किसानों के हिंसक आदोलन पर क्या मोदी सरकार किसानों को मनाने में कामयाब होगी या नहीं...
खनौरी बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल...किसानों ने पराली में मिर्च डालकर जलाया...और पुलिस को चारो तरफ से घेरकर उनपर हमला किया गया...
आखिरकार 378 दिन बाद किसानों का आंदोलन खत्म हो गया है। आज 11 दिसंबर को सभी अपने-अपने घर की ओर रवाना होंगे। किसानों का पहला जत्था अपने घर के लिए रवाना हो गए हैं। राकेश टिकैत ने कहा है कि वो 15 जनवरी के बाद जाएंगे। उन्होंने कहा है कि अगले चार दिनों में अधिकांश किसान चले जाएंगे।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों की आज हुई बैठक में ये फैसला लिया गया है कि सरकार पहले किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस ले उसके बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा। कल किसानों की अहम बैठक होने वाली है।
किसान आंदोलन खत्म होने की राह में एक बार फिर पेंच फंस गया है। मंगलवार को सिंघू बॉर्डर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन के दौरान मुकदमा वापसी पर पेंच फंस गया है और आज फैसला नहीं हो पाया है।
किसान आंदोलन खत्म होने की राह में एक बार फिर पेंच फंस गया है। मंगलवार को सिंघू बॉर्डर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन के दौरान मुकदमा वापसी पर पेंच फंस गया है और आज फैसला नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा देने के लिए तैयार है लेकिन यह भी ‘पंजाब मॉडल’ की तर्ज पर होना चाहिए।
किसान आंदोलन ख़त्म हो रहा है। बातचीत शुरु हो रही है। अब किसान और मोदी सरकार एक लाइन पर दिख रही है। 7 दिसम्बर को Good न्यूज़ आ सकती है। किसान वापस जा सकते हैं। किसानों के खेमे से ख़बर आ रही है। कि अब ना तो मोदी के खिलाफ..न सरकार के खिलाफ और न बीजेपी के खिलाफ कोई रैली निकलेगी। और न कोई विरोध प्रदर्शन होगा। राहुल को इसकी भनक लग गई है। इसलिए वो अभी भी किसानों के बहाने मोदी मोदी कर रहे हैं।
कोई भी आंदोलन अनंतकाल तक नहीं चलता । एक मकसद के साथ आंदोलन शुरू होता है और अंजाम तक पहुंच जाने पर ख़त्म होता है। पंजाब के किसान नेता सतनाम सिंह का बयान आया लगा आंदोलन ख़त्म होने को है। तो राकेश टिकैत का बयान आया आंदोलन समाधान की तरफ़ जा रहा है लेकिन सरकार से कोई बातचीत नहीं हुई। देखिए मुक़ाबला मीनाक्षी जोशी के साथ।
कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान घर वापसी के लिए तैयार नहीं हैं। किसान फिलहाल दिल्ली के बॉर्डर्स से नहीं हटेंगे। आज सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगी। क्या है किसानों का नया प्लान? देखिए मुक़ाबला सुरभि शर्मा के साथ।
किसानों के धरनास्थाल सिंघू बॉर्डर पर फ्री में मुर्गा देने से मना करने पर एक मजदूर से मारपीट और उसके पांव तोड़ने की घटना सामने आई है। इसका आरोप भी निहंग सिख पर लगा है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी निहंग को गिरफ्तार कर लिया है।
बीजेपी ने पंजाब सरकार पर सिंघु बॉर्डर पर कत्ल किए गए लखबीर सिंह के अंतिम संस्कार में अपमान का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि लखबीर सिंह के पार्थिव शरीर का अपमान हुआ है।
सिंघू बॉर्डर पर लखबीर सिंह हत्याकांड के आरोपी निहंग सरबजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल कराने के बाद शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। फिलहाल इस मामले में एक गिरफ्तारी हुई है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर विरोध स्थल पर एक व्यक्ति की बर्बर हत्या की निंदा की और इस मामले पर खुद को निहंगों से अलग कर लिया।
दिल्ली पुलिस की मंजूरी के बाद, किसानों ने केंद्र और उसके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर अधिनियमों को रद्द करने की मांग करते हुए अपना विरोध शुरू कर दिया है। किसानों ने कहा है कि उचित COVID-19 मानदंडों के अनुसार प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक जंतर मंतर पर एक प्रदर्शन किया जाएगा, यह कहते हुए कि आंदोलन शांतिपूर्ण होगा।
सिंघु बॉर्डर पर टेंट में सिर्फ चंद किसान बैठे नज़र आए। सिंघु बॉर्डर के किसानों के तंबू खाली हैं, सिर्फ यही नही जिस सड़क पर पहले ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रहते थे, प्रदर्शनकारियों के टेंट लगे होते थे वो सड़क अब पूरी तरह से खाली है।
सिंधु बॉर्डर पर कम हो चुकी है किसानों की भीड़, देखिए सिंधु बॉर्डर की सच्ची तस्वीर
नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब ढाई माह से जारी आंदोलन के बीच आज किसान देश भर में चक्का जाम करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का फैसला किया है।
इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर चर्चा की।
सोमवार की सुबह टीकरी में हरियाणा के साथ दिल्ली की सीमा के अतिरिक्त रातोंरात देखा गया | हरियाणा की ओर से आने वाले वाहनों के टायरों को पंचर करने के लिए लोहे की कीलें रोहतक रोड की चौड़ाई में पंक्तियों में लगाई गई |
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