जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में साल की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी और कम दृश्यता के कारण कश्मीर आने-जाने वाली उड़ाने प्रभावित हुईं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जम्मू-श्रीनगर, श्रीनगर-लेह राजमार्ग (जोजिला दर्रा), लेह-मनाली, मुगल रोड और साधना दर्रा सहित सतही और हवाई परिवहन में व्यवधान हो सकता है।
शोपियां, अनंतनाग, सोपोर समेत कई इलाकों में बर्फ जम जाने की वजह से पीने के पानी का संकट आ गया है। यही हालात उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों का भी है। गुलमर्ग के पास टंगमर्ग में प्रचंड ठंड की वजह से झरने जम गए हैं।
पर्यटकों से दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है, इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर जारी किए गए मोबाइल नंबर्स पर संपर्क करने को कहा गया है।
अनंतनाग जिले के सिथन र्दे में जहां चार लोग बर्फ में फंस गए थे, वहां पहुंचने के लिए नागरिक प्रशासन, पुलिस और सेना सहित एक बचाव दल ने खराब मौसम का सामना किया।
नाग्बल में बर्फबारी में फंसे बंजारों के इन 4 परिवारों में कुल 16 सदस्य थे और वे बर्फबारी में फंस गए थे।
लद्दाख क्षेत्र में, कारगिल में शनिवार को मौसम की पहली बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि द्रास शहर में 5 इंच बर्फबारी दर्ज की गई है।
बाबा अमरनाथ की गुफा, जोजिला दर्रा और साधना टॉप पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से यहां का मौसम सुहावना हो गया है। इसके साथ ही अब उत्तर भारत समेत देश के अन्य राज्यों में ठंड बढ़ने की उम्मीद है।
शाहीर ने बताया कि लद्दाख में लैंडस्लाइड और हैवी स्नोफॉल की वजह से वो अपनी टीम के साथ रास्ते में फंस गए हैं। लेकिन आसपास का नजारा इतना खूबसूरत है कि फंसने के बावजूद वो बेहद खुश हैं।
जम्मू कश्मीर में सोमवार को मैदानी इलाकों में मध्यम बारिश और पहाड़ी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई। मौसम विभाग ने पहले ही घाटी के कई इलाकों में अगले 2 दिनों में बारिश और बर्फबारी होने की भविष्यवाणी कर दी थी।
श्रीनगर में दिन का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री, पहलगाम में 2.1 डिग्री और गुलमर्ग में शून्य से 2.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। लद्दाख के लेह में रात का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 2.5 डिग्री, कारगिल में शून्य से 4.4 डिग्री और द्रास में शून्य से 10.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक श्रृंखला मार्च के पहले हफ्ते तक पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करती रहेगी। इसके चलते जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में सोमवार से बारिश और हिमपात की आशंका है।
दुनिया में भीषण गर्मी और रेगिस्तान के लिए प्रसिद्ध एक देश में अचानक हुई बर्फबारी से हर कोई हैरान है। रेगिस्तान की रेत पर बर्फ की सफेद चादर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब शेयर की जा रही हैं।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम के मिजाज़ में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। कुछ राज्यों में अभी से गर्मी पड़ने लगी है तो कुछ राज्यों में बारिश के साथ ही एक बार फिर ठंड का एहसास होने लगा है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में आए जल प्रलय में मरने वालों का आंकड़ा 33 तक पहुंचा गया है। तपोवन में 93 श्रमिक अभी भी लापता हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने चमोली में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट दिया है जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सुहाना खान अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए विदेश लौट चुकी हैं। अब उन्होंने वहां से वीडियो शेयर किया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बृहस्पतिवार सुबह इस साल की पहली बर्फबारी हुई। बृहस्पतिवार सुबह शिमला, कुफरी, केलोंग, कल्पा और राज्य के ऊंचाईं वाले कई इलाकों में बर्फबारी हुई और खबर लिखे जाने तक बर्फबारी चल रही थी।
IMD के एक अधिकारी ने कहा, "31 जनवरी तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है, जिसके बाद 2 और 3 फरवरी को हल्की बारिश (light rainfall) और बर्फबारी (snowfall) होने का अनुमान लगाया जा रहा है।"
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में रविवार को कुफरी, भरमौर, केलांग और काल्पा में ताजा बर्फबारी (Snowfall) हुई, जबकि राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश (Rain) हुई।
देश में सर्दी का सितम जारी है। अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में घने कोहरे की संभावना है।
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