चीन ने दक्षिण चीन सागर (एससीएस) में उसके दावे वाले एक चट्टान के पास के क्षेत्र से एक अमेरिकी नौसैनिक जहाज के गुजरने को लेकर कड़ा विरोध दर्ज किया है।
दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, फिलीपीन और जापान की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना के संयुक्त नौसेना अभ्यास में भाग लेने के कुछ ही दिनों बाद उनकी यह टिप्पणी आई है। यह इस तरह का प्रथम अभ्यास है।
अमेरिका ने चीन के 'वन बेल्ट वन रोड या OBOR' प्रोजेक्ट को निशाने पर लिया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा है कि OBOR प्रॉजेक्ट 'वन वे रोड' है।
चीन ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में नौवहन की आजादी की कोई समस्या नहीं है तथा किसी भी देश को इस क्षेत्र में सैन्यीकरण करने के लिए किसी बहाने का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
चीन और अमेरिका के बीच शनिवार को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में दोनों पक्षों की तरफ से कई बातें कहीं गईं।
जापान के इस कदम से चीन की त्यौरियां तन सकती हैं, क्योंकि वह विवादित जलक्षेत्र के ज्यादातर हिस्से पर अपना दावा करता रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरूवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले और दोनों नेताओं ने हाल में हुई बैठकों से मिली ‘‘रफ्तार’’ को बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के शक्ति प्रदर्शन करने को लेकर अमेरिकी चिंताओं के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिंनफिंग ने अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस बातचीत की...
ऑस्ट्रेलिया दक्षिण चीन सागर में निगरानी तथा संयुक्त सैन्य अभियानों के लिए अत्याधुनिक अमेरिकी ड्रोन खरीदने के वास्ते 5.2 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा।
अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा है कि चीनी सेना दक्षिण चीन सागर में अपना विस्तार कर रही है और उसने विवादित समुद्री क्षेत्र में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों की तैनाती धौंस और दादागिरी दिखाने के इरादे से किया गया है...
अमेरिका ने एक तरह से चीन को परोक्ष रूप से धमकी देते हुए कहा है कि अमेरिकी सेना के पास छोटो द्वीपों को नष्ट करने का काफी अनुभव रहा है...
चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में पहली बार बमवर्षक विमान तैनात किए हैं। चीन के इस कदम पर अमेरिका ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता को बढ़ाएगा।
दक्षिण चीन सागर में विवादित द्वीपों पर चीन की गतिविधियों का विरोध करने के लिए शुक्रवार को फिलिपींस की राजधानी मनीला में विरोध-प्रदर्शन हुए...
दक्षिण चीन सागर में जहाजों की आवाजाही को लेकर ऑस्ट्रेलिया और चीन में बुरी तरह ठन गई है...
अमेरिकी नौसेना के एक अधिकारी का कहना है कि अमेरिकी बल दक्षिण चीन सागर में चीन निर्मित एक कृत्रिम द्वीप में उसकी सेना की तैनाती से भयभीत नहीं होगा और विवादित क्षेत्र में जहां तक ‘‘अंतरराष्ट्रीय कानून इजाजत देता हो वहां तक गश्त जारी रखेगा।’’
ब्रितानी युद्धपोत नौवहन अधिकारों की स्वतंत्रता पर जोर देने के लिए अगले महीने आस्ट्रेलिया से रवाना होगा और दक्षिण चीन सागर से होते हुए आगे बढ़ेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।
Vietnam invites India to invest in South China Sea, China objects
चीन ने कहा कि बीजिंग ऐसे किसी भी तैयारी का विरोध करता है, जो उसके अधिकारों का उल्लंघन करता हो...
दक्षिण चीन सागर के तट पर कुछ दिन पहले एक ईरानी टैंकर के अगले हिस्से में आग लग जाने के बाद अब टैंकर में विस्फोट हो जाने से राहत अभियान पर असर पड़ा है।
चीन ने लक्ष्यों पर बारीक नजर रखने के साथ अपनी पनडुब्बियों की मदद के लिए पानी के भीतर एक नया निगरानी तंत्र विकसित किया है।
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