इस कैलकुलेशन के हिसाब से 15 प्रतिशत के अनुमानित रिटर्न के साथ हर माह 15 हजार रुपये का निवेश करने पर कुल जमा राशि 27 लाख रुपये होगी और इस पर 74 लाख रुपये से ज्यादा का रिटर्न प्राप्त होगा
भारत परमाणु शस्त्रों के मामले में अपने चिर प्रतिद्वंदियों, चीन और पाकिस्तान से पीछे है। स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस इंस्टिट्यूट (SIPRI) ने सोमवार को ताजा आंकड़े जारी किए हैं जिनके अनुसार, चीन के पास अभी 350, पाकिस्तान के पास 165 जबकि भारत के पास 156 परमाणु शस्त्र हैं।
एसआईपी के जरिए आप हर महीने एक छोटी रकम के निवेश के साथ बड़ी रकम तैयार कर सकते हैं। इसमें निवेश के जोखिम शेयर बाजार में सीधे निवेश के जोखिम से काफी कम हैं।
सफल निवेशक कुछ अलग नहीं करते हैं, बल्कि वे काम को अलग तरीके से करते हैं।
सेबी के रजिस्टर्ड टैक्स और इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट के मुताबिक 10 साल से अधिक लंबे समय के लिए म्यूचुअल फंड निवेश बहुत अच्छा विकल्प है।
पिछले महीने एसआईपी मार्ग के माध्यम से म्युचुअल फंड्स ने 7,800 करोड़ रुपये जुटाये। यह इस साल मार्च के बाद एसआईपी के माध्यम से निवेश की किसी भी महीने की पहली वृद्धि है। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले आठ महीनों में एसआईपी के माध्यम से निवेश 55,627 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
बाजार में उतार चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा बेहतर विकल्प
लगातार 18वें महीने SIP से निवेश 8,000 करोड़ रुपये से ऊपर रहा
अगर आपको भी कैश की कमी हो रही है तो आप अपने म्यूचुअल फंड को बंद न करके उसमें निवेश किए कुछ पैसे रिडीम कर सकते हैं।
आर्थिक संकट आने पर SIP को कुछ महीने टाल कर फिर शुरू करने का मिलता है विकल्प
पिछले 15 महीने में SIP से हर महीने 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश
शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड निवेश साल के पहले 10 महीनों में आधा घटकर 55,700 करोड़ रुपए रहा। इसका कारण खुदरा निवेशकों की म्यूचुअल फंड में भागीदारी का कम होना है।
म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 44 कंपनियां काम कर रही हैं। इक्विटी कोषों में निवेश के लिए ये कंपनियां मुख्य रूप से एसआईपी पर निर्भर करती हैं।
क्लीयर टैक्स के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता यहां ऐसे पांच कारण बता रहे हैं कि आपको टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ईएलएसएस) में निवेश करने पर विचार क्यों करना चाहिए।
सही ईएलएसएस का चयन करना महत्वपूर्ण है और इसके लिए सही रास्ता यह है कि आपको एक वित्तीय सलाहकार की मदद लेनी चाहिए।
रिटेल इन्वेस्टर म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए तेजी से सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) का रास्ता अपना रहे हैं। अगस्त में सिप के जरिये म्यूचुअल फंड उद्योग ने 7,600 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
अब आपको म्यूचुअल फंडों में निवेश करने के लिए किसी वेबसाइट या एजेंट की जरूरत नहीं रह गई है। आप फेसबुक मैसेंजर के जरिए भी म्यूचुअल फंडों में निवेश कर सकते हैं। भारत की प्रमुख स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी एचडीएफसी सिक्योरिटीज एशिया पैसिफिक क्षेत्र में फेसबुक मैसेंजर पर अपने वर्चुअल असिस्टेंट आर्या के माध्यम से म्यूचुअल फंड ट्रांजैक्शन शुरू करने वाला पहला ब्रोकर बन गया है।
म्यूचुअल फंडों के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। यह बात इस आंकड़े से साबित हो जाती है कि अप्रैल-मई के दौरान निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में 24,479 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) को तरजीह दे रहे हैं। इसी वजह से दिसंबर, 2017 में म्यूचुअल फंडों ने 6,200 करोड़ रुपए से अधिक जुटाए हैं।
डायमंड में SIP के लिए खरीदार को ICEX के सदस्य ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खुलवाना होगा और उसमें कुछ पैसे जमा करने होंगे।
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