Reason behind you are not getting proper sleep: अच्छी सेहत के लिए नींद बहुत ही जरुरी है। कई लोग ऐसे होते है जो कि नींद को उतनी तवज्जो नहीं देते, जितनी देना चाहिए। अच्छी नींद किसी वरदान से कम नहीं है। शरीर की कार्यक्षमता, कार्यकुशलता, स्मृति और चुस्ती फुर्ती बनाए रखने में नींद का बड़ा योगदान है।
रात भर जागने, नींद न आने या आइसोम्निया की समस्या दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है। कार्यस्थल पर तनाव, शारीरिक श्रम का अभाव, तकनीकी कार्यो में गहनता से जुड़े रहना आइसोम्निया के मुख्य कारणों में से हैं। इसलिए इस समस्या से खुद को स्मार्ट तरीके से छुटकारा दिलाएं।
हर इंसान को नींद प्यारी होती है, लेकिन इस नींद ने संजय दत्त के ऐसे होश उड़ाए कि उनके आंसू थम ही नहीं पाए।
माना जाता है कि रात को सोते समय स्मार्टफोन, कम्प्यूटर, लैपटाप जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे हमारी नींद उड़ जाती है। इतना ही नहीं इनसे निकलने वाली किरणें हमारी आंखो के लिए नुकसानदेय होती है। हाल में ही एक स्टडी में ये बात सामने आई कि शाम के समय टैबलेट का भी इस्तेमाल करने से आपकी नींद में खलल पड़ सकता है।
आरामदायक नींद के लिए भोजन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि खाने पर ध्यान देकर अच्छी नींद ली जा सकती है। बादाम, कीवी, अखरोट, केला, काबुली चना, दूध, दलिया और चावल ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो नींद बढ़ाने में सहायक होते हैं।
कम नींद लेना हमारे लिए कई बीमारी की जड़ हो सकती है। इसलिए जब भी आपको नींद से जुड़ी कोई प्रॉब्लम हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए, नहीं तो आगे जाकर आपके लिए प्रॉब्लम हो सकती है।
आपने अगर ध्यान दिया होगा तो आपको बता दें कि जब हम सोते हैं तो अचानक ऐसा महसूस करते हैं कि हमारे मुंह से लार निकलता है। और ये लार कभी-कभी इतना ज्यादा होता है कि ये आपके तकिया पर भी लग जाता है।
दुनियाभर में 10 करोड़ लोग स्लीप एप्निआ यानी अच्छी नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक लोग तो इस बीमारी से ही अनभिज्ञ हैं और 30 प्रतिशत लोग नींद लेते भी हैं तो उसे नियमित बनाए नहीं रख पाते। जानिए इसके कारण....
अगर आपको नींद से संबंधित कोई समस्या है तो इसके लिए आपका वेतन भी जिम्मेदार हो सकता है। शोध कंपनी संडे मेट्रेस द्वारा किए गए एक शोध को 'द इंडिया स्लीप एंड वैलनेस सर्वे' ने जारी कर बताया कि वेतन वृद्धि और निद्रा के बीच सीधा संबंध होता है।
भारत में है और ऐसे मामलों में लगभग 20.3 प्रतिशत रोगी डॉक्टरों से नींद की गोलियां लिखने को कहते हैं। एक शोध में यह बात सामने आई है। जानिए इस बीमारी के बारें में...
आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं, क्योंकि हॉलैंड की एक कंपनी ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो आपको सुलाने में माहिर होगा...
एक अध्ययन के अनुसार काम के सिलसिले में बार-बार बाहर का दौरा करने वाले लोगों में बेचैनी और अवसाद का खतरा बढ़ने की संभावना होती है। उनके धूम्रपान करने की, उनके सुस्त होने की और नींद में दिक्कत का सामना करने का खतरा बढ़ सकता है।
क्या आप रात में उठकर छत की तरफ टकटकी लगाए यह सोचते रहते हैं कि अलार्म की घंटी बजने से पहले कुछ आराम कर लिया जाए? क्या आप सोते वक्त करवटें बदलते रहते हैं?
हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे पढ़ने में तेज बने। लेकिन वह पढ़ने में तेज बने इसके लिए सबसे जरूरी चीज है कि उनका दिमाग शांत रहे और ऐसे में सबसे जरूरी चीज है वह अपनी नींद पूरी करें।
नींद न आने की बीमारी ये आज के समय में आम बात हो गई है। आज की स्ट्रेस भरी लाइफ में एक सुकुन भरी नींद किस्मत वालों को नसीब आता है।
अगर आपके किशोर बेटे/बेटी देर रात तक जगे होते हैं, तो उनमें नींद सबंधी ये बीमारी हो सकती है।
स्लीप एपनिया से दुनियाभर में इसके 25-30 प्रतिशत लोग ही ग्रसित है। जिसमें से 5 में से 1 युवा ग्रसित है। जानिए क्या है यह, कारण, लक्षण और कैसे करें इससे बचाव।
हम अपने डिनर में कई बार ऐसी चीजें खा लेते है। जो कि हमारी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। जानिए ऐसी कौन सी चीजें है जिनका सेवन डिनर में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
आधी रात में नींद खुलती हैं तो हो सकती है ये गंभीर बीमारी
दिल्ली के 71 फीसदी लोग पर्याप्त नींद नहीं ले पाते। इसी तरह 71 फीसदी का मानना है कि उन्हें आफिस के साथ ही घर में भी तनाव महसूस होता है। दिल्ली में 79 प्रतिशत लोगों का मानना है उन्हें अधिक समय तक काम करना पड़ता है और यह हृदय को स्वस्थ रखने में एक बड़ी
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