संकट के समय पूरा देश एक है और एक-दूसरे की मदद की करने की इसकी तासीर है, आज इसका एक उदाहरण देखने को मिला। सदियों से आभावग्रस्त खानाबदोश (घुमंतू) जिंदगी जीने वाले गढ़िया लोहार समाज ने पूरी दुनिया के सामने बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
शुक्रवार को एच एस फुल्का ने कहा कि 5 साल राजनीति में रहने के बाद वह यह मानते हैं कि अन्ना हजारे की मुहिम को राजनीतिक दल में नहीं बदलना चाहिए था
छत्तीसगढ़ में पब्लिक सर्विस में नियुक्ति जारी है, 7 जनवरी से पहले इन पदों के लिए कर सकते हैं आवेदन
जेफ बेजोस ने ट्विटर पर दिए संदेश में कहा है कि वह समाजसेवा के बारे में सोच रहे हैं और इसके लिए उन्होंने दुनियाभर से नए आइडिया भेजने की अपील की है
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