Sita Navami 2022: 10 मई यानी मंगलवार को सीता नवमी मनाई जा रही है। जानिए पूजा की विधि।
मंगलवार की सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। प्रथम दृष्टया हत्या का कारण आपसी विवाद प्रतीत हो रहा है।
येचुरी ने कहा कि CPI(M) का प्रधान लक्ष्य भाजपा को अलग-थलग कर हराना है जो ‘फासीवादी’ आरएसएस के ‘हिंदुत्व के सांप्रदायिक एजेंडे’ को बढ़ा रही है।
CPM महासचिव येचुरी ने दावा किया कि भारतीय इतिहास का भव्य विमर्श तैयार करने के लिए RSS बहुत आक्रामक रुख अपना रहा है।
यूपी में मिली हार पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि सपा की नैतिक जीत हुई है. जनता और लोगों के सहयोग से सपा आगे बढ़ी है जबकि बीजेपी घटी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है। राजधानी लखनऊ से सटे सीतापुर विधानसभा सीट पर भी वोटों की गिनती चल रही है। यूपी में 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए कुल 7 चरणों में चुनाव हुए हैं।
सीतापुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने विधायक राकेश राठौर पर एक बार फिर भरोसा जताया है और उन्हें टिकट दिया है। जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है।
सीतापुर की चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री ने गरीबों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं और किसानों के साथ ही हर वर्ग के लिए चलाई गई योजनाओं की चर्चा की। साथ ही कहा कि गरीब के घर में मां अगर बीमार होती है तो सालों साल तक दर्द सहती है लेकिन घर में किसी को बताती नहीं हैं।
Uttar Pradesh की Sitapur Sadar Assembly seat पर 2002, 2007 और 2012 के चुनाव में SP ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 के Assembly Elections में BJP ने सपा का वर्चस्व तोड़ दिया था. भाजपा के Rakesh Rathor ने यहां कमल खिलाकर यहां पार्टी का 21 साल का सूखा खत्म किया. सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र में दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स सबसे अधिक हैं. वहीं इस बार चुनाव में क्षेत्र के करीब सात लाख वोटर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. सीतापुर सदर सीट पर इस बार 23 फरवरी को वोटिंग होगी. इन बीते पांच सालों में मौजूदा विधायक जनता की उम्मीद पर कितना खरा उतरे? क्षेत्र के विकास कार्यों का क्या है हाल? इन तमाम सावालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी (एसपीओ) एस पी यादव ने बताया, ‘‘एसआईटी ने प्राथमिकी संख्या 220/2021 के संबंध में शुक्रवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) मोना सिंह की अदालत में चार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।’’
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पत्रकारों पर बुरी तरह भड़के नजर आए और उन्होंने गुस्से में मर्यादा लांघ दी।
इस मामले के प्रमुख आरोपी आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा टेनी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हैं और इस घटना के बाद से विपक्षी दल उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग कर रहे हैं।
लखीमपुर कांड में बड़ा एंगल आ गया है। SIT ने अपनी जांच में पूरी घटना को एक सोची-समझी हत्या की साजिश करार दिया है। मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत अन्य लोगों पर चल रही धाराएं बदली गईं हैं ।
मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ जांच के बाद धाराएं बदली गई हैं। सभी 13 गिरफ्तार आरोपियों की आज कोर्ट में पेशी हो सकती है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा से शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की एक एसआईटी ने 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में पूछताछ की।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामला में बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हो सकती है। आशीष मिश्र पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सूत्रों के मुताबिक, आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के जवाब से SIT संतुष्ट नहीं है। इसलिए आशीष की गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, थार गाड़ी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू चला रहा था ऐसी जानकारी सूत्रों से मिल रही है।
प्रिंयका गांधी को छोड़ दिया गया है। प्रियंका और राहुल गांधी अब सीतापुर से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पहले पलिया जाएंगे। वह यहां हिंसा में मारे गए लवप्रीत के परिवार से मिलेंगे।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह झाड़ू लगाते हुए नजर आ रही हैं। प्रियंका को आज तड़के यूपी पुलिस ने हिरासत में लिया।
एसआईटी ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पुलिस लाइन में पूछताछ की गई है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे।
SIT ने नरेंद्र गिरी की सुरक्षा में तैनात 4 गनर्स से भी पूछताछ की है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पुलिस लाइन में पूछताछ की गई है। पुलिस ये पता कर रही है कि जब नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब गनर समेत तमाम सुरक्षाकर्मी कहां थे।
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