दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान 15 जनवरी के बाद और गिरने की खबरें आई हैं। खबरों में ये भी कहा गया कि आगामी दिनों में दिल्ली सहित मैदानी इलाके के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान -4 डिग्री जा सकता है। इस पर निजी पूर्वानुमान मौसम सेवा एजेंसी 'स्काईमेट' ने अपनी ओर से 'हकीकत' बताई है।
मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने 2021 के मानसून के लिए अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। स्काइमेट वेदर ने इस साल देश में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बरसात होने का अनुमान लगाया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी स्काइमेट वेदर ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी।
काईमेट ने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून 2020 आखिरकार भारत की धरती पर पहुंच गया। मानसून अपने वास्तविक सामान्य तारीख से पहले ही पहुंच गया है।
तीन महीने की अवधि का मॉनसून से पहले का सीजन- मार्च, अप्रैल और मई 25 प्रतिशत कम वर्षा के साथ समाप्त हुआ।
स्काइमेट वेदर के मुताबिक इस साल सामान्य से बहुत ज्यादा यानि 110% से अधिक बरसात की जरा भी संभावना नहीं है, सामान्य से ज्यादा (105%-110%) बरसात की संभावना भी नहीं है, जबकि सिर्फ 30 प्रतिशत संभावना सामान्य (96%-104%) बरसात की है
स्काइमेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हल्की से माध्यम के बीच थी।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।
इस साल मानसून की समय से पहले शुरुआत के बाद अब यह सुस्त पड़ गया है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि 22 जून से पहले मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद कम है, महेश के मुताबिक 22 जून के बाद ही मानसून मध्य भारत की ओर बढ़ेगा और तबतक मध्य भारत में बरसात होने की उम्मीद कम ही है
देश की राजधानी दिल्ली में छाई धूल से अभी राहत मिलने की उम्मीद कम है। मौसम वैज्ञानिक मान रहे हैं कि अगले 2-3 दिन तक दिल्ली में मौसम ऐसा ही बना रहने की आशंका है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के मुताबिक 16 जून तक दिल्ली के मौसम में धूल छायी रहने की आशंका है
मानसून को लेकर अच्छी खबर है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट का मानना है मानसून के केरल के तट पर पहुंचने के लिए जो पैमाना रखा गया है उसके मुताबिक मानसून ने केरल में आज अपनी दस्तक दे दी है। स्काइमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि मानसून को लेकर परिस्थियां अनुकूल हैं और इसके आगे तेजी से बढ़ने का अनुमान है, हालांकि उन्होंने बताया कि मानसून के पहुंचने की आधिकारिक घोषणा मौसम विभाग ही करेगा और उम्मीद है कि आज मौसम विभाग यह घोषणा कर सकता है।
मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था Skymet Weather ने इस साल केरल के तट पर मानसून के समय से पहले पहुंचने का अनुमान लगाया है। शनिवार को Skymet Weather की तरफ से दी गई जानकारी क मुताबिक केरल के तट पर मानसून 28 मई को दस्तक दे सकता है, यानि आज से पूरे 2 हफ्ते बाद मानसून केरल पहुंचने की उम्मीद है
Monsoon 2018 Forecast: इस साल जून से सितंबर के दौरान मानसून की बरसात कैसी रहेगी? इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) का पहला अनुमान आ चुका है, IMD ने आज कहा है कि मानसून सीजन के दौरान इस साल सामान्य बरसात होगी,
मौसम विभाग से पहले निजी संस्था Skymet मानसून को लेकर अपना अनुमान जारी कर चुकी है, Skymet के मुताबिक इस साल देश में मानसून सामान्य रहने का अनुमान है
Skymet Weather के मुताबिक इस साल सूखा पड़ने की जरा भी संभावना नहीं है, अधिकतर संभावना सामान्य बरसात की है, मौसम विभाग भी इस महीने अपना पहला अनुमान जारी करेगा
प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने चार महीने (जून-सितंबर) चलने वाले मानसून के दौरान 109 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया है।
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