श्रीनगर में बर्फबारी से चारों तरफ बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण करीब 3 फीट बर्फ जमा हो गई है। डल झील में बर्फबारी के कारण शिकारे बर्फ की मोटी परत से ढक गए हैं।
कश्मीर में बर्फबारी हुई तो नजारा बेहद ही खूबसूरत हो गया। स्नोफॉल का लुत्फ उठाने के लिए घर से बाहर निकलीं दो बच्चियों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में ये बच्चियां गिरे बर्फ के बीच जमकर मस्ती करते हुए नजर आ रही हैं।
श्रीनगर सहित जम्मू-कश्मीर के अधिकतम हिस्सों में पिछले कई दिनों से बर्फबारी हो रही है। वहीं मौसम विभाग ने अभी 24 घंटे तक ऐसे ही बर्फबारी होने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधान रहने की भी सलाह दी है।
जम्मू-कश्मीर में 3 दिन पहले ही भयंकर सर्दी वाले 40 दिन यानी कि 'चिल्लई कलां' बीत चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी कश्मीर में ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोडॉ़ दिए हैं। आलम ये है कि कोकेरनाग के लारनू में -17.7°C तक पारा लुढ़क गया।
Snowfall In February: कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश तक इन दिनों पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। स्नोफॉ देखने का मन है तो आप इन टूरिस्ट प्लेस पर घूमने का प्लान बना सकते हैं।
कश्मीर में पिछले 4 दिनों से मौसम के मिजाज बिगड़ा हुआ है। पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है खासकर पहलगाम सोनमर्ग और कश्मीर के ताज गुलमर्ग में जहां लोगों के साथ-साथ देशभर से आने वाले पर्यटकों को लंबे समय से इसका इंतजार था।
रोहतांग में अटल सुरंग के पास भारी बर्फबारी की वजह से करीब 300 टूरिस्ट फंस गए, जिन्हें बाद में रेस्क्यू कर लिया गया। कुल्लू की एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि सभी पर्यटकों को एटीआर से निकाल लिया गया है।
कश्मीर के पहाड़ों पर पिछले 24 घंटों से लगातर बर्फ़बारी हो रही है। मौसम विभाग ने 2 फरवरी तक पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में बर्फ़बारी और बारिश की संभावना जताई है।
कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में आज मौसम ने अपनी मिजाज बदल लिया है। ऊपरी पहाड़ी इलाकों पर सीजन की पहली बर्फबारी ने दस्तक दे दी है। बर्फबारी से लोगों के चेहरे खिल उठे हैं।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि कश्मीर में कल से मौसम के मिजाज बदल सकते हैं, पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में इस सीजन के मौसम की पहली बर्फबारी हो सकती है।
कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में तापमान लुढक कर शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने 25 जनवरी से 31 जनवरी तक घाटी में कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी की संभावना जताई है।
आम तौर पर कश्मीर में जनवरी का महीना सर्दी का सबसे कठोर महीना माना जाता है। लेकिन इस बार बर्फबारी ना होने से यह सर्दी का महीना लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है। नदी-नालों में पानी की कमी से वाटर सप्लाई प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ गई है।
कश्मीर में शुष्क मौसम और बगैर बर्फ वाली सर्दी के कारण रात में हाड़ कंपा देने वाली ठंड हो रही है। वहीं, दिन सामान्य दिनों की तुलना में अधिक गर्म है।
मैदानी इलाकों में शीतलहर और कोहरे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं, बुधवार को पहाड़ी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के आसपास रूई के फाहे की तरह बर्फबारी हुई, जिससे पूरा इलाका बर्फ की मोटी चादर से ढंका नजर आया।
जम्मू-कश्मीर में इस साल सर्दी का मौसम स्थानीय लोगों के लिए चिंता लेकर आया है। हालात ऐसे हैं कि यहां दिल्ली से भी कम ठंड पड़ रही है और लगभग सूखे जैसी स्थिति है।
इस मौसम तक कश्मीर के पहाड़ और मैदान बर्फ से ढक जाते हैं। लेकिन सूखे के कारण ना तो बारिश हुई और न ही बर्फ पड़ रही है। ऐसे में आज कश्मीर की सभी बड़ी मस्जिदों में खास प्रार्थना की गई और सूखा खत्म हो, इसके लिए दुआ मांगी गई।
कश्मीर वर्तमान में "चिल्ला-ए-कलां" की चपेट में है, जो 40 दिनों की कठोर सर्दियों की अवधि है। इस दौरान क्षेत्र में शीत लहर चलती है और तापमान में काफी गिरावट आती है।
जनवरी में पहाड़ से लेकर मैदान तक बर्फ से ढके रहते थे। लेकिन आज वो पहाड़ और मैदान आज बर्फ और बारिश की एक- एक बूंद का इंतज़ार कर रहे हैं।
जापान में दो दिन पहले आए विनाशकारी भूकंप में मौतों का आंकड़ा अब बढ़कर 126 हो गया है। अभी भी 200 लापता लोगों की तलाश जारी है। सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। भूकंप के बाद बारिश और बर्फबारी ने पीड़ितों की मुश्किलों को और अधिक बढ़ा दिया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान कई राज्यों में घना कोहरा और कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया है। कश्मीर घाटी में तापमाम माइनस के नीचे दर्ज किया जा रहा है। झील और तालाबों का पानी जम गया है।
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