बाजार में जारी इस गिरावट के बीच निवेशकों के म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो पर भी काफी बुरा असर देखने को मिला है। हालांकि, इस बीच ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स रहीं, जिन्होंने निवेशकों के पोर्टफोलियो को काफी हद तक मेनटेन रखने में अहम भूमिका निभाई।
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक हीलिऑस फ्लेक्सी कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 1 साल में 34.14 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में 1 साल पहले 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया जाता तो आज वो पैसा बढ़कर 1,34,140 रुपये हो जाता।
नियमित रूप से अगर आप एसआईपी को बढ़ाते हैं तो अनुशासित बचत की आदत डालने में आपको मदद मिलती है। यह आपको खर्च करने की तुलना में बचत को प्राथमिकता देने और अपने निवेश दृष्टिकोण में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करता है।
नवंबर में, कमजोर वैश्विक संकेतों, चीन के हालिया आर्थिक पैकेज और यूक्रेन-रूस तनाव बढ़ने के कारण भारतीय इक्विटी बाजारों में बड़ी गिरावट रही थी। बाजार गिरने का असर भी सिप पर देखने को मिला है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के मुताबिक, हाइब्रिड फंड का एयूएम एक साल में 6.02 लाख करोड़ से बढ़कर 8.77 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
निप्पॉन इंडिया मल्टी कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 5 साल में 26.52 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में 5 साल पहले 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया जाता तो आज वो पैसा बढ़कर 3,24,187 रुपये हो जाता।
एसआईपी यानी सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान, म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक बेहद ही शानदार और अनुशासित तरीका है। एसआईपी में एक फिक्स राशि को एक फिक्स तारीख पर हर महीने निवेश किया जाता है।
टाटा स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 1 साल में 41.82 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में 1 साल पहले 10 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया जाता तो आज वो पैसा बढ़कर 14.18 लाख रुपये हो जाता।
एक या दो म्यूचुअल फंड स्कीम आपको अमीर बना सकता है। बस जरूरत है कि आप सही स्कीम का चयन कर लंबे समय तक सिप करते रहे। आप आसानी से पैसे वाले बन जाएंगे।
लोन चुकाने और वेल्थ क्रिएशन के बीच संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है। इस स्थिति में किसी व्यक्ति के लिए, एक संयुक्त रणनीति सबसे बेहतर काम कर सकती है। लोन को व्यवस्थित रूप से प्रबंधित करने के लिए नियमित ईएमआई जारी रखें। वहीं, वेल्थ् क्रिएशन के लिए एक्स्ट्रा पैसे को एसआईपी में निवेश करें।
SIP Calculator: कमाई के साथ सिप शुरू करना सबसे अधिक फायदेमंद है। आप बहुत कम रकम निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं। आप आसानी से करोड़पति बन सकते हैं।
Mutual Fund SIP : रिटायरमेंट प्लानिंग जितनी कम उम्र में शुरू की जाए, उतना बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है। अगर आप 25 साल की उम्र में ही निवेश शुरू कर देते हैं, तो 45 साल की उम्र में आपके पास 2.27 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे।
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, SBI PSU Fund के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 1 साल में 49.89 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। जबकि इस म्यूचुअल फंड स्कीम के रेगुलर प्लान ने 48.20 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हालांकि, इस दौरान पीएसयू फंड बेंचमार्क ने 50.42 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
इस लिस्ट में 5वें स्थान पर मिड कैप फंड्स रहे। 29 में से 21 (72 प्रतिशत) मिड कैप फंड्स ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया। ईएलएसएस फंड्स फिलहाल छठें स्थान पर हैं। 39 में से 28 (72 प्रतिशत) ईएलएसएस फंड्स ने बेंचमार्क की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। 7वें स्थान पर लार्ज कैप फंड्स रहे।
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 5 साल में 39.30 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है। जबकि इस स्कीम के रेगुलर प्लान ने इस दौरान 37.03 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस सरकारी म्यूचुअल फंड स्कीम का मौजूदा एयूएम 1598.98 करोड़ रुपये है।
क्वांट ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड में 7 साल पहले शुरू किया गया SIP निवेश का पैसा 23.22 प्रतिशत XIRR के साथ अभी तक 3.41 गुना हो चुका है। इस स्कीम में 7 साल पहले शुरू की गई 10,000 रुपये की एसआईपी की कुल वैल्यू आज 28,64,400 रुपये हो चुकी है।
एसआईपी सबसे किफायती निवेश में से एक है, जिससे निवेशकों को लचीलापन मिलता है। इसके अलावा, आपको बाजार का समय जानने की जरूरत नहीं होती है। लंबे समय में 12-13 प्रतिशत का रिटर्न आसानी से मिल जाता है।
एसआईपी को जितने लंबे समय के लिए चलाया जाए, इसमें उतना मुनाफा है। दरअसल, एसआईपी में जो कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है, वो लंबे समय में ही ज्यादा प्रॉफिट देता है। 25 साल में करोड़ों रुपये का फंड इकट्ठा करने के लिए आप सिर्फ 5000 रुपये के साथ भी एसआईपी शुरू कर सकते हैं।
अगर कल को आप न रहें तो ऐसे में आपकी पत्नी पर आपके घर की पूरी जिम्मेदारी आ जाएगी। लेकिन घर की जिम्मेदारी संभालने के लिए पैसे होना बहुत जरूरी है। पैसों के बिना आपका कोई काम नहीं होगा। ऐसे में अपने सभी बचत खातों, निवेश आदि में अपनी पत्नी को नॉमिनी बनाना बहुत ज्यादा जरूरी है।
शेयर बाजार में जारी गिरावट की वजह से म्यूचुअल फंड्स पोर्टफोलियो पर भी काफी बुरा असर पड़ा है। पिछले 1 महीने में लगभग सभी कैटेगरी के म्यूचुअल फंड्स में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, पिछले 1 साल की बात करें तो ऐसी कई स्कीम्स हैं जिन्होंने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है।
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