म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा कि इसमें शेयर बाजार का जोखिम शामिल है। अगर शेयर बाजार में लगातार लंबे समय तक गिरावट चलती है तो इसका सीधा असर आपके कॉर्पस पर पड़ेगा।
शेयर में निवेशक ज्यादा रिटर्न के लिए पैसा लगाते हैं। हालांकि, कई म्यूचुअल फंड स्कीम ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। अगर आप सही फंड का चुनाव कर लेते हैं तो आसानी से अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड निवेश न सिर्फ आपको बाजार की जोखिम से बचाता है, बल्कि आपको शानदार रिटर्न भी देता है। इस रिटर्न को आप कुछ बातों का ख्याल रखकर और बढ़ा भी सकते हैं।
आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज ने कहा कि ये शानदार ग्रोथ इन फंड्स में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाती है। वर्तमान में, बाजार में सिर्फ 16 बिजनेस साइकल से जुड़े फंड्स हैं, जिनमें से सिर्फ 3 फंड्स ने 3 साल का समय पूरा किया है।
म्यूचुअल फंड में निवेश पर आपको एफडी के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि आप बाजार में जमे रहें।
आज हम आपको 8-4-3 इन्वेस्टमेंट रूल बता रहे हैं। यह रूल हर म्यूचुअल फंड निवेश को जरूर जानना चाहिए। इससे बड़ा फंड बनाने में आपको मदद मिलेगी और आप सही तरीके से निवेश कर मैक्सिमम रिटर्न ले पाएंगे।
सालाना आधार पर 2023 में निफ्टी 100 टीआरआई का रिटर्न 21 फीसदी रहा है जबकि निफ्टी मिडकैप 150 टीआरआई का रिटर्न 45 फीसदी रहा है। निफ्टी स्मॉलकैप 250 टीआरआी का रिटर्न 49 पर्सेंट रहा है।
वेल्थ एडवाइजर अक्सर सुझाव देते हैं कि सेक्टोरल/थीमैटिक फंड जोखिम भरे होते हैं और किसी को अपने पोर्टफोलियो का केवल एक छोटा हिस्सा ही उनमें लगाना चाहिए।
SIP ने इतनी लोकप्रियता हासिल कर ली है कि कुछ म्यूचुअल फंड हाउस अब सिर्फ 250 रुपये प्रति माह पर माइक्रो SIP शुरू कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, LIC MF ने हाल ही में दैनिक SIP की न्यूनतम सीमा को 300 रुपये से घटाकर 100 रुपये करने की घोषणा की है।
अगर आप आरडी खाता चलाना चाहते हैं तो देश के किसी भी बैंक या डाकघर आरडी अकाउंट खुलवाया जा सकता है। डाकघर 5 साल की आरडी पर 6.7 प्रतिशत का सालाना ब्याज दे रहा है।
सिप से करोड़पति बनना मुश्किल नहीं है। आप छोटी रकम बचा कर पैसे वाले बन सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको धैर्य रखना होगा। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो फिर मोटा रिटर्न नहीं ले पाएंगे।
अगर आप 25 साल के लिए 9.5 प्रतिशत की ब्याज दर से 60 लाख रुपये का होम लोन ले रहे हैं तो आपको हर महीने करीब 52,422 रुपये की EMI चुकानी होगी।
AMFI के चीफ एग्जीक्यूटिव वेंकट चलसानी ने कहा कि एसआईपी के जरिए निवेश में हो रही बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि निवेशक अब अनुशासित ढंग से निवेश कर वेल्थ क्रिएशन को तवज्जो दे रहे हैं।
कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स ऐसी भी हैं जिन्होंने लंबी अवधि में बहुत फीका रिटर्न दिया है। अगर आपको म्यूचुअल फंड स्कीम्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो बेहतर होगा कि आप अपने वित्तीय सलाहकर से किसी अच्छे फंड के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें।
अगर किसी ने एक साल पहले जेएम वैल्यू फंड में ₹1 लाख का निवेश किया होता, तो यह निवेश ₹1.54 लाख हो जाता। यानी 54.29 प्रतिशत का रिटर्न मिलता।
25 साल में एसआईपी से 10 करोड़ रुपये जमा करने के लिए आपको 2 सबसे अहम बातों का ध्यान रखना होगा। पहला ये कि आपको कितना रिटर्न मिल रहा है और दूसरा ये कि आप हर महीने कितने रुपये का निवेश कर रहे हैं।
महिंद्रा मैनूलाइफ स्मॉल कैप फंड ने अपने निवेशकों को एसआईपी के जरिए पिछले एक साल में 51.59 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। महिंद्रा मैनूलाइफ स्मॉल कैप फंड का मौजूदा फंड साइज 5279 करोड़ रुपये के आसपास है।
2019 के अंत और 2020 की शुरुआत में, जब आईटी, फार्मास्युटिकल और ऑटोमोबाइल शेयरों में गिरावट आई, तो फंड ने इन क्षेत्रों में हिस्सेदारी बढ़ा दी, जिसमें बाद में अच्छी तेजी आई।
हालांकि, निवेशकों को यह समझना चाहिए कि ये ऐतिहासिक रिटर्न हैं और कोई भी निवेश निर्णय केवल पिछले रिटर्न के आधार पर नहीं लिया जाना चाहिए।
5000 रुपये की एसआईपी से 5 करोड़ रुपये का फंड तैयार कैसे हो सकता है? इस सवाल का जवाब जानने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि एसआईपी का पूरा फायदा तभी मिलेगा जब आप इसमें ज्यादा से ज्यादा समय के लिए निवेश जारी रखेंगे।
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