मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने अत्याधुनिक उपकरण नहीं होने की बात स्वीकारते हुए पीटीआई-भाषा से कहा कि राज्य प्रशासन के पास अगली सर्दियों तक ऐसी मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी।
शिमला, मनाली और कुफरी समेत हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई पर स्थित इलाकों में बर्फबारी जारी है। बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरों पर रौनक आ गई, लेकिन आवागमन में बाधा भी पैदा हुई।
पहाड़ों पर मौसम की तल्खी जारी है। कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। पहाड़ बर्फबारी की वजह से भींग रहे हैं तो मैदानी इलाकों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि राजधानी दिल्ली में मौसम के इरादे बदल सकते हैं।
उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में सोमवार को शीतलहर का प्रकोप जारी रहा और कश्मीर घाटी, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ।
सोमवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत में छाई धुंध मंगलवार को छट गई। मंगलवार सुबह शहरी इलाकों में मौसम साफ दिखाई दिया। लेकिन शीत लहर का प्रकोप फिलहाल जारी है।
पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में कुफरी, मनाली, सोलन, भुंतर, सुंदरनगर, सोबघ और कल्पा में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया। राज्य में दिन का सबसे कम तापमान केलांग में शून्य से नीचे 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में जमा देने वाली ठंड पड़ रही है। दिसंबर में इस बार जो शीतलहर जारी है वह ऐतिहासिक है। यह दिसंबर पिछले 100 सालों के दौरान दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर बनने जा रहा है।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कुल्लू में भारी बर्फबारी की वजह से एनएच पर बर्फ की ढेर लग गई जिसकी वजह से लंबा जाम लग गया है। मनाली से सोलंग नाला को जाने वाली सड़क पर पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
उत्तर भारत में शीत लहर के चलते ठंड और अधिक बढ़ गई है। आधा भारत सर्दी के शिकंजे में है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का रिकॉर्ड टूट रहा है तो मैदानी इलाकों में कंपा देने वाली सर्दी पड़ रही है। आज से घना कोहरा और बेमौसम बारिश नई मुसीबत बनने वाले हैं।
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और पारा नीचे गिरने से ठंड और बढ़ गई है। हाड़तोड़ ठंड के आगे लोग अब लाचार नजर आ रहे हैं। दिल्ली में भी ठंड का प्रकोप जारी है जहां 22 वर्षों में दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के अधिकतर क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद पारा गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है वहीं जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलन की कई घटनाओं के बाद यातायात प्रभावित है।
पहाड़ों पर ज्यादातर जगहों पर बर्फबारी फिलहाल रुक गई है लेकिन कश्मीर से केदारनाथ तक की पहाड़ियां बर्फ से ढकी हुई है। बाबा केदार की नगरी केदारनाथ में तो कुदरत का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है।
कश्मीर में भारी बर्फबारी के बीच श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी कश्मीर घाटी का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूटा रहा और हवाई यातायात भी बाधित रहा।
मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका जताई है, जिसके बाद सरकार द्वारा कल उत्तरकाशी के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का फैसला लिया है।
मौसम ने बहुत तेज़ी से करवट ली है। ठंड की शुरुआत तो नवंबर में ही हो गई थी लेकिन कल शाम से जारी बारिश ने तापमान को 5 से 7 डिग्री तक नीचे गिरा दिया है। पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है तो मौदानी इलाकों में भारी बारिश हुई है।
उत्तर भारत में ठंड का कहर जारी रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नये सिरे से बारिश और बर्फबारी हो रही है जबकि श्रीनगर हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन अत्यधिक कोहरे की वजह से दृश्यता घटने के कारण लगातार तीसरे दिन बंद रहा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आस-पास के इलाकों में बादलों की आवाजाही का दौर जारी है। एक-दो दिनों में तेज हवा के साथ ठंड भी बढ़ेगी। शनिवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
श्रीनगर से लेकर मनाली तक भारी बर्फबारी हो रही है। भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते ब्लॉक हैं, जिंदगी की रफ्तार थम गई है। वहीं देश के पश्चिम तट पर बुलबुल तूफान ने भयंकर तबाही मचाई है।
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने रविवार को बताया कि 14 से 16 नवंबर तक ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जबकि बीच वाले पहाड़ी इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हो सकती है।
कश्मीर के गुलमर्ग और सोनमर्ग कल सीजन की पहली बर्फबारी हुई और इसका लुत्फ उठाने के लिए सैलानी भी पहुंचने लगे हैं। कोई पंजाब से आया तो कोई महाराष्ट्र से कश्मीर पहुंचा है।
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