शराब छुड़ाने का रामबाण उपाय हैं बाबा रामदेव के ये टिप्स। यहां आप जानेंगे कि अजवाइन से शराब छुड़ाने का उपाय और कई कारगर घरेलू तरीके। जानते हैं विस्तार से।
स्मोकिंग या धुम्रपान करना हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक माना जाता है। वहीं, गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने की आदत गर्भस्थ शिशु पर भी बुरा असर डालने का काम कर सकती है। ऐसे में इस लत को छोड़ देना ही बेहतर विकल्प है।
Smoking: धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने वाले लोगों को कैंसर का अधिक खतरा हो सकता है। ‘द लांसेट जर्नल’ में प्रकाशित एक नये अध्ययन में यह दावा किया गया है।अध्ययन में कहा गया है कि धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के आसपास रहने से फेफड़े में प्रवेश करने वाला धुआं कैंसर का 10वां सबसे बड़ा कारक है
Supreme Court On Smoking: धूम्रपान करने वालों की आयु सीमा बढ़ाए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी जिसे शीर्ष अदालत ने खारिज कर दिया और कहा कि ‘‘यदि आप प्रचार चाहते हैं, तो अच्छे केस पर बहस करिये, प्रचार हित याचिका नहीं दायर करें।’’
इंश्योरेंस कंपनियां सामान्य व्यक्ति के मुकाबले धूम्रपान करने वाले व्यक्ति से ज्यादा प्रीमियम वसूलती हैं। सिगरेट पीने से लंग कैंसर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, टीवी जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
सिगरेट पीने से शरीर में निकोटिन जाता है जो 20 मिनट के अंदर ब्लड प्रेशर को नॉर्मल से 20% बढ़ा देता है।
उमा भारती ने लिखा- मैं एक महिला हूं और यह पत्थर मैंने महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए मारा है
बीड़ी, सिगरेट या तंबाकू का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक होता है। इन चीजों से दूरी बनाकर रखना बहुत जरूरी है।
स्मोकिंग करने से सिर्फ आपकी हेल्थ पर भी बुरा प्रभाव ही नहीं पड़ता है बल्कि उसके धुंए से आसपास मौजूद लोगों पर भी पड़ता है।
एक बार जब कोई स्मोकिंग शुरू कर देता है तो उसे छोड़ा कैसे जाए? अगर आप सिगरेट छोड़ना चाहते हैं या खराब लंग्स को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो स्वामी रामदेव ने इसके लिए कारगर उपाय बताए हैं।
धूम्रपान के सेहत पर गंभीर असर को देखते हुए हाई रिस्क जॉब प्रोफाइल के मुकाबले इंश्योरेंस कंपनियां स्मोकिंग को ज्यादा गंभीरता से लेती हैं। इसी वजह से स्मोकिंग करने वालों को प्रीमियम पर ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल से श्वसन संबंधी संक्रमण बढ़ सकता है और ऐसे लोग कोरोना वायरस की चपेट में आने के लिहाज से अधिक संवेदनशील हैं।
स्वामी रामदेव का कहना है कि कोरोना काल में शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। अगर आपका लीवर और लंग मजबूत होगा, तभी आप अन्य बीमारियों से भी लड़ सकेंगे।
स्वामी रामदेव ने बताया कि जिसका लंग और लीवर कमजोर होगा, वो कोरोना से लेकर जिंदगी की जंग तक नहीं जीत पाएगा। नशे का असर फेफड़े, लीवर, किडनी सहित शरीर के अन्य कई अहम हिस्सों पर पड़ता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने घोषणा की है कि वह दुनिया में तम्बाकू का सेवन करने वाले 130 करोड़ लोगों को इस आदत को छोड़ने में मदद करने के लिए एक पहल शुरू कर रहा है।
लगातार तंबाकू का सेवन करने से हमारा शरीर जल्द ही खोखला हो जाता है। अगर एक बार ये लत लग जाए तो फिर इसे छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन आयुर्वेद में ऐसे कुछ उपाय है जिनकी मदद से तंबकू सेवन की आदत से छुटकारा मिल सकता है।
गुटखा छोड़ने में मदद करती हैं ये छोटी छोटी चटपटी गोलियां। इससे निकोटीन की तलब कम हो जाती है। और भी कई तरीके हैं जिनकी मदद से गुटखा जैसे नशे को छोड़ा जा सकता है।
World No Tobacco Day 2019: हर साल दुनियाभर में 31 मई को 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' मनाया जाता है। इसे मनाने का मुख्य कारण है स्मोकिंग करने से होने वाली बीमारियों को लेकर जागरुकता फैलाना।
World No Tobacco Day: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। सिगरेट ही नहीं उसकी राख और बट में बी पाए जाते है खतरनाक केमिकल।
धूम्रपान से सोराइसिस का खतरा दोगुना हो जाता है, क्योंकि निकोटिन के चलते त्वचा की निचली परत में रक्त संचार बाधित हो जाता है और त्वचा को ऑक्सीजन कम मिलती है। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
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