World No Tobacco Day 2019: हर साल दुनियाभर में 31 मई को 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' मनाया जाता है। इसे मनाने का मुख्य कारण है स्मोकिंग करने से होने वाली बीमारियों को लेकर जागरुकता फैलाना।
World No Tobacco Day: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। सिगरेट ही नहीं उसकी राख और बट में बी पाए जाते है खतरनाक केमिकल।
धूम्रपान से सोराइसिस का खतरा दोगुना हो जाता है, क्योंकि निकोटिन के चलते त्वचा की निचली परत में रक्त संचार बाधित हो जाता है और त्वचा को ऑक्सीजन कम मिलती है। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
लोगों यह सोचने की जरूरत है कि शारीरिक ऊर्जा को कम करने वाली कौन सी बुरी आदतें हैं जिन्हें त्यागकर वह स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के मेट्रो स्टेशन परिसरों व उसके आसपास धूम्रपान उत्पादों का उपभोग करने पर अब दिल्ली पुलिस चालान करेगी।
Happy Birthday Hrithik Roshan: आज के समय में अधिकतर युवा सिगरेट की लत से निजात पाना चाहते है लेकिन उन्हें समझ नहीं आता है कि आखिर किस तरह इस समस्या से निजात पाएं। अगर आप भी इस समस्या से निजात पाना चाहते है तो ऋतिक रोशन के इस उपाय को अपनाएं। सौ प्रतिशत आपको सफलता जरुर मिलेगी।
दिल्ली सरकार ने हालिया रिलीज फिल्म 'बधाई हो' के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर्स को फिल्म में धूम्रपान का प्रचार करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर इस हद तक खतरनाक स्थिति पर पहुंच चुका है कि यहां धूम्रपान नहीं करने वाले लोग भी रोजाना छह से सात सिगरेट पी रहे हैं, यानी धुआं निगल रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि इससे वयस्कों में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के कारण मृत्यु का जोखिम बढ़ सकता है।
यह बात एक शोध में सामने आई। शोध के निष्कर्ष का प्रकाशन पत्रिका 'ब्रेस्टफीडिंग मेडिसीन' में किया गया है। इसमें स्तनपान कराने वाली माताओं पर घरेलू धूम्रपानकर्ताओं के संपर्क में आने पर नकारात्मक असर पड़ने की बात सामने आई है।
असम पुलिस ने सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद कानून (सीओटीपीए) 2003 का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने , नाबालिगों को तंबाकू उत्पाद बेचने और निकोटीन युक्त सामग्रियों का विज्ञापन करने वालों पर जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है।
धूम्रपान स्पष्ट रूप से एक जन-स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में युवकों और युवतियों को इस लत से बचाने के उपायों पर एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। खासकर वे युवा, जो धूम्रपान के दुष्प्रभावों के लिए विशेष रूप से संवेदनशील हैं।
क्या आपको यह बात पता है कि आपकी सिगरेट की एक कश आपके शरीर में कितना प्रभाव डालती है? नहीं पता तो चलिए हम आपको बताते है कि सिगरेट की एक कश लेने से आपके शरीर में कितने रासायनिक परिवर्तन होते है।
सोशल नेटवर्किं ग कंपनी फेसबुक द्वारा जारी किए गए धूम्रपान छोड़ने के कार्यक्रम में अन्य ऑनलाइन धूम्रपान छोड़ने के कार्यक्रमों की तुलना में धूम्रपान को छोड़ने की 2.5 गुना ज्यादा संभावना नजर आई है। एक शोध का नतीजा बताता है कि युवा वयस्क धूम्रपान छोड़ने के इलाज के लिए साक्ष्य आधारित इलाज जैसे चिकित्सा, काउंसलिंग या फोन आधारित छोड़ने के सुझाव को कम पसंद करते हैं।
यूं को सिगरेट कभी भी पी जाए नुकसान ही करेगी लेकिन इस समय पी गई सिगरेट सबसे ज्यादा बुरा हाल करती है। हो सके तो सिगरेट से तौबा कर लीजिए लेकिन अगर नहीं छोड़ रा रहे हैं तो कोशिश कीजिए कि इस खास समय में सिगरेट को भूलकर भी लंबे से न लगाए।
उत्तर कोरियाई नेता और बहुत अधिक धूम्रपान करने के लिए चर्चा में रहने वाले किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई - इन के साथ ऐतिहासिक वार्ता के दौरान सिगरेट पीने से तो परहेज किया लेकिन शराब के लिए की गयी हर पेशकश को खुले दिल से स्वीकार किया।
WHO के अनुासर एक साल में लगभग 6 मिलियन लोग धूम्रपान करने से व्यर्थ में अपनी जान गंवा देते हैं। लेकिन आप इस लत से निजात नहीं पा रहे है, तो कुछ ऐसे समय के बारें में बता रहे है। जिस समय भूलकर भी स्मोकिंग नहीं करना चाहिए। यह सेहत के लिए दोगुना नुकसान होता है।
"नासमझ था मैं, जो ये सोचता था कि मैं शराब को पी रहा हूं, जब आंखों के सामने से उजाला गायब हुआ और अंधेरे ने मुझे घेरा तो समझ आया कि शराब मुझे पी चुकी है।"
अगर आप शौक के लिए या उत्सुकतावश ई-सिगरेट या हुक्का पीते हैं तो इस बात की आशंका अधिक है कि आप एक साल के भीतर ही सामान्य सिगरेट पीना शुरू कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चकाचौंध भरा परिवेश युवतियों व महिलाओं के जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। शौकिया धूम्रपान का शुरू हुआ सिलसिला अब लत में तब्दील हो रहा है।
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