज से अगला हफ्ता बेहतर रहने का अनुमान जताया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने मुंबई में अपनी दस्तक दे दी है। वहीं, IMD के अनुसार जल्द ही उत्तर भारत में भी मानसून दस्तक देने वाला है।
कर्नाटक के बाद अब मानसून गोवा पहुंच चुका है। मौसम विभाग के निदेशक एम एल साहू के मुताबिक मानसून गुरुवार को गोवा पहुंच गया है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक मानसून कर्नाटक और तमिलनाडु के बाकी हिस्सों में मौजूदगी दर्ज करा चुका है अगले 24 घंटे में कर्नाटक में तेज बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली-NCR समेत उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 24 घंटे में झमाझम बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई है
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के इलाकों में मंगलवार शाम से गर्मी से निजात मिलने की संभावना है और बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात के कई इलाकों में प्री-मॉनसून बारिश ने भारी तबाही मचाई है। अनुमान के मुताबिक 9-15 जून तक सेंट्रल इंडिया में मानसून पहुंचेगा।
केरल पहुंचने के बाद अब ये गोवा पहुंचने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि मानसून अपने तय समय से दो दिन पहले 7-8 जून को गोवा में दस्तक दे सकता है।
दक्षिण पश्चिमी मानसून तेजी से देश के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून छह जून के आसपास गोवा पहुंचने की उम्मीद है।
मानसून के सीजन में अच्छी बारिश होती है तो देश में अच्छी फसल होगी। लिहाजा महंगाई घटेगी कर्ज सस्ता होगा। ऐसे में आम कम पैसे खर्च कर ज्यादा सामान खरीद पाएंगे
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