इस साल 20 जून को बीएसई स्मॉलकैप अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 23,261.39 अंक पर आ गया था। यह 18 जनवरी को अपने एक साल के शिखर 31,304.44 अंक पर था।
ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस बार छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय आम लोगों को राहत देने के लिए बचत पर ब्याज बढ़ाना जरूरी है। कोरोना के बाद घटी आय के बीच उपभोक्ता आसमान छूती महंगाई से परेशान हैं।
प्रीमियम कारों की बाजार हिस्सेदारी पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर लगभग 30 प्रतिशत हो गई, जो 2020-21 में 25 प्रतिशत थी।
बीते वित्त वर्ष में बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक 7,566.32 अंक या 36.64 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं मिडकैप में 3,926.66 अंक या 19.45 प्रतिशत की बढ़त रही।
वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, विभिन्न लघु बचत योजनाओं के लिये 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों पर अंतिम निर्णय गुरुवार तक लिया जाएगा।
बीते एक साल में स्मालकैप शेयरों ने शानदार रिटर्न दिया है। लार्जकैप या मिडकैप इंडेक्स की तुलना में कई स्मालकैप ने कई गुना अधिक रिटर्न दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते सालों में देश के बैंकिंग सेक्टर में, फाइनेंशियल सेक्टर में समावेशन से लेकर तकनीक का समावेश और दूसरे सुधार किए हैं, उनकी ताकत हमने कोविड के इस मुश्किल समय में भी देखी है।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर तिमाही के आधार पर जारी की जाती है। ब्याज में कोई बदलाव न होने से स्मॉल सेविंग्स स्कीम बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रही हैं
उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब वाहन उद्योग ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि ऊंचे कराधान तथा सख्त सुरक्षा और उत्सर्जन नियमों की वजह से उनके उत्पाद महंगे हो गए हैं।
इवेंट के दौरान अमेजन पर करीब 8.5 लाख विक्रेताओं में से 84,000 से ज्यादा विक्रेताओं को ग्राहकों से एकल ऑर्डर मिले।
ब्याज दरों के यथावत रहने से लोगों को जुलाई-सितंबर तिमाही में लघु बचत पर 4 प्रतिशत ब्याज मिलना जारी रहेगा।
सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले 1 अप्रैल से स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर इंट्रेस्ट रेट में कटौती का ऐलान वापस ले लिया गया था।
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती के फैसले को वापस लेने तथा पुरानी दरों को बनाये रखने के लिये औपचारिक आदेश जारी किया।
सीतारमण ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार की लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी, जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में थी
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana:SSY), राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate: NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), किसान विकास पत्र (KVP) और तमाम पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं का संचालन कर रही है।
न्यूनतम 1000 रुपये के साथ किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) एकाउंट को खोला जा सकता है और इसके बाद 100 रुपये के गुणांक में निवेश बढ़ाया जा सकता है। इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
आज हम यहां सरकार की नौ लघु बचत योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें निवेश से आप गारंटीड रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (एमआईएस) आपको हर महीने कमाई का मौका देती है। अगर आप कम जोखिम के साथ निवेश कर मोटी रकम जोड़ना चाहते हैं तो ये स्कीम एक बेहतर विकल्प हो सकती है।
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