बिजली कंपनी एसजेवीएन लिमिटेड ने देश में सौर बिजली परियोजनाओं के विकास के लिये सार्वजनिक क्षेत्र की भारत हेवी इलेक्ट्रिक लिमिटेड (भेल) के साथ समझौता किया है।
छतों पर लगने वाली सौर परियोजनाओं की गति अच्छी नहीं होने से सरकार के लिए छतों के ऊपर लगी परियोजनाओं के जरिए 2022 तक 40,000 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन की क्षमता सृजित करने का लक्ष्य हासिल करना कठिन हो सकता है।
जेएनएनएसएम के तहत आने वाली योजनाओं के तहत सौर बिजली संयंत्रों के निर्माताओं को व्यवहार्यता अंतराल कोष (वीजीएफ) जारी होने में देरी टाली जा सके।
छत पर सौर उर्जा प्रणालियां लगाने के लिए और सौर उर्जा के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए सरकार ने करीब 16,800 करोड़ रुपए का कोष अलग से रखा है।
संपादक की पसंद