"हृदय एक मोटर है जो 24 घंटे, सप्ताह में 7 दिन, और डाउन टाइम की आवश्यकता होती है, ठीक उसी तरह जैसे कार का इंजन जो 24/7 चलता है, तो जल जाता है।''
'जॉर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी' ने एक रिसर्च में यह खुलासा किया है कि आप अगर 6 घंटे से कम की नींद लेते हैं तो आपको दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा हो सकता है।
स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है लेकिन एक नए शोध में पता चला है कि परीक्षा के वक्त भरपूर नींद लेने से बच्चों के ग्रेड में काफी सुधार आ सकता है।
ब्यूटी स्लीप एक सच है या झूठ? ये सवाल आपने मन में आ सकता है। क्योंकि आपने पढ़ा होगा जो लोग अपनी 8 से 10 घंटे की नींद पूरी करते हैं उनकी स्किन, बाल, चेहरे सभी अच्छे होने लगते हैं लेकिन आपने ज्यादा सोने से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में भी काफी पढ
एक अच्छी नींद आपकी हेल्थ के लिए हमेशा से बहुत जरूरी होती है। लेकिन इसके उलट आप अक्सर अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक अच्छी नींद नहीं लेने की वजह से और खराब तरीके से सोने की वजह से हम नहीं चाहते हुए भी कई तरह की बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पेट के बल सोना बहुत आरामदायक होता है लेकिन आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि लगातार पेट के बल सोने से आपके शरीर को कई तरह की नुकसान को झेलना पड़ सकता है।
कई व्यक्ति इस गर्म मौसम में एक अच्छी और सुकून की नींद के लिए तरसते हैं उनके लिए यह खबर कई मायनों में खास है। आज आपको बताएंगे कैसे आपकी अच्छी नींद का राज आपके तकिए में छिपा है। ये तो डॉक्टर भी मानते हैं कि आपके सोने का सीधा असर आपके हेल्थ पर पड़ता है। अगर आप ठीक से सोते हैं तो इसका असर आपके पेट, दिमाग से लेकर आपके पूरे बॉडी पर पड़ता है।
आपने अगर ध्यान दिया होगा तो आपको बता दें कि जब हम सोते हैं तो अचानक ऐसा महसूस करते हैं कि हमारे मुंह से लार निकलता है। और ये लार कभी-कभी इतना ज्यादा होता है कि ये आपके तकिया पर भी लग जाता है।
आराम नहीं मिलने की वजह से कार्पोरेट सेक्टर के कर्मचारियों को तनाव और सुगर जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है
अगर आप आठ घंटे से कम नींद ले रहे हैं तो सावधान हो जाइए। एक शोध के मुताबिक, आठ घंटे से कम सोने से अवसाद का खतरा बढ़ सकता है। नियमित तौर पर नींद में बाधा पड़ने से नकारात्मक विचारों से ध्यान हटाने में मुश्किल हो सकती है।
हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे पढ़ने में तेज बने। लेकिन वह पढ़ने में तेज बने इसके लिए सबसे जरूरी चीज है कि उनका दिमाग शांत रहे और ऐसे में सबसे जरूरी चीज है वह अपनी नींद पूरी करें।
नींद न आने की बीमारी ये आज के समय में आम बात हो गई है। आज की स्ट्रेस भरी लाइफ में एक सुकुन भरी नींद किस्मत वालों को नसीब आता है।
अगर आपके किशोर बेटे/बेटी देर रात तक जगे होते हैं, तो उनमें नींद सबंधी ये बीमारी हो सकती है।
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी इस सर्कुलर के अनुसार, रेलयात्री अब अपने रिजर्व्ड बर्थ पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकते हैं।
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